Kadat Baat :पत्रकार ने आय पर पूछा सवाल तो बुरी तरह भड़क गए Akhilesh Yadav , कर दिया बड़ा खुलासा
एक चैनल पर कार्यक्रम के दौरान अखिलेश यादव से पत्रकार ने उनकी आय को लेकर सवाल क्या पूछा। अखिलेश पत्रकार पर ही बुरी तरह भड़क गए।
Akhilesh Yadav : संसद में मोदी सरकार बक्फ बोर्ड संशोधन बिल क्या लेकर आई। विपक्ष का कलेजा ही छननी हो गया। ना सिर्फ कांग्रेसी बुरी तरह भड़क उठे। बल्कि Akhilesh Yadav को तो इस कदर मिर्ची लगी। कि अमित शाह से भिड़ गए। संसद को तो जनाब ने अखाड़ा बनाया ही। लेकिन उसके बाद एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में आगबबूला होकर बुरी तरह भड़क गए। यहां अखिलेश यादव को पत्रकार का सवाल हजम नहीं हो पाया। दरअसल पत्रकार ने अखिलेश यादव से छुटते ही पूछा कि आपकी पहले की इनकम क्या थी।और अभी आपकी इनकम क्या है। अब सवाल पूछा गया था तो जवाब तो देना पड़ता। लेकिन जवाब के चक्कर में सर जी पत्रकार पर गुस्से में फूट पड़े। और छुटते ही कहा
"मैं इनसे जानना चाहता हूं कि ये किसलिए मेरी इनकम जानना चाहते हैं। मैं 20 साल से ज्यादा सीबीआई की जांच में रहा हूं तो अगर आपको मेरी बैलेंसशीट चेक करनी है तो सीबीआई ऑफिस जाइए या इनकम टैक्स ऑफिस जाइए। मैं मिलिट्री स्कूल से पढ़ा हूं, आर्मी स्कूल से नहीं है। अपने आप को ठीक कीजिए। मैंने स्वदेश इसलिए बोला कि हमारे अपने लोग आगे बढ़ें, हमारा अपना फायदा हो। कभी इनकम उनकी भी पूछ लेना जो यह कहते रहे हों कि मैं तो झोला लेकर चला जाऊंगा "।
पत्रकार को तो जनाब ने खरी खोटी सुनाई ही। लेकिन पीएम मोदी को घेरना कैसे भूल सकते थे। क्योंकि विपक्ष को चींटी भी काट जाए। तो इस वक्त उसके पीछे भी बीजेपी की साजिश बता देते हैं। ऐसा ही कुछ कार्यक्रम में अखिलेश यादव ने भी किया। खैर अखिलेश यादव इतना इसलिए भड़के हुए हैं। क्योंकि संसद में मोदी सरकार ने वक्फ बोर्ड संशोधन बिल लाकर विपक्ष के वोटबैंक पर चोट मारने का काम किया है। हालांकि विपक्ष के हंगामे के बीच ये बिल मोदी सरकार ने JPC को भेज दिया। लेकिन फिर भी अखिलेश यादव का दर्द कम नहीं हो रहा है। यही वजह है कि इस बिल पर संसद में अखिलेश भड़के तो अमित शाह ने भी उन्हें एक मिनट में सबक सिखा दिया। विपक्ष की बोलती बंद कर दी।
बिल पर टिप्पणी करते करते अखिलेश इस कदर भड़के ही स्पीकर ओम बिरला के अधिकारों पर भी सवाल उठा दिए। जिसके बाद क्या था। संसद अखाड़ा बनी,, और गृहमंत्री अमित शाह मने तगड़े लहजे में जवाब देते हुए अखिलेश यादव की बोलती बंद कर दी।
अमित शाह ने सीधा और सटीक शब्दों में कहा कि स्पीकर के अधिकारों के आप संरक्षक नहीं है। तो ऐसे में गोलमोल बातें कर सदन को गुमराह करने काम ना करें। जिस तरह संसद में अखिलेश की बोलती बंद हुई। ठीक उसी तरह पत्रकार के सवालों अखिलेश यादव के होश ठिकाने लगा दिए।