विधायकों की बैठक में बौखलाए Kejriwal, AAP को बड़ा झटका!।Kadak Baat।
जेल से आने के बाद पहली बार केजरीवाल ने पार्टी विधायकों साथ बैठक की । इस दौरान आरोप लगाया कि बीजेपी आप को तोड़ने का प्लान बना रही थी लेकिन कामयाब नहीं हो पाई।
जेल से बाहर आए केजरीवाल बीजेपी को घेरने के लिए जोश जोश इतना होश खो बैठे हैं। कि मोदी शाह पर अनाप शनाप आरोप लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं ।पहले मोदी शाह योगी का पत्ता साफ करने पर बयान बाजी की।और अब पार्टी मीटिंग में ऐसा झूठ फैलाया । जिससे वो नए कानूनी लफड़ों में फंस सकते हैं । दरअसल केजरीवाल ने विधायकों की बैठक बुलाई ।उनके जेल जाने के बाद क्या क्या दिल्ली में हुआ । कौन कौन पार्टी छोड़कर भागा। कहां आम आदमी पार्टी फंसी ।इसको लेकर अपडेट लिया गया ।इस दौरान केजरीवाल को विधायकों ने आम आदमी पार्टी छोड़ने वाले नेताओं के नाम गिनवाए ।जिसे सुनकर केजरीवाल के ना सिर्फ होश उड़ गए ।बल्कि सिर ही चकरा गया ।क्योंकि केजरीवाल को दिखाई देने लगा । कि अब उनकी पार्टी टूटने की शुरूआत हो गई है ।अंदर ही अंदर विद्रोह शुरू हो गया है । ये खबर सुनते ही केजरीवाल एक बार फिर बीजेपी पर बौखला उठे ।माइक पकड़ा मीडिया के आगे बैठे और बीजेपी पर आरोप लगाया कि बीजेपी की रणनीति थी ।केजरीवाल को गिरफ्तार करवाएंगे ।और फिर आम आदमी पार्टी को तोड़ देंगे ।लेकिन आम आदमी पार्टी टूटी नही ।
केजरीवाल कहते है आप नेता पार्टी छोड़कर नहीं जा रहे। तो चलिए उन्हे गिनवा ही देते हैं ।दिखा ही देते हैं ।अभी हालही की खबर आई थी दिल्ली से बड़े बड़े आप बीजेपी में शामिल हुए ।मनोज तिवारी की अध्यक्षता में सभी ने बीजेपी का दामन थामा। चलिए शुरुआत से नाम गिनवाते हैं
हरियाणा के सह प्रभारी दिनेश प्रताप सिंह AAP छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए हैं । द्वारका से आप नेता मुकेश सिन्हा और कादीपुर से प्रवीण राणा सहित कई नेता, कार्यकर्ता बीजेपी में शामिल हुए । सांसद मनोज तिवारी और दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा की अध्यक्षता में ये सभी लोग बीजेपी में शामिल हुए ।मनोज तिवारी की बेटी रीति तिवारी ने भी औपचारिक रूप से बीजेपी की सदस्यता ले ली।
आम आदमी पार्टी छोड़ने वाले ये वो नेता हैं जो भ्रष्टाचार की वजह से पार्टी आलाकमान से परेशान हो गए थे ।इसलिए अपना रास्ता अलग करना ही इन नेताओं के बेहतर समझा। और केजरीवाल कह रहे हैं कि जेल जाने के बाद भी उनके नेता बंधे रहे ।लेकिन ये तस्वीरें केजरीवाल को देख लेनी चाहिए। खैर अब केजरीवाल ने भी बीजेपी पर वही आरोप लगाए हैं । जो कुछ वक्त पहले मीडिया के आगे बैठकर आतिशी लगा रही थी । और इस मामले में बीजेपी ने उनके खिलाफ मानहानि का केस भी करवाया।आतिशी के एंगल पर आए ।पहले केजरीवाल ने बीजेपी पर क्या आरोप लगाए ये बताते हैं ।केजरीवाल ने विधायकों के साथ बैठक के बाद कहा कि
"गिरफ्तारी के पहले जब बीजेपी के लोग मिलते थे तो यही कहते थे कि ये लोग आपको गिरफ्तार करेंगे, फिर आपकी पार्टी तोड़ देंगे और सरकार गिरा देंगे। उधर पंजाब में भगवंत मान को अपने साथ कर लेंगे । गिरफ्तारी के बाद हमारी पार्टी और ज्यादा एकजुट हो गई । न ये हमारी सरकार गिरा पाए न एमएलए तोड़ पाए। न पंजाब सरकार पर कोई डेंट लगा पाए । इनका पूरा प्लान फेल हो गया"।
खैर भगवंत मान के अलग होने की खबरें किसी और ने नहीं बल्कि पंजाब के अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने ही फैलाई थी ।आरोप लगाते हुए कहा था कि मुख्यमंत्री भगवंत मान और गृहमंत्री अमित शाह एक हो चुके हैं और वो जल्द ही आम आदमी पार्टी से अलग होकर बीजेपी के समर्थन से एक समानांतर पार्टी बनाएंगे
खैर इन आरोपों में कितनी सच्चाई है ।कितनी नहीं ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा ।लेकिन अब केजरीवाल के दावों पर सवाल उठ रहे हैं । और सबसे बड़ी बात तो है कि बार बार केजरीवाल हो या आतिशी एक भी आरोप लगाते हैं कि बीजेपी नेता ।आप नेताओं को खरीदने की कोशिश कर रहे हैं ।अगर ऐसा होता तो शायद अब तक पूरा पार्टी खत्म हो गई होती । यही वजह है कि केजरीवाल और आतिशी के झूठ पर पहले ही बीजेपी नेता कोर्ट पहुंच चुके हैं ।मानहानि का केस करवा चुके हैं ।जिसपर जल्द ही सुनवाई भी होने वाली है। दरअसल
दिल्ली बीजेपी के मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर ने कोर्ट में आतिशी-केजरीवाल के खिलाफ मानहानि का केस किया है । केजरीवाल और आतिशी के खिलाफ दर्ज मानहानि केस में 16 मई को राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई होगी ।कोर्ट ने शिकायतकर्ता का स्टेटमेंट दर्ज कर लिया है । कोर्ट तय करेगा की आतिशी और केजरीवाल को समन जारी करना है या नहीं।
दरअसल अपनी शिकायत में बीजेपी नेता प्रवीण शंकर ने आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी के दोनों नेताओं ने बीजेपी पर झूठे आरोप लगाए कि वो आप के नेताओं को खरीदने की कोशिश कर रही है । इस तरह के आरोप बीजेपी के कार्यकर्ता और नेताओं की प्रतिष्ठा को कम करने की इरादे से लगाए गए है । बीजेपी ने आम आदमी पार्टी के आरोपों को झूठ, मनगढ़ंत और हेरफेर वाला बताया है । इसी को लेकर कोर्ट अब केजरीवाल और आतिशी की मुश्किलें बढ़ाने जा रहा है । जैसे अभी केजरीवाल बीजेपी पर पार्टी तोड़ने का आरोप लगा रहे हैं । ऐसे में कुछ वक्त पहले आतिशी ने भी लगाए थे ।
आतिशी ने ना सबूत दिखाए ।ना गवाहों के नाम बताए ।बस कैमरे पऱ आई ।बीजेपी के खिलाफ बोलते बोलते जोश में होश ही खो बैठी ।आप नेताओं की खरीद फरोख्त के आरोप लगा दिए ।अब इसका हर्जाना ना सिर्फ आतिशी को भरना पड़ रहा है बल्कि केजरीवाल पर भी गाज गिर रही है । क्योंकि एक बार फिर केजरीवाल ने ऐसा ही झूठ मंच से फैलाया है।