Manoj Tiwari ने Delhi में AAP के साथ कर दिया ‘खेल’, सिर पकड़कर रोने लगेंगे Kejriwal !।Kadak Baat।
जेल में बंद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक के बाद एक लगतार बड़े झटके लग रहे हैं ।इस बार दिल्ली में ऐसा झटका लगा कि ना सिर्फ केजरीवाल सदमें में चले गए। बल्कि आतिशी से लेकर संजय सिंह तक सिर पकड़कर बैठ गए हैं। दरअसल स्टार प्रचारक कि लिस्ट जारी होते ही आम आदमी पार्टी के नेताओं में भगदड़ मच गई। और बड़े-बड़े आप नेता पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए हैं। और आम आदमी पार्टी टूट गई है।
जेल में बंद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक के बाद एक लगतार बड़े झटके लग रहे हैं ।इस बार दिल्ली में ऐसा झटका लगा कि ना सिर्फ केजरीवाल सदमें में चले गए। बल्कि आतिशी से लेकर संजय सिंह तक सिर पकड़कर बैठ गए हैं। दरअसल स्टार प्रचारक कि लिस्ट जारी होते ही आम आदमी पार्टी के नेताओं में भगदड़ मच गई। और बड़े-बड़े आप नेता पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए हैं। और आम आदमी पार्टी टूट गई है।
आप नेताओं का पार्टी छोड़ने का कारण भ्रष्टाचार और कांग्रेस के साथ गठबंधन है। एक तो आप नेताओं को घोटाले की वजह से जनता की गालियों की सामना कर पड़ रहा है।दूसरी तरफ जिस कांग्रेस को केजरीवाल हर मंच पर कोसते थे। भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलते हुए सोनिया गांधी को जेल भेजने की बात करते थे।लेकिन आज सत्ता के लालच में उसी टुकड़े टुकड़े गैंग के साथ चुनाव लड़ रही कांग्रेस से हाथ मिला लिया। और तो और आप छोड़ने वाले नेता इस बात से भी नाराज हैं कि भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलने वाले केजरीवाल खुद भ्रष्टाचार के आरोपो में जेल में बंद हैं।और सीएम पद से इस्तीफा नहीं दे रहे हैं। दूसरी तरफ पार्टी के बड़े नेताओं को दरकिनार कर पार्टी की कमान अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल को दे दी। जिससे आम आदमी पार्टी में काफी बगावत है।और नाराज तमाम नेता आम आदमी पार्टी छोड़ बीजेपी में शामिल हो रहे हैं।जिनका बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने स्वागत किया है।
मनोज तिवारी का कहना है कि आम आदमी पार्टी छोड़ने वाले नेता ना सिर्फ कांग्रेस से गठबंधन करने से नाराज हैं।बल्कि कन्हैया कुमार का समर्थन करना भी उन्हें पसंद नहीं आया। जिससे उनका दिल टूटा है और उन्होने आप के साथ अपना गठबंधन तोड़ लिया है। खैर पार्टी छोड़ने वाले नेताओं की खबर सुनकर इस वक्त आम आदमी पार्टी में मातम पसरा हुआ है। क्योंकि एक तरफ शराब घोटाले में केजरीवाल के जेल से बाहर आने के रास्ते बंद होते दिखाई दे रहे हैं। और दूसरी तरफ अपने ही नेता उनके लिए काल बन रहे हैं। खैर ये शुरुआत है ।कयास लगाए जा रहे हैं.। तमाम नेता विधायक आम आदमी पार्टी से किनारा कर सकते हैं। इसका खुलासा ना सिर्फ खुद पूर्व मंत्री राज कुमार आनंद ने किया है। बल्कि बिहार से आप नेता विकास कुमार ज्योति ने भी यही बात कही है।खैर आने वाला वक्त केजरीवाल पर बहुत भारी पड़ता दिखाई दे रहा है।क्योंकि जबसे आम आदामी पार्टी की स्टार प्रचारकों की लिस्ट आई है। तबसे ना तो आतिशी-सौरभ भारद्वाज खुश है बल्कि संजय सिंह भी परेशान घूम रहे हैं। लिस्ट में किसका पार्टी में कितना औहदा है।साफ साफ बता दिया गया है। चलिए दिखाते हैं। AAP की स्टार प्रचारकों की लिस्ट में पहले नंबर पर जेल में बंद केजरीवाल को रखा गया है। दूसरे नंबर पर उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल है। तीसरे नंबर पर भगवंत मान है। चौथे नंबर पर सिसोदिया।और पांचवें नंबर पर संजय सिंह को रखा गया है । आतिशी और सौरभ भारद्वाज को तो टॉप 10 से ही बाहर कर दिया गया है ।इन लोगों को 12वां और 13वां नंबर दिया गया है । ये वो नेता हैं जो केजरीवाल के जेल जाने के बाद पार्टी को संभाल रहे थे। हर विरोध प्रदर्शन में बराबर शामिल हो रहे थे। लेकिन एक मिनट में केजरीवाल ने सबकी गलतफहमी को दूर कर दिया। संजय सिंह को उनकी औकात दिखा दी।बता दिया है कि वो कितना भी कुदकने की कोशिश कर लें। नंबर दो उनकी पत्नी ही रहेंगी।यानी पार्टी की कमान सिर्फ और सिर्फ सुनीता केजरीवाल के हाथों में ही रहेगी। अब केजरीवाल की इस चालाकी से पार्टी के तमाम नेता नाखुश है। बोल नहीं पा रहे । लेकिन आने वाले दिऩों में ये लोग खेल जरूर कर सकते हैं। आम आदमी पार्टी दो गुटों में भी बंट सकती है। बागी नेताओं की अलग पार्टी भी बन सकती है। इसका खुलासा किया है।वरिष्ठ पत्रकार अनुरंजन झा ने ।
अनुरंजन झा वही पत्रकार है जिन्होने आम आदमी पार्टी जिस वक्त बनी उस वक्त के हालातों को और आज के पार्टी के हालातों को नजदीक से देखा है।आप नेताओं से बातचीत की है। और अब उन्होने बता दिया है कि आने वाले दिनों में आप का क्या भविष्य होगा ।आम आदमी पार्टी टूटकर अलग पार्टी बनेगी जिसे लीड कोई और नहीं बल्कि भगवंत मान करेंगे और उसके बाद नंबर दो रहेंगे संजय सिंह ।पार्टी टूटने की वजह केजरीवाल की चतुराई ही होगी ।जो पार्टी के मैन पद और पार्टी की कमान अपने घर के आलावा किसी और को पास जाने नहीं देना चाहते.. क्योंकि आम आदमी पार्टी का मतलब केजरीवाल है। तो कुलमिलाकर अब आम आदमी पार्टी की उलटी गिनती शुरू हो गई है।