Prayagraj के मदरसे में नकली नोट छापते पकड़े गए मौलाना, पुलिस ने कर दिया सभी का हिसाब
प्रयागराज से चौंकाने वाली खबर सामने आई है। जिस मदरसे में बच्चों की पढ़ाई लिखाई होनी चाहिए थी वहां नकली नोटों की छपाई हो रही थी। मदरसे के उस्ताद और मौलवी मिलकर नकली नोटों की छपाई के धंधे में शामिल थे। जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
मदरसे यूं तो मजहबी तालीम के लिए खोले जाते हैं। लेकिन जब इन्ही मदरसों की आड़ में अवैध काम होने लग जाए। देश विरोधी ताकतों को मजबूत करने का धंधा पकड़ा जाए। मौलाना मौलवियों की काली करतूत सामने आए। तो हैरान होना लाजमी है। लेकिन इस बीच यूपी के Prayagraj में मदरसे के अंदर ऐसा धंधा पकड़ा गया। जिसके खुलासे से ना सिर्फ यूपी पुलिस के होश उड़ गए। बल्कि योगी आदित्यनाथ भी गुस्से में आ गए। क्योंकि प्रयागराज के मदरसे में इस्लामिक पढ़ाई नहीं। बल्कि नकली नोटों की छपाई चल रही थी। इस काले कारनामे में मदरसे के उस्ताद से लेकर मौलना मौलवी सब शामिल थे।
अब मदरसे में नकली नोटों के गोरखधंधे का खुलासा कैसे हुआ ये जानकर आप भी दंग रह जाएंगे। दरअसल प्रयागराज के सिविल लाइंस थाने की पुलिस ने दो लोगों को बस स्टैंड के पास से नकली नोटों के साथ पकड़ा। पूछताछ की गई तो पूरे नेटवर्क का खुलासा हुआ। इनकी निशानदेही पर मदरसे में छापेमारी की गई। तो मदरसे के अंदर का नजारा देख पुलिस अधिकारियों के होश ही उड़ गए। क्योंकि मदरसे के अंदर नकली नोटों को छापने का कारखाना चल रहा था। नकली नोटों की गड्डियां पड़ी हुई थी। और कई मशीने कमरे में लगी हुई थी। जिसके बाद पुलिस ने मौलवी समेत 4 लोगों को तुरंत मौके से गिरफ्तार किया। क्योंकि खुलासा ये हुआ है कि मौलवी की देखरेख में नकली नोट छापने का काम चल रहा था। वहीं आरोपियों के पास से डेढ लाख रुपये के नकली नोट बरामद किए गए हैं। जांच में खुलासा हुआ है कि पिछले करीब चार महीने से शहर की छोटी मोटी दुकानों में नकली नोट खपाने में ये गैंग लगा हुआ था। उससे भी चौंकाने वाला खुलासा तो ये हुआ है कि ये लोग सिर्फ और सिर्फ 100 रुपये के ही नोट छापते थे। क्योंकि 500 के नोट अक्सर दुकानदार चेक करके लेते हैं। अब कहा जा रहा है कि नकली नोटों को शहर के बाहर भी खपाने की तैयारी चल रही थी। लेकिन मौलानाओं की गैंग अपने काले मकसद में कामयाब हो पाती उससे पहले ही योगी की पुलिस ने सभी की कमर तोड़ने का काम किया गया।
मदरसे से नकली नोट छापने के तमाम उपकरण भी जब्त किए गए हैं। साथ ही साथ मदरसे का प्रिसिपल इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है।
वहीं अब इस मामले को लेकर ना सिर्फ सीएम योगी सख्त हो गए हैं। बल्कि मामले की जांच देश की खुफिया एजेंसी आईबी ने भी शुरू कर दी है। आईबी ने मदरसो में जाकर जांच की क्योंकि उसे शक है कि मामले का कनेक्शन पड़ोसी देशों या फिर किसी आतंकी संगठन से हो सकता है चिंता की बात तो ये है कि इस वक्त प्रयागराज के बाजार में लाखों रुपये के 100-100 के नकली नोट पहुंच चुके हैं। शायद जिनकी पहचान करना भी मुश्किल हो सकता है। वहीं गिरफ्तार लोगों की बात करें तो इस गैंग में शामिल ।
नकली नोट छापने के धंधे में शामिल मदरसे के प्रिंसिपल मोहम्मद तफसीरूल को भी गिरफ्तार किया गया है।
मदरसे के प्रिंसिपल को ही नकली नोट छापने का मास्टर बताया जा रहा है।
मदरसे के उस्ताद जाहिर खान को भी नकली नोट छापने के केस में गिरफ्तार किया गया है।
मोहम्मद अफजल जो बाजार में नकली नोट चलाने का काम करता था उसे भी गिरफ्तार किया गया है।
मोहम्मद शाहिद को भी गिरफ्तार किया गया है. ये नकली नोट छापने के नेटवर्क में शामिल था।
नकली नोट छापने की ये फैक्ट्री किसने खोली। किसकी सह पर खोली गई। कौन कौन और लोग इस धंधे में शामिल थे। सभी आरोपियों से इस मामले में पूछताछ की जा रही है।