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बरेली में त्रिशूल लगाए जाने से ख़फ़ा हुए मौलाना, बोले- त्रिशूल नहीं हटाए तो मुसलमान भी लहराएँगे इस्लामिक झंडा!

बरेली में बन रहे नाथ नगरी कॉरिडोर में खंभों को लेकर बवाल शुरू हो गया है। दरअसल यहाँ नाथ नगरी कॉरिडोर के तहत खंबे लगाए जा रहे हैं.. खंभों में त्रिशूल भी लगाए जा रहे हैं.. लेकिन इन त्रिशूल वाले खंभों पर मौलाना शहाबुद्दीन रजवी भड़क गए हैं. चेतावनी देते हुए कहा कि अगर त्रिशूल वाले खंबे लगाकर एक धर्म का प्रचार करेंगे. तो मुसलमान भी इस्लामिक झंडा फहराएँगे।
बरेली में त्रिशूल लगाए जाने से ख़फ़ा हुए मौलाना, बोले- त्रिशूल नहीं हटाए तो मुसलमान भी लहराएँगे इस्लामिक झंडा!
देशभर में मस्जिदों में मंदिर होने के दावे और सर्वों से धर्म के ठेकेदार मौलाना मौलवी इस कदर बौखला रहे हैं। कि नई नई बयानबाजी से बवाल पर उतर आ रहे हैं। लेकिन इसी बीच यूपी के बरेली में नाथ नगरी कॉरिडोर के लिए लग रहे खंभों से ऐसी बिजली गिरी। मौलानाओं ने नया विवाद ही खड़ा कर दिया। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन को खंभों पर लगाए जा रहे त्रिशूल इस कदर चुभे। मौलाना ने भड़कते हुए योगी सरकार को इस्लामिक झंडे लगाने की चेतावनी जारी कर दी।मौलाना साहब ने छूटते ही कहा- "अगर हम वहाँ पर इस्लामी झंडा लगा दें तो अभी FIR हो जाएगी।और लगाने वाले को क़ैद कर जेल में भेज दिया जाएगा। ऐसे ही त्रिशूल भी मजहबी अलामती निशान है. वो अलामती निशान जमुरी निजाम में जायज नहीं है. दुरुस्त नहीं है उसे किसी भी कीमत पर सही नहीं कहा जा सकता "।

तो सुना आपने मौलाना साहब ग़ुस्से में भड़कते हुए कह रहे हैं त्रिशूल के निशान वाला काम बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अग़र त्रिशूल वाली स्ट्रीट लाइटें नहीं हटाई जाएंगी तो मुसलमान भी इस्लामिक झंडा लहराएँगे। मौलाना साहब खुले तौर पर ना सिर्फ़ सीएम योगी को चेतावनी देने का काम कर रहे हैं। बल्कि लोगों को भड़काने के लिए नया एजेंडा भी पेश कर रहे हैं।  लेकिन इन्हें मालूम नहीं,, सीएम योगी एक्शन में आएँगे तो भड़काऊ बयानबाज़ी और विरोधियों को एक मिनट में साइड लाइन कर जाएँगे। खैर मौलाना के बोल यही नहीं रुके आगे उन्होंने पीएम मोदी से भी अपील की और कहा कि ।"शहर के सुंदरीकरण में अच्छा काम किया जा रहा है मगर बिजली के पोल, डिवाइडर आदि जगहों पर त्रिशूल लगाकर एक ख़ास धर्म का प्रचार किया जा रहा है.संविधान सभी धर्मों को सम्मान देने की बात करता है सिर्फ़ एक धर्म को बढ़ावा दिया जाएगा। तो सभी लोगों के दिलों को आहत करने वाली बात होगी।विकास से जुड़े विभाग हों या दूसरी सरकार संपत्तियां उस पर सभी धर्मों के मानने वालों का अधिकार है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास का नारा देते हैं उसको अमली जामा पहनाया जाना चाहिए "।

अब समझिए क्यों मौलाना साहब को स्ट्रीट लाइट वाले त्रिशूल इतने चुभ रहे हैं। दरअसल बरेली में नाथ नगरी कॉरिडोर का रास्ता साफ हो गया है। 232 करोड़ रुपये से भव्य कॉरिडोर बनकर तैयार किया जाएगा। इसी के चलते शहर में विकास तेज़ी पकड़ रहा है। चारों तरफ़ भगवान भोलेनाथ त्रिशूल वाली स्ट्रीट लाइटें लगाई जा रही है। और इसी बात को लेकर मुसलमानों ने अपना विरोध शुरू हो गया है। वहीं दूसरी तरफ़ हिंदू धर्मगुरू आचार्य संजीव कृष्ण गौड़ ने इस कदम का समर्थन किया है।और कहा कि "बरेली को नाथ नगरी कहा जाता है और त्रिशूल इस शहर की सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा है। नाथ नगरी कॉरिडोर के तहत त्रिशूल और ॐ लगाना इसमें गलत नहीं है, हिंदू पक्ष के अन्य लोगों ने भी इस पहल को सकारात्मक बताते हुए शहर के विकास और पर्यटन में इसका योगदान माना "।

हिंदू पक्ष नाथ नागरी विकास परियोजना का तारीफ़ कर रहा है तो मुस्लिम पक्ष बुरी तरह जल रहा है। तो ऐसे में मौलाना चीखे या चिल्लाए होने वाला कुछ नहीं है। क्योंकि नाथ नगरी कॉरिडोर परियोजना योगी सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है। औैर इसके तहत बरेली के सात प्रमुख शिवालयों को 32 किमी लंबे मार्ग से जोड़कर शहर को धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थापित करने का प्रयास है।
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