आर्थिक सर्वे वाले बयान पर बुरे फँसे राहुल गांधी, बरेली कोर्ट ने 7 जनवरी को पेशी का नोटिस किया जारी
राहुल गांधी दो केसों में बुरी तरह फँसते हुए नज़र आ रहे हैं.. एक तो सांसदों से मारपीट का मामला ले डूबा है दूसरी तरफ़ आर्थिक सर्वे वाले बयान पर बरेली कोर्ट ने राहुल गांधी के ख़िलाफ़ एक्शन लिया है. राहुल गांधी को पेशी के लिए नोटिस जारी किया है.. इसके साथ ही 7 जनवरी को पेश होने के लिए कहा है
संसद में बीजेपी सांसदों के साथ मारपीट मामले में राहुल गांधी की आफ़त ख़त्म हुई नहीं कि बरेली कोर्ट से फिर राहुल गांधी पर हंटर चल गया है। जिससे कांग्रेस में हड़कंप मच गया है। क्योंकि बरेली कोर्ट ने राहुल गांधी के ख़िलाफ़ सख्त एक्शन लिया है। पहले धक्का मुक्की और अब राहुल गांधी की ज़ुबान उन्हें ले डूबी है।दरअसल
बरेली ज़िले की एक अदालत ने राहुल गांधी को आर्थिक सर्वेक्षण संबंधी बयान को लेकर नोटिस जारी किया है। राहुल गांधी को 7 जनवरी को पेश होने के लिए कहा गया है। राहुल गांधी के बयान के ख़िलाफ़ कोर्ट में केस किया गया था। लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने कहा था हमारी सरकार आई तो आर्थिक सर्वे करवाएंगे।
चुनाव के दौरान राहुल गांधी के इस बयान के काफ़ी ज़्यादा विरोध हुआ। जिसके बाद बरेली के अखिल भारतीय हिंदू महासभा के मंडल अध्यक्ष पंकज पाठक ने अधिवक्त गुप्ता और अनिल द्विवेदी के ज़रिए राहुल गांधी के ख़िलाफ़ प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए MPMLA कोर्ट में याचिका दायर की थी। जिसे अदालत ने 27 अगस्त को निरस्त कर दिया थ। इस आदेश को चुनौती देते हुए सत्र अदालत में पुनर्विचार याचिका दायर की गई थी। तो अब कोर्ट ने राहुल गांधी के बयान पर सख्ती दिखा दी है हाज़िरी का आदेश जारी कर दिया है। जिससे राहुल गांधी को ख़ुद बरेली कोर्ट में खुद पेश होना होगा। और अपना जवाब देना होगा। उसके बाद कोर्ट आगे की सुनवाई करेगा। तो चलिए अब ये बताते हैं कि राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव के दौरान क्या कहा था। और उनके बयान के मायने क्या है। दरअसल राहुल गांधी ने कहा था कि। "अगर इंडिया गठबंधन की सरकार आई तो हम आर्थिक सर्वेक्षण कराएँगे। इस सर्वे के आधार पर संपत्ति का बँटवारा होगा। जिसकी भागीदारी अधिक होगी अगर उसकी संपत्ति कम है तो जिसकी ज्यादा संपत्ति है उससे लेकर कम संपत्ति वालों को दी जाएगी"
राहुल गांधी एक ख़ास समुदाय को अपनी ओर आरक्षित करने के लिए ये सब बोल गए। लेकिन उन्हें मालूम नहीं था। कि वो जो बात बोल रहे हैं। वो उनकी नाक के लिए नकेल बन जाएगी। क्योंकि पहली बात तो ये है कि अमीरों का पैसा लेकर ग़रीबों को देना संभव नहीं है। दूसरा ये कि अमीरों ने भी मेहनत कर कमाई की है। यही वजह है कि बिना सोचे समझे राहुल गांधी आर्थिक सर्वे पर बोल गए। ये बोल ही उन्हें अब कोर्ट से ले गए हैं। जिससे ये कहना ग़लत नहीं होगा कि आने वाले दिनों में राहुल गांधी पर बहुत बड़ी आफ़त आने वाली है। क्योंकि। क्योंकि दूसरी तरफ सांसदों के साथ धक्का मुक्की का केस राहुल गांधी के लिए आफत बनता दिख रहा है। क्योंकि बीजेपी सांसदों को लगी चोट के मामले में राहुल गांधी के ख़िलाफ़ गंभीर धाराओं में केस दर्ज हो चुका है। क्राइम ब्रांच मामले की जाँच कर रही है। इसके साथ ही महिला आयोग भी राहुल गांधी के ख़िलाफ़ आ खड़ा हुआ है। महिला आयोग ने स्पीकर को चिट्ठी लिखकर राहुल गांधी के खिलाफ सख़्त कदम उठाने की बात कही है। अगर आरोप साबित हो जाते हैं तो आने वाले दिनों में राहुल गांधी ना सिर्फ़ गिरफ्तार हो सकते हैं। बल्कि उनकी नागरिकता भी ख़तरे में पड़ सकती है।