स्पीकर चुनाव से पहले फंस गए Rahul -Kharge, Modi ने कर दिया खेल
लोकसभा के स्पीकर पद को लेकर सियासत तेज हो गई है। विपक्ष ने भी स्पीकर चुनाव में अपना उम्मीदवार खड़ा कर दिया है।
PM Modi : जितना लोकसभा चुनाव ने नतीजे चौंकाने वाले रहे। उतना ही चौंकाने वाला 18वीं लोकसभा का पहला सत्र हो रहा है। नई संसद को अखाड़ा बनाते हुए विपक्ष मोदी सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा था। लेकिन एक झटके में PM Modi ने ऐसा खेल किया। राहुल गांधी से लेकर अखिलेश यादव तक मुंह ताकते रह गए।और तो और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे तो राजनाथ सिंह को फोन ही मिलाते रह गए। क्योंकि पीएम मोदी ने एक झटके में स्पीकर पद को लेकर खेल कर दिया है। तो ऐसा क्या हुआ चलिए बताते हैं। दरअसल देश के इतिहास में तीसरी बार लोकसभा स्पीकर को लेकर चुनाव होगा।
NDA की तरफ से ओम बिरला उम्मीदवार हैं।
इंडिया गठबंधन की ओर से के सुरेश ने स्पीकर पद के लिए नामांकन भरा है।
दरअसल विपक्ष डिप्टी स्पीकर के पद पर अड़ा हुआ था। विपक्ष ने पहले ही कहा था कि अगर डिप्टी स्पीकर का पद नहीं मिलता है तो वो भी स्पीकर पद के लिए अपना उम्मीदवार खड़ा करेंगे। फिर खबरें आई कि लोकसभा स्पीकर को लेकर एनडीए और विपक्ष के बीच सहमति बन गई है और ओम बिरला ही दोबारा स्पीकर बनेगें। लेकिन संसद पहुंचते ही राहुल गांधी ने पलट गए। अलग ही शोर मचाना शुरू कर दिया ।
राहुल गांधी के बयान से साफ नजर आ रहा है कि पक्ष और विपक्ष के बीच स्पीकर पद को लेकर कोई सहमति नहीं बनी है। ऐसे में अब चुनाव होगा। और तय होगा की स्पीकर का पद किसके पास जाएगा। खैर स्थिति साफ दिखाई दे रही है कि विपक्ष को हाथ पांव मारने से कुछ मिलने वाला नहीं है। क्योंकि NDA का पलड़ा भारी है। तो जाहिर सी बात है स्पीकर की गेंद NDA के पाले में ही गिरेगी। और विपक्ष हाथ मलता रह जाएगा। नौबत ये भी आ सकती है कि विपक्ष को डिप्टी स्पीकर का पद भी ना मिले। क्योंकि विपक्ष की तरफ से बेतुकी शर्तें रखी जा रही है । अब विपक्ष की गोलंबदी पर पीयूष गोयल ने तंज कसा और कहा पहले स्पीकर तय किया जाता है। ना की डिप्टी स्पीकर ।ऐसे में शर्तों के हिसाब से संसद नहीं चलेगी।
इसी बीच अब विपक्ष को ममता बनर्जी ने भी झटका दे दिया है। ममता बनर्जी ने विपक्ष के स्पीकर उम्मीदवार का ही विरोध किया। यानी की साफ कर दिया है वो स्पीकर चुनाव में विपक्ष के साथ नहीं खड़ी होंगी। ऐसे में अब 26 जून को लोकसभा स्पीकर का चुनाव होना है। और विपक्ष का फंसना तय है। क्योंकि अमूमन स्पीकर सत्ता पक्ष का ही बनता है। तो विपक्ष को शोर मचाना राहुल गांधी का ड्रामेबाजी दिखाना सब फेल हो जाएगा।