Kadak Baat: रायबरेली के लोगों ने Rahul Gandhi को भगाया, Sonia के छूट गए पसीने
नामांकन करते ही रायबरेली में राहुल गांधी का विरोध भी शुरू हो गया है… लोगों ने राहुल गांधी की गाड़ी के आगे वापस जाओ वापस जाओ के नारे लगाए हैं.
लोकसभा चुनाव की तपिश अगर किसी राज्य में सबसे ज्यादा बढ़ी है तो वो है उत्तर प्रदेश। और यहां की हॉटसीट अमेठी और रायबरेली। जहां इस बार मुकाबला इसलिए दिलचस्प हो गया है कि क्योंकि गांधी परिवार के चिराग राहुल गांधी अमेठी छोड़ रायबरेली से ताल ठोक रहे हैं। यानी इस बार वो स्मृति इरानी से मुकाबला लड़ने से पहले ही हार गए। सरेंडर करते हुए उस सीट को चुना जो सेफ साइड उनके लिए हो सकती है। रायबरेली से 20 सालों तक सोनिया गांधी सांसद रही। लेकिन इस बार राज्यसभा पहुंची तो सीट खाली कर अपने बेटे को सौंप दी। लेकिन हैरानी की बात देखिये। जैसे ही राहुल गांधी अमेठी छोड़ रायबरेली पहुंचे। वैसे ही यहां के लोगों ने वापस जाओ वापस जाओ के नारे लगाते हुए राहुल गांधी को भगाना शुरू कर दिया।
राहुल गांधी गाड़ी लेकर आगे दौड़ते नजर आए। और पीछे उन्हें खदेड़ती जनता दिखाई दी। ना सिर्फ राहुल गांधी वापस जाओ वापस जाओं के नारे लगाए। बल्कि जोरों शोरों सो जय श्रीराम और बीजेपी के पक्ष में नारेबाजी की गई। इस दौरान बीजेपी के कार्यकर्ता भी वहां मौजूद रहे। ये उस वक्त हुआ जिस वक् रायबरेली में राहुल गांधी नामांकन कर लौट रहे थे। तस्वीरों से सवाल उठ रहा है कि क्या कांग्रेस ने राहुल गांधी को रायबरेली भेज कर गलती कर दी। क्या अमेठी की तरह रायबरेली भी इस बार कांग्रेस के हाथ से फिसल जाएगा। क्योंकि विरोधी सुर बहुत कुछ बयां कर रहे हैं।
खैर अब सीट बदलना विरोध होना राहुल गांधी के गले की फांस बन गया है। बीजेपी ने डरकर भागने का टैग लगाते हुए राहुल गांधी पर तंज कसा है। अमित शाह ने चुटकी लेते हुए कहा डरकर रायबलेरी भागे राहुल गांधी की यहां भी इसबार बुरी तरह हारने वाले हैं।
सिर्फ बीेजेपी ही नहीं। बल्कि कभी कांग्रेस में ही रहे संजय निरुपम ने भी राहुल गांधी के अमेठी छोड़ रायबरेली जाने पर तंज कसा है। कहा है जो डरो मत, लड़ो का नारा देते थे। वो राहुल आज खुद ही डरकर भाग गए। कांग्रेस के इस फैसले की जमकर खिल्लियां उड़ रही है। क्या इस बार राहुल गांधी अमेठी की तरह रायबरेली भी डुबा देंगे। दरअसल
-रायबरेली से सोनिया गांधी लगभग 20 सालों तक सांसद रही हैं
-इस बार सोनिया राज्यसभा चली गई और यहां से राहुल को मैदान में उतारा
-अमेठी से राहुल गांधी 3 बार सांसद रहे, लेकिन 2019 में स्मृति ने उन्हें हरा दिया
-अब राहुल गांधी का रायबरेली में बीजेपी उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह से मुकाबला है
राहुल गांधी यहां से जीतेंगे या नहीं ये बड़ा सवाल है वैसे तो कांग्रेस के लिए रायबरेली सेफसाइड सीट रही है। लेकिन अब लोगों की बात और जजबात दोनों बदल रहे हैं। रायबरेली सीट का सियासी गणित देखें तो। रायबरेली नेहरू गांधी परिवार की परंपरागत सीट रही है। इस सीट से फिरोज गांधी से लेकर इंदिरा गांधी, अरुण नेहरू और सोनिया गांधी तक संसद पहुंचते रहे हैं। लेकिन अब राहुल के लिए ये राह इतना आसान होगी या नहीं। ये तो आने वाली 4 जून को साफ हो जाएगा। क्योंकि जिस तरीके से रायबरेली में कदम रखते ही राहुल गांधी का विरोध शुरू हुआ। उसने तो कांग्रेस को मुश्किलों में डाल दिया है। चलिए जाते जाते सुनवाते है कि कैसे राहुल गांधी के अमेठी से भागने पर स्मृति इरानी ने चुटकी लेते हुए तंज कसा।