बुरे फंसे सपा सांसद जियाउर्रहान, पहले संभल हिंसा को लेकर FIR, अब स्कॉर्पियों से कुचलने का आरोप
संभल से सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क नई मुश्किल में फंस गए हैं पहले संभल में हुई हिंसा मामले में उनके खिलाफ FIR दर्ज हुई, अब कार एक्सीडेंट केस में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज हुई है पुलिस ने सांसद के खिलाफ जांच शुरू कर दी है
जहां एक और संभल हिंसा के दंगाईयों की तेज़ी से कमर तोड़ी जा रही है। वहीं दूसरी और विपक्षी पार्टियाँ लगातार बौखला रही है। क्योंकि इस हिंसा में सपा सांसद जियाउर्रहमान का भी नाम जुड़ रहा है। उनके ख़िलाफ़ FIR दर्ज हो चुकी है। सपा सांसद पर हिंसा की सख़्ती के बीच एक और एक्शन लिया गया है। एक ऐसे मामले की शिकायत पुलिस के पास पहुँची है जिससे सपा सांसद जियाउर्रहमान गिरफ्तार हो सकते हैं। दरअसल
हिंसा में FIR के बाद अब जियाउर्रहमान पर कार एक्सीडेंट करने का आरोप लगा है। जियाउर्रहमान के ख़िलाफ़ कार एक्सीडेंट केस में शिकायत की गई है। मृतक के पिता ने इस हादसे का ज़िम्मेदार संभल के सांसद को बताया है।
दरअसल आरोप लगाया जा रहा है कि कुछ महीने पहले उनकी कार एक्सीडेंट हुआ था। और उसमें एक युवक की मौत हो गई थी। जिसको लेकर मृतक के परिजनों ने अब पुलिस को एक शिकायत पत्र दिया है। जिसमें आरोप लगाया गया है कि हादसे के समय गाड़ी ख़ुद। सांसद जियाउर्रहमान चला रहे थे और उनकी बहन भी गाड़ी में मौजूद थी। अब ऐसे में संभल के एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने इस शिकायत की पुष्टी करते हुए जांच शुरू करने की बात कही है।
अब ऐसे में अगर जांच पड़ताल शुरू हुई और आरोप साबित हुए तो सपा सांसद दोहरी मुश्किल में पड़ सकते हैं क्योंकि पहले से ही पुलिस ने उनपर हिंसा के लिए लोगों को उकसाने की Fir दर्ज कर रखी है। दरअसल बीते दिनों संभल की शाही मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा भड़की थी। विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़प में चार लोगों की मौत हो गई थी। सुरक्षाकर्मियों और प्रशासन के अधिकारियों सहित कई और लोग घायल भी हुए थे। इस हिंसा मामले में समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और स्थानीय सपा विधायक इकबाल महमूद पर लोगों को भड़काने का आरोप लगा। जिसके बाद पुलिस ने मामले में 7 FIR दर्ज की। जिसमें जियाउर्रहमान बर्क और सपा विधायक का नाम सामने आया। कहा जा रहा है कि जियाउर्रहमान बर्क की आने वाले दिनों में गिरफ्तारी भी हो सकती है। क्योंकि। सीएम योगी आदित्यनाथ दंगाईयों और हिंसा भड़काने वालों पर सख्त से सख्त एक्शन के आदेश दे चुके है।सीएम योगी की तरफ से बकायदा एक के बाद एक ट्वीट किया गया और लिखा गया। संभल में विगत दिनों हुई घटना से जुड़े उपद्रवियों के साथ पूरी कठोरता के साथ निपटें।जिन लोगों ने सार्वजनिक संपत्ति को क्षतिग्रस्त किया है, उसे वापस ठीक कराने का खर्च उन्हीं उपद्रवियों से वसूला जाए।अराजकता फैलाने वालों को चिह्नित कर उनके पोस्टर लगाएं, जनता का सहयोग लें, सघन सर्च ऑपरेशन चलाएं। एक भी उपद्रवी बचना नहीं चाहिए ।
इसके बाद किए गए दूसरे ट्वीट में लिखा- गौतमबुद्धनगर हो, अलीगढ़ हो या संभल अथवा कोई अन्य जनपद, अराजकता फैलाने की छूट किसी को नहीं दी जा सकती ।
तो अब आप समझ सकते हैं। कि कैसे सपा सांसद जियाउर्रहमान की मुश्किलें भी बढ़ गई है। और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई का वक्त भी पास आ गया है। हिंसा मामले में तो नपेंगे ही। लेकिन एक्सीडेंट का केस भी जियाउर्रहमान को ले डूबेगा। यही वजह है कि जैसे जैसे सख्ती बढ़ रही है अखिलेश यादव की बौखलाहट भी सातवें आसमान पर है। योगी आदित्यनाथ पर गंभीर आरोप लगाना शुरू कर दिया है। अब सपा कांग्रेस बौखलाएं या फिर नए नए आरोप लगाए। होगा वही जो जांच रिपोर्ट कह रही है। फिर चाहे कोई कितना भी बड़ा नेता राजनेता क्यों ना एक्शन से नहीं बच पाएगा।