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Kadak Baat: Sukhbir Badal ने उड़ाए Kejriwal के होश, Bhagwant Mann करेंगे AAP के साथ खेल?

शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने भगवंत मान को लेकर बड़ा दावा किया है. और कहा कि भगवंत मान और गृहमंत्री अमित शाह एक हो चुके हैं मान आम आदमी पार्टी के साथ बड़ा खेल करने वाले हैं
Kadak Baat: Sukhbir Badal ने उड़ाए Kejriwal के होश, Bhagwant Mann करेंगे AAP के साथ खेल?
एक तरफ सुप्रीम कोर्ट में केजरीवाल फंसे हुए हैं। शराब घोटाला नाक की नकेल बन गया है। तो दूसरी तरफ खबरें आ रही है कि आम आदमी पार्टी में बड़ी फूट पड़ गई है। भगवंत मान से लेकर संजय सिंह तक खेल करने वाले हैं। वो भी अमित शाह के साथ मिलकर। जिससे केजरीवाल की हालत खराब हो जाएगी। ये दावा हम नहीं बल्कि शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने किया है। उन्होने ऐसा राज खोल दिया है। पंजाब से लेकर दिल्ली कर कोहराम मच गया है। तो चलिए सबसे पहले ये बताते हैं कि सुखबीर सिंह बादल ने ऐसा क्या कहा जिससे राजनीति में तहलका मच गया।

सुखबीर सिंह बादल ने कहा: "मुख्यमंत्री भगवंत मान और गृहमंत्री अमित शाह एक हो चुके हैं और वो जल्द ही  आम आदमी पार्टी से अलग होकर भारतीय जनता पार्टी के समर्थन से एक समानांतर पार्टी बनाएंगे।मुख्यमंत्री, केंद्रीय गृहमंत्री से बातचीत कर रहे हैं और यह केवल समय की बात है कि वो आप पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को छोड़कर पंजाब में उनकी अपनी समानांतर पार्टी बनाएंगे "

सुखबीर सिंह बादल के इस खुलासे ने ना सिर्फ आम आदमी पार्टी में तहलका मचा दिया है। बल्कि दिल्ली में बैठे केजरीवाल के चहेते नेताओं की नींद भी उड़ा दी है। क्योंकि अगर ऐसा हुआ है। तो पार्टी का खात्मा तय हैं क्योंकि भगवंत मान केजरीवाल के बेहद करीबी हैं। लेकिन बीते कुछ दिनों से वो पार्टी से नासाज चल रहे हैं। अंदर ही अंदर पार्टी में बहुत कुछ चल रहा है। और इसकी वजह बताई जा रही है। सुनीता केजरीवाल। दरअसल जेल जाने के बाद केजरीवाल ने चालाकी दिखाई। सीएम की कुर्सी भी अपने पास रखी। और बाहर पार्टी की कमान बड़े बड़े को ठुकराकर अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल को दे दी। ना संजय सिंह को कुछ समझा ना भगवंत मान को। जबकि भगवंत मान तो दिल्ली से भी बड़े राज्य पंजाब के मुख्यमंत्री हैं। बावजूद उनको भी किनारे कर दिया गया।

बस यहीं से आम आदमी पार्टी का खेल बिगड़ गया। अंदर ही अंदर विरोधी सुर उठने लगे। अब इन खबरों को कहीं ना कहीं सुखबीर सिंह बादल के बयान ने सच साबित कर रहा है। खैर वाकइ भगवंत मान ये कदम उठाने वाले हैं। वाकइ आम आदमी पार्टी में टूट पड़ी है। ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा। लेकिन इससे पहले एक वरिष्ठ पत्रकार अनुरंजन झा आम आदमी पार्टी में विद्रोह शुरू होने की खबरे बता चुके हैं। हालही में उन्होने कहा था कि आने वाले वक्त में आम आदमी पार्टी टूटेगी। दूसरी पार्टी बनेगी। और दूसरी पार्टी का मोर्चा भगवंत मान संभालेंगे। 

फिलहाल तो आम आदमी पार्टी में टूट की खबरें काफी जोर पकड़ रही है। लेकिन ये खबरें कितनी सच है वक्त के साथ सब साफ हो जाएगा। हालही में तमाम नेता आप का साथ छोड़कर भागे हैं। उन्होने भी पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़े किए हैं। यही कहा की अब पार्टी में कोई सुनने वाला नहीं है। नेतृत्व की कमी के कारण निचले स्तर के नेताओं को दरकिनार किया जा रहा है। एक दो नहीं। बल्कि मनोज तिवारी की अध्यक्षता में तमाम नेता बीजेपी में शामिल हुए। जिसमें हरियाणा के सह प्रभारी दिनेश प्रताप सिंह, द्वारका से आप नेता मुकेश सिन्हा और कादीपुर से प्रवीण राणा सहित कई नेताओं का नाम शामिल है। तो पार्टी टूटने की शुरूआत हो चुकी है। अब असली खेल भगवंत मान करेंगे। जैसे की सुखबीर सिंह बादल ने दावा कर दिया है। ना सिर्फ सुखबीर बादल बल्कि बिक्रम सिंह मजीठिया ने भी होश उड़ा देने वाला बयान दिया। उन्होने तो भगवंत मान की तुलना एकनाथ शिंदे से ही कर डाली। तंज कसते हुए कहा कि: "जैसे ही बीजेपी उनपर थोड़ा सा दबाव डालेगी, वो भागकर बीजेपी के खेमें में शामिल हो जाएंगे।"

खैर चारों तरफ से आम आदमी पार्टी और भगवंत मान संजय सिंह को लेकर हो रहे दावों ने केजरीवाल की टीम के हड़कंप मचा दिया है। क्योंक एक तऱफ शराब घोटाले में आप नेताओं को राहत नहीं मिल रही है। दूसरी तरफ पार्टी टूटने की खबरे दिल दहला रही है। क्योंकि हाथ से सबकुछ फिसलता दिखाई दे रहा है। अब तो अकाली दल ने भगवंत मान को लेकर ये भी दावा कर दिया है कि उन्होने भी केजरीवाल की तरह सरकारी खजाने को बर्बाद कर दिया है।  मजीठिया ने अगला बड़ा दावा करते हुए कहा: "भगवंत मान ने शराब की 3000 नई दुकानें खोलने और अन्य राज्यों में आम आदमी पार्टी के चुनाव अभियान को वित्तपोषित करने के लिए राज्य के खजाने को बर्बाद करने का काम किया है।"

जिस तरीके से चिल्ला चिल्लाकर शिरोमणि अकाली दल के नेताओं ने भगवंत मान पर आरोप लगाए हैं। उससे सीएम साहब का पारा हाई है। और दूसरी तरफ केजरीवाल टेंशन में बैखला रहे हैं। क्योंकि आगे उन्हें भी पार्टी का भविष्य बिगड़ता दिखाई दे रहा है। 
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