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Kadak Baat: Sunita Kejriwal की वजह AAP में मचा बवाल, क्या गुस्से में है Raghav-Sanjay-Bhagwant Mann ?

जेल जाने के बाद केजरीवाल ने पार्टी की सारी पावर सुनीता केजरीवाल के हाथों में दी है जिससे AAP के कई नेता ठगा महसूस कर रहे हैं
Kadak Baat: Sunita Kejriwal की वजह AAP में मचा बवाल, क्या गुस्से में है Raghav-Sanjay-Bhagwant Mann ?
आम आदमी पार्टी में इस वक्त उधल पुथल मची हुई है । एक तरफ केजरीवाल इंसुलिन विवाद पर फंस गए हैं । एलजी के बाद कोर्ट ने उनकी पोल खोल दी है । दवाईयां उनतक पहुंच रही है । दूसरी तरफ सुनिता केजरीवाल की वजह से पार्टी में खेल हो गया है । एक तऱफ राघव चड्ढा पार्टी से दूर हो गए हैं । तो दूसरी तरफ संजय सिंह भी दरकिनार होते जा रहे हैं । इतना ही नहीं भगवंत मान केजरीवाल से मिलकर कहां गायब हो गए किसी को मालूम नहीं । क्योंकि केजरीवाल खुद इस्तीफा ना देकर जेल से सरकार ही नहीं पार्टी भी चला रहे हैं । और बाहरी कमान अपनी पत्नी को सौंप दी है । यानी पार्टी में नंबर 2 का ओहदा अपनी पत्नी को सौंप दिया है । पार्टी के सारे काम अभी सुनिता केजरीवाल के हाथ में है । सुनिता केजरीवाल ही अब पार्टी की सर्वोसर्वा हो गई है । उन्होने ना सिर्फ संजय सिंह के पर कतर दिए हैं । बल्कि भगवंत मान को भी साइड लाइन कर दिया है ।

 
इसके प्रमाण तब मिल गए जब । संजय सिंह और भगवंत मान को छोड़कर सुनिता केजरीवाल खुद दिल्ली पंजाब गुजरात में आप के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के साथ रिव्यू मीटिंग कर रही हैं । ना आतिशी मीटिंग में शामिल हैं ना सौरभ भारद्वाज सिंजय सिंह और ना ही भगवंत मान ।जबकि ये वो लोग हैं जो केजरीवाल के जेल जाने के बाद  सबसे ज्यादा एक्टिव रहे । ईडी और बीजेपी को घेरते रहे । लेकिन केजरीवाल की चालाकी देखिए कुर्सी घर से बाहर ना चली जाए इसलिए अपनी पत्नी को आगे कर दिया  हालही में दो तस्वीरें सामने आई ।

पहली रामलीला मैदान की । जहां इंडिया गठबंधन के नेताओं ने केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ महारैली हुई ।इस रैली में भी सुनीता केजरीवाल ने ही मोर्चा संभाला । ना आतिशी को आगे किया ना सौरभ भारद्वाज को । सभी बड़े नेताओं से खुद ही मिलती नजर आई । दूसरी तस्वीर देखिये रांची में हेमंत सोरेन के पक्ष में फिर विपक्षियों का जमावड़ा लगा यहां भी सुनीता केजरीवाल ने खुद ही मोर्चा संभाला ।सुनीता केजरीवाल आम आदमी पार्टी की प्रतिनिधि के तौर पर वहां पहुंची । हालांकि संजय सिंह भगवंत मान भी साथ में वहां गए । लेकिन वो सहायक के तौर पर पहुंचे थे । तो ये बात साबित करती है कि केजरीवाल को अपनी पार्टी के किसी भी नेता पर भरोसा नहीं है । वैसे भी केजरीवाल की चालाकी के खिलाफ जिस भी नेता ने आवाज उठाई उसे पार्टी से बाहर कर दिया गया । और अब जो बचे हैं वो पूरी तरह केजरीवाल पर ही निर्भर हैं । यही वजह है कि किसी भी नेता में केजरीवाल  के सुनीता को आगे करने के फैसले पर सवाल उठाने की हिम्मत नहीं हो रही है । और इसी वजह से अंदर ही अंदर घमासान मचा हुआ है ।  सबसे बड़ी बात तो ये है कि केजरीवाल ने जेल में मुलाकात के लिए सिर्फ चार नाम दिए हैं । अपनी पत्नी-बेटे-बेटी और संदीप पाठक का ।जिनको हालही में ईडी ने शराब घोटाले में पूछताछ के लिए भी बुलाया था । 

अब समझिए केजरीवाल किसी भी संगठन के नेता से जेल में नहीं मिल रहे हैं ना ही सरकार में शामिल किसी मंत्री से ।बस जो संदेश भिजवाना होता है पत्नी से भिजवाते हैं । लेकिन पेंच कब फंसा । जब संजय सिंह जमानत पर जेल से बाहर आए । उनके बाहर आते ही सुनीता केजरीवाल ने केजरीवाल की कुर्सी पर बैठकर संदेश पढ़ना तक बंद कर दिया । क्या ऐसा संजय सिंह के विरोेध बगावत के बाद हुआ । ये बात बाहर निकलकर तो आई नहीं । लेकिन कयास कई तरह से लगाए जाने लगे । अब अचानक संजय सिंह के तेवर भी ढींले पढ़ रहे हैं ।क्या उन्हें मर्यादा में रहकर काम करने के लिए कहा गया है । उसने कहा गया है पार्टी में उनकी वही हैसियत है जो अरविंद केजरीवाल तय करेंगे । अरविंद केजरीवाल के बारे में कहा जाता है कि उन्हें अगर पूरी पार्टी में किसी पर भरोसा है तो वो हैं मनीष सिसोदिया । लेकिन वो भी जेल में है । तो ऐसे में सुनीता केजजरीवाल को रखा गया है । ये बात हम ऐसे ही नही कह रहे हैं । हालही में आम आदमी पार्टी के स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की गई । जिसमें पहले नंबर हैं केजरीवाल । दूसरे नंबर पर हैं सुनीता केजरीवाल ।और फिर हैं भगवंत मान ।

संजय सिंह तीसरे नंबर पर भी नहीं है ।जेल में बैठे मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन चौथे पांचवे नंबर पर हैं । और संजय सिंह सातवें नंबर पर हैं । तो उन्हें इस लिस्ट के जरिए बताया गया है कि ये है आपकी हैसियत । और बताया गया कि आपको जमानत बेशक मिल गई हो लेकिन पार्टी में आपका नंबर नहीं बढ़ जाएगा ।  आम आदमी पार्टी का ये खेल बता रहा है कि पार्टी में कुछ बड़ा होने वाला है । बगावत अगर होगी तो बड़े लेवल की होगी । क्योंकि बगावत करने वालों की लाइन में भगवंत मान भी हैं । क्योंकि लिस्ट में उन्हें दूसरे नहीं बल्कि तीसरे नंबर पर रखा गया है । वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा को लेकर भी तरह तरह की चर्चाएं चल रही है ।

एक चर्चा ये है कि राघव चड्ढा का नाम दिल्ली जल बोर्ड घोटाले में अाया है ।  उनको डर है कि अगर वो दिल्ली आएंगे तो गिरफ्तार हो जाएंगे । इसलिए वो नहीं आ रहे हैं । और दूसरी चर्चा ये है कि लोकसभा चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी के 7 सांसद पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो सकते हैं । उसमें राघव चड्ढा का भी नाम है । इन खबरों में सच्चाई कितनी है ये मालूम नहीं है । लेकिन इन चर्चाओं पर ना तो पार्टी ने कोई सफाई दी है । और ना ही राघव चड्ढा की तरफ से कोई बयान सामने आया है । केजरीवाल की गिरफ्तारी पर राघव चड्ढा की चुप्पी भी कई सवाल खड़े कर रही है । खैर कहा तो ये भी जा रहा है कि सुनीता केजरीवाल का नंबर दो नेता बनाना राघव चड्ढा को भी पसंद नहीं आया है । जिससे जल्द ही पार्टी में बड़ा विस्फोट होने वाला है ।लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद केजरीवाल को एक और बुरी खबर सुनने को मिल सकती है ।
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