उपचुनाव में Akhilesh पर भारी पड़े सपा के दो नेता, अयोध्या में Yogi ने बिगाड़ दिया खेल
अयोध्या में उपचुनाव से पहले अखिलेश के दो नेताओं ने सपा को बुरी तरह फंसा दिया है. दूसरी तरफ सीएम योगी के भी खेल बिगाड़ दिया है
Yogi Adityanath : उपचुनाव से पहले 10 सीटों पर Yogi Adityanath ने ऐसा खेल किया। अखिलेश यादव सिर पकड़कर बैठ गए। क्योंकि अपने ही दो नेताओं की वजह से अखिलेश चारों तरफ से डूब गए हैं। दरअसल अखिलेश यादव को लगा फैजाबाद सीट पर लोकसभा चुनाव जीत गए। तो विधानसभा की खाली हुई मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव भी आसानी से जीत जाएंगे। लेकिन ऐन वक्त पर अखिलेश यादव के पैरों पर कुल्हाड़ी मारने का काम किया। मोईद खान ने। जिनका चुनाव से चंद रोज पहले ही रेप कांड पकड़ा गया। और इस घटना ने पूरे अयोध्या के साथ-साथ देश का खून खौला दिया। लोगों को राहत तो तब मिली जब योगी आदित्यनाथ एक्शन मोड में आए। रेप के आरोपी सपा नेता की कमर तोड़ डाली। ना सिर्फ उसे जेल में डाला गया।
बल्कि उसकी बेकरी पर बुलडोजर तक दौड़ा दिया। इसी बीच अब योगी आदित्यनाथ ने इस एक्शन के साथ साथ अयोध्या में होने वाले उपचुनाव को लेकर तैयारी भी शुरू कर दी। क्योंकि खुद इस मुद्दे पर सपा को घेरने के लिए योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुंचे। और मोईद खान को लेकर सपा के काले चिट्ठे खोल दिए। इसी बीच धमाका तो तब हुआ जब एक सपा नेता ने ही योगी आदित्यनाथ का हाथ पकड़ लिया। दरअसल योगी की अयोध्या वाली बैठक में सपा के बागी विधायक अभय सिंह शामिल हुए। जिसके बाद चर्चाओं को दौर शुरू हो गया। कि अब अखिलेश के साथ खेल होने वाला है। क्योंकि इससे पहले डीएनए टेस्ट की मांग पर वो सपा के खिलाफ जाकर बयान दे चुके हैं।
ऐसे में अब योगी से उनकी मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। क्योंकि वो बैठक के बाद भी मोईद खान को लेकर खुलकर अखिलेश यादव पर तंज कसते नजर आए। अब योगी के साथ बैठक में शामिल होने और कुछ कागज सौंपने का मतलब तो समझ ही जाएइये। जल्द उनके पाला बदलने की खबर भी सुनने को मिल जाएगी। क्योंकि योगी आदित्यनाथ ने भी उपचुनाव को लेकर पूरी ताकत झोंक दी है। अयोध्या में अधिकारियों के साथ बैठक की। ये पता लगाने की कोशिश की। कि आखिर लोकसभा चुनाव में कहां कमियां रहीं। क्यो बीजेपी हारी । इसके साथ ही।
अयोध्या में सीएम योगी ने श्रद्धालुओं की सुविधाओं की जानकारी ली। अधिकारियों से ट्रामा सेंटर के लिए भूमि चयन कर प्रस्ताव भेजने को भी कहा। सीएम ने कानून व्यवस्था की समीक्षा के साथ ही कार्यकर्ताओं से उपचुनाव की तैयारियों का भी जायजा लिया। धर्मपथ पर आस्था रथ और श्रीराम हेरिटेज वाक का लोकार्पण किया। बीजेपी के जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों के साथ बैठक की। कार्यकर्ताओं को उपचुनाव में जीता हासिल करने का मंत्र दिया। प्रचार के ग्लैमर से दूर एक एक मतदाता से जुड़कर उसे पार्टी के पक्ष में करने का आह्वान किया। बोगस मतदाता सूची को लेकर सजगता बरतने के निर्देश दिए।
सीएम योगी का अयोध्या उपचुनाव जीतना बेहद अहम है। क्योंकि ये एक ऐसी सीट है। जहां लोकसभा में हारने से बीजेपी को काफी विवाद झेलना पड़ा है। ऐसे में यहां सपा और बीजेपी के लिए नाक की लड़ाई शुरू हो गई है। इसलिए खुद सीएम योगी अयोध्या में मोर्चा संभालने पहुंचाने। मिल्कीपुर सीट पर बूथ लेवल से लेकर पदाधिकारियों तक से मुलाकात कर सारी कमियों को दूर करने। लोगों तक पहुंचने के दिखा निर्देश दिए। ऐसे में अखिलेश यादव अयोध्या में फंसते नजर आ रहे हैं। अयोध्या में अवधेश प्रसाद के जीतने की खुशी अब अखिलेश यादव के लिए मातम में बदल गई है। क्योंकि मोईद खान के रेप कांड की वजह से सपा मिल्कीपुर सीट पर फंसती दिखाई दे रही है। अयोध्या में जीत की खुशी अब जल्द अखिलेश के लिए उनके ही नेता तामत में बदल देंगे।