कौन हैं शराब घोटाले के 10 अहम किरदार ?.. जो केजरीवाल को जेल पहुंचाने और उनकी कुर्सी हिलाने के लिए बने काल!
बीजेपी ने साजिश के तहत जेल भिजवाया। लेकिन असलियत को ये है कि 10 किरदारों की वजह से केजरीवाल सलाखों के पीछे पहुँचे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal जबसे जेल से बाहर आए हैं। चिल्ला चिल्लाकर बीजेपी के पीछे पड़ गए। आरोप लगा रहे हैं कि बीजेपी ने साज़िश के तहत उन्हें जेल में डलवाया। प्रताड़ित करवाया। लेकिन केजरीवाल बीजेपी वाली एक बड़ी गलतफमी पालकर बैठे हैं। क्योंकि आज हम खुलासा करेंगे कि केजरीवाल किसकी वजह से जेल में पहुंचे। और कैसे उनके ही अपने 10 नेता सीएम साहब के दुश्मन बने। जब इन नेताओं ने मुंह खोला तो केजरीवाल का सारा खेल खोलकर रख दिया। और इसी खेल ने सीएम साहब की कुर्सी को भी दांव पर लगा दिया है। दरअसल शराब घोटाले के खेल का सबसे बड़ा और पहला किरदार हैं ।
मनीष सिसोदिया
तो जिस सिसोदिया को केजरीवाल गले लगाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने ही केजरीवाल को जेल पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई। दरअसल सबसे पहले ईडी सीबीआई ने AAP नेताओं में सिसोदिया को गिरफ्तार किया था। सिसोदिया पर आरोप लगा की पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने ही दिल्ली में नई शराब नीति बनाई। ख़ुद भी पैसा कमाया और शराब नीति में फेरबदल कर निजी व्यक्तियों को लाइसेंस धारकों को अनुचित लाभ पहुंचाया। 26 फ़रवरी 2023 को सीबीआई ने। और 12 दिन बाद ईडी ने सिसोदिया को शराब घोटाले में गिरफ्तार किया था। और पूछताछ के बाद सिसोदिया ने ऐसे ऐसे खुलासे कर दिए थे। जो केजरीवाल के लिए जी का जंजाल बने। इन्हीं खुलासे के बाद ईडी सीएम साहब के घर तक पहुंच गई। और केजरीवाल कहते हैं। बीजेपी ने साज़िश रची। तो सीएम साहब की ये सबसे बड़ी ग़लतफ़हमी थी। दूसरा नंबर आता है ।
संजय सिंह
संजय सिंह को भी जब ईडी ने शराब घोटाले में गिरफ्तार किया तो उन्होंने भी पूछताछ में कई खुलासे किए। तो कही ना कहीं केजरीवाल की गिरफ़्तारी में संजय सिंह का रोल भी अहम था। क्योंकि संजय सिंह पर शराब नीति में साज़िशकर्ता होने का आरोप लगा। ईडी ने उन्हें 4 2023 में गिरफ्तार किया था। चार्जशीट में आरोपी भी बनाया था।पूछताछ में खुलासे हुए तो और ज़मानत मिली तो और उनके बाद ईडी की गिरफ्तार में आई।
के कविता
के कविता ही शराब घोटाले में सबसे अहम किरदार की गिरफ़्तारी थी। क्योंकि के कविता की साउथ लॉबी ने ही केजरीवाल और बाकी आप नेताओं के पास 100 करोड़ की रिश्वत पहुंचाई थी। ताकी शराब नीति का फ़ायदा मिले। जिसका ईडी ने अपनी चार्जशीट में भी खुलासा किया। के कविता की गिरफ़्तारी के बाद ही आम आदमी पार्टी की मुश्किलें सबसे ज़्यादा बढ़ी।क्योंकि सीएम साहब की गिरफ़्तारी का रास्ता के कविता से पूछताछ के बाद ही खुला। के कविता भी 150 दिन तक सलाख़ों के पीछे रहीं। और उनकी गिरफ़्तारी के बाद कई नेताओं पर ईडी ने शिकंजा कसा।
विजय नायर
आप के पूर्व संचार प्रभारी विजय नायर को आबकारी नीति मामले में 2022 में गिरफ्तार किया था। विजय नायर शराब घोटाले की ऐसी कड़ी थी। जिसने पूछताछ में ईडी सीबीआई के सामने अंदर के राज खोले। ईडी के खुलासे के मुताबिक़ विजय नायर ने ही शराब नीति में बिचौलिए का रोल निभाया। साउथ लॉबी के लोगों से केजरीवाल सिसोदिया की बातचीत करवाई। कैसे पैसे पहुंचने है किसके थ्रू पहुंचने है। इसका खुलासा भी विजय नायर ने ही ईडी के आगे किया। जिसके बाद आप के एक के बाद एक नेता सलाख़ों के पीछे पहुँचते चले गए। केजरीवाल कि गिरफ़्तारी में विजय नायर का भी अहम रोल रहा है।
अरुण पिल्लई
हैदराबाद के व्यवसायी अरुण पिल्लई को ईडी ने 2023 में गिरफ्तार किया था। अरुण पिल्ले ने भी ईडी ने आगे पूछताछ में डील को लेकर कई बड़े खुलासे किए थे। किससे उसकी बातचीत हुई। कैसे शराब घोटाले में जुड़े। इसके राज ईडी के सामने बारिकी से अरुण पिल्लई ने खोले। जिसके बाद आप नेताओं पर खासकर केजरीवाल पर शिकंजा कसने का रास्ता और तेज़ी से खुला।
समीर महेंद्रू
समीर महेंद्रू शराब घोटाले का वो किरदार है जिनसे पूछताछ में केजरीवाल का नाम उछला। आरोप लगा कि विजय नायर ने शराब नीति को लेकर फ़ेस टाइम पर समीर महेंद्रू से केजरीवाल की बातचीत करवाई थी। मिलने का वक़्त तय हुआ था। इस बात का खुलासा ईडी के सामने समीर महेंद्रू ने किया था। जिसके बाद केजरीवाल पर ईडी का फ़ंदा लगा।
दिनेश अरोड़ा
दिनेश अरोड़ा पर क़रीब 35-36 करोड़ की अग्रिम रिश्वत राशि को संभालने ट्रांसफ़र करने में व्यक्तिगत रूप से शामिल होने का आरोप लगा। ED ने 2023 में दिनेश अरोड़ा को गिरफ्तार किया था। और बाद में भी सरकारी गवाह बन गए थे। सरकारी गवाह बनने के बाद दिनेश अरोड़ा ने शराब घोटाले की सारी परतें खोलकर रख दी है। जिससे केजरीवाल बुरी तरफ़ फंसे।
राघव मगुंटा
राघव मगुंटा को ईडी ने शराब घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया था। जिसके बाद वो इस केस में सरकारी गवाह बन गए। और इस दौरान शराब नीति से किसे कैसे जोड़ा गया। कैसे आम आदमी पार्टी तक पैसे पहुंचाए गए। इसका खुलासा ईडी के सामने राघव मगुंडा ने किया था।
सरथ रेड्डी
सरथ रेड्डी शराब घोटाले में साउथ ग्रुप का हिस्सा है। ईडी ने उनपर अपनी कंपनियों के माध्यम से पांच खुदरा क्षेत्रों को नियंत्रित करने का आरोप लगाया। 2022 में भी उन्हें गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद रेड्डी सरकारी गवाह बन गए। और ईडी के सामने शराब घोटाले की रणनीति कैसे कब क्यों बनाई गई। सारी पोल खोलकर रख दी।जिसके बाद आख़िर में केजरीवाल सलाख़ों के पीछे पहुंचे। तो ये वो 10 किरदार हैं । जिन्होंने ईडी सीबीआई के सामने शराब घोटाले को लेकर खुलासा किया। और ये खुलासे केजरीवाल के गले की फांस बने। जिसके बाद सीएम साहब जेल पहुंचे। बावजूद उसके भी केजरीवाल और उनकी टोली कहती है। बीजेपी ने साज़िश रची जेल भेजने के लिए। लेकिन केजरीवाल के अपने ही थे। जिनकी वजह से केजरीवाल सलाख़ों के पीछे इतना वक़्त बिता पाए। और अब भी बरी नहीं हुए हैं। बल्कि ज़मानत पर बाहर निकले हैं। लेकिन संजय सिंह माहौल बनाते हुए प्रेस कॉन्फ़्रेंस लेकर बैठे। और बीजेपी पर जमकर भड़ास निकाली। चलिए जाते जाते संजय सिंह का बयान सुनवाते हैं।