‘उन दरिंदों को सज़ा क्यों नहीं मिली ?’…संभल केस को लेकर विपक्ष पर जमकर बरसे सीएम योगी
सीएम योगी ने संभल की घटना को लेकर पहली बार विपक्ष पर जमकर हमला बोला है. सीएम योगी ने कहा कि संभल में इन्हीं के समय में आज से 46 सालो पहले जिस मंदिर को बंद कर दिया गया था वो मंदिर सबके सामने आ गया है इनकी मानसिकता को सबके सामने प्रदर्शित कर दिया है। क्या संभल में वो प्राचीन मंदिर रातोंरात प्रशासन ने बना दिया ?
संभल में एक तरफ़ पुलिस दंगाईयों की कमर तोड़ रही है। तो दूसरी तरफ तलाशी अभियान चलाकर ऐसी ऐसी चीजें बरामद कर रही है। जिससे ना ख़ुद शासन प्रशासन हैरान है। बल्कि हिंदू समाज के भी होश फ़ाख्ता हो गए हैं। क्योंकि पहले संभल की मस्जिद में बिजली चोरी के लिए मिनी पावर हाउस पकड़ा गया। और उसके बाद 46 साल से बंद पड़ा मंदिर ढूँढ निकाला गया। अब मंदिर मिलने पर सीएम योगी ने कट्टरपंथियों की ऐसी क्लास लगाई। धर्म के ठेकेदार तौबा तौबा करने लगे। क्योंकि सीएम योगी ने छूटते ही ना सिर्फ़ दंगाईयों की कमर तोड़ने का काम किया है बल्कि हिंदू मंदिरों पर क़ब्ज़ा करने वाले को चेतावनी दे डाली है।
सीएम योगी ने साफ़ और खुले शब्दों में उन लोगों को चेतावनी देने का काम किया है कि जो मस्जिदों में हो रहे सर्वों पर सबसे ज़्यादा बौखला रहे हैं।आरोप लगा रहे हैं कि शासन प्रशासन के लोग ही साज़िश के तहत मस्जिदों में मंदिर के सबूत गाढ़े जा रहे हैं। अब सीएम योगी ने कट्टरपंथियों को कड़े शब्दों में जवाब देते हुए साफ़ कहा है कि 46 साल पहले जिस मंदिर को बंद करवा दिया था। वो मंदिर सबके सामने आ गया है इनकी मानसिकता को सबके सामने प्रदर्शित कर दिया। सीएम योगी ने झूठ फैलाने वालों से सवाल किया। और पूछा की संभल में निकला मंदिर क्या रातोंरात प्रशासन ने बना दिया। क्या वहाँ बजरंग बली की इतनी प्राचीन मूर्ति रातोंरात आ गई। सीएम योगी ने चेतावनी देते हुए कहा है कि उन दरिंदों को सज़ा क्यों नहीं मिली है। जिन्होंने 46 साल पहले संभल में नरसंहार किया था। इसपर धर्म के ठेकेदार बनने वाले साज़िशकर्ता क्यों चर्चा नहीं करते। इसके साथ ही सीएम योगी इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज शेखर कुमार यादव के समर्थन में भी जमकर दहाड़े। सीएम योगी शेखर यादव का समर्थन करते हुए विपक्षियों के होश ठिकाने लगाने का काम किया। तंज कसते हुए कहा कि संविधान की दुहाई देने वाले लोग संविधान की धज्जियाँ उड़ाते हैं। जो लोग इनके खिलाफ सच बोलते है। उनके ख़िलाफ़ ही महाभियोग लगाकर बवाल पर उतार आते हैं।
सीएम योगी ने सीधे तौर पर राहुल गांधी को आईना दिखाने का काम किया है क्योंकि संभल में हिंसा भड़की तो सबसे ज़्यादा कांग्रेस को दर्द हुआ। दर्द हिंसा भ़ड़कने का नहीं। बल्कि दंगाईयों पर एक्शन का हुआ। मस्जिद में सर्वे का हुआ। और तो और संभल में मिले मंदिर पर राहुल गांधी और अखिलेश यादव से मुंह से एक शब्द नहीं निकला। यही वजह है कि सीएम योगी ने भरे मंच से राहुल गांधी के साथ साथ अखिलेश यादव को भी आईना दिखाने का काम किया।