सिरदर्द हो सकता है ब्रेन कैंसर का संकेत, जानें इसके लक्षण और बचाव
नेपाल के प्रसिद्ध सोशल मीडिया क्रिएटर विवेक पंगेनी का ब्रेन कैंसर के कारण निधन हो गया। वह Glioma के तीसरे चरण से जूझ रहे थे। इस लेख में ब्रेन कैंसर के लक्षण, इसके कारण और इससे बचाव के उपायों पर चर्चा की गई है। सिरदर्द, मितली, और दृष्टि संबंधी समस्याओं जैसे सामान्य लक्षणों को नजरअंदाज करना घातक हो सकता है।
नेपाल के प्रसिद्ध सोशल मीडिया क्रिएटर विवेक पंगेनी (Bibek Pangeni) के निधन ने सबको चौंका दिया है। अपने मनोरंजक वीडियो और पारिवारिक कंटेंट के लिए लोकप्रिय विवेक ब्रेन कैंसर से जूझ रहे थे। उनकी मृत्यु ने इस गंभीर बीमारी की ओर सभी का ध्यान आकर्षित किया है। विवेक Glioma के तीसरे चरण (Stage-3 Glioma) से ग्रसित थे, जो ब्रेन कैंसर का एक अत्यंत घातक प्रकार है।
उनके निधन की खबर न केवल उनके प्रशंसकों के लिए दुखद है, बल्कि यह सभी को ब्रेन कैंसर के लक्षणों और इसके संभावित खतरों के प्रति सचेत भी करती है। इस लेख में हम ब्रेन कैंसर, इसके कारण, लक्षण और बचाव के उपायों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे, ताकि आप इसे समय रहते पहचान सकें और उचित इलाज करवा सकें।
ब्रेन कैंसर: क्या है यह जानलेवा बीमारी?
ब्रेन कैंसर एक ऐसी स्थिति है, जिसमें मस्तिष्क की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं और ट्यूमर का निर्माण करती हैं। यह ट्यूमर दो प्रकार का हो सकता है।
सौम्य ट्यूमर (Benign Tumor): यह धीमी गति से बढ़ता है और सामान्यतः अन्य अंगों में नहीं फैलता।
घातक ट्यूमर (Malignant Tumor): यह तेजी से बढ़ता है और मस्तिष्क के अन्य हिस्सों को प्रभावित कर सकता है।
Glioma ब्रेन कैंसर का एक प्रकार है, जो मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी में मौजूद ग्लियल कोशिकाओं (Glial Cells) में विकसित होता है। यह कैंसर का सबसे आम और गंभीर रूप है। ब्रेन कैंसर के लक्षण अक्सर सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं की तरह लगते हैं, जिससे इसे पहचानना मुश्किल हो जाता है। लेकिन अगर ये लक्षण लंबे समय तक बने रहें, तो इन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
लगातार सिरदर्द: सुबह के समय सिरदर्द अधिक महसूस होना, जो दवाओं से ठीक न हो।
मितली और उल्टी: बार-बार बिना कारण मितली आना या उल्टी होना।
दृष्टि समस्या: धुंधला दिखना, डबल विजन या अचानक दृष्टि में कमी आना।
संतुलन में कमी: चलते समय बार-बार गिरना या असंतुलित महसूस करना।
मांसपेशियों में कमजोरी: शरीर के किसी एक हिस्से में कमजोरी या सुन्नता।
याददाश्त की समस्या: चीजें भूल जाना या निर्णय लेने में कठिनाई होना।
मनोवैज्ञानिक परिवर्तन: स्वभाव में अचानक बदलाव, जैसे चिड़चिड़ापन या अवसाद।
Glioma: ब्रेन कैंसर का सबसे खतरनाक रूप
Glioma एक प्रकार का ब्रेन कैंसर है, जो मस्तिष्क की सहायक कोशिकाओं में शुरू होता है। यह कैंसर कई प्रकार का हो सकता है, जिनमें शामिल हैं
एस्ट्रोसाइटोमा (Astrocytoma): यह मस्तिष्क के एस्ट्रोसाइट कोशिकाओं को प्रभावित करता है।
ओलिगोडेंड्रो ग्लियोमा (Oligodendroglioma): यह मस्तिष्क के ओलिगोडेंड्रोसाइट कोशिकाओं को प्रभावित करता है।
इपेंडाइमोमा (Ependymoma): यह मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी की नलिकाओं को प्रभावित करता है।
विवेक पंगेनी Glioma के तीसरे चरण से जूझ रहे थे। Glioma के लक्षण आमतौर पर कैंसर के प्रकार और इसके स्थान पर निर्भर करते हैं, लेकिन यह बीमारी तेजी से बढ़ने वाली होती है और मस्तिष्क के अन्य हिस्सों को प्रभावित कर सकती है।
ब्रेन कैंसर के कारण और जोखिम
ब्रेन कैंसर के सटीक कारणों का अभी तक पूरी तरह से पता नहीं चल पाया है, लेकिन कुछ कारक इसके जोखिम को बढ़ा सकते है।
आनुवांशिक प्रवृत्ति: अगर परिवार में किसी को कैंसर हुआ है, तो इसकी संभावना बढ़ सकती है।
रेडिएशन एक्सपोजर: उच्च स्तर के रेडिएशन से संपर्क में आने वाले लोगों को इसका खतरा अधिक होता है।
रासायनिक एक्सपोजर: जहरीले रसायनों के संपर्क में आने से भी यह जोखिम बढ़ सकता है।
कमजोर इम्यून सिस्टम: कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग इसके प्रति अधिक संवेदनशील हो सकते हैं।
हालांकि ब्रेन कैंसर को पूरी तरह से रोकना संभव नहीं है, लेकिन कुछ एहतियात बरतकर इसके जोखिम को कम किया जा सकता है।
स्वस्थ आहार: फल, सब्जियां और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर भोजन करें।
शारीरिक सक्रियता: नियमित व्यायाम से शरीर स्वस्थ रहता है।
रेडिएशन से बचाव: अनावश्यक रेडिएशन से दूर रहें।
स्वास्थ्य जांच: नियमित रूप से डॉक्टर से परामर्श लें और किसी भी असामान्य लक्षण को नजरअंदाज न करें।
विवेक पंगेनी जैसे युवा और प्रतिभाशाली व्यक्ति का ब्रेन कैंसर के कारण निधन एक बड़ी क्षति है। यह घटना हमें यह सिखाती है कि स्वास्थ्य समस्याओं को हल्के में नहीं लेना चाहिए। लगातार सिरदर्द, मितली, या दृष्टि संबंधी समस्याओं को नजरअंदाज करना आपके जीवन के लिए गंभीर खतरा बन सकता है।