Char Dham यात्रा को लेकर जो किसी ने नहीं किया, CM Dhami ने कर दिखाया !
चार धाम यात्रा शुरू होने से पहले इस बार सीएम धामी ने कई तरह के प्लान बनाए हैं और तैयारियाँ की हैं। अब तक किसी भी मुख्यमंत्री ने जो नहीं किया, धामी ने कर दिखाया है। देखिए पूरी रिपोर्ट।
हर राज्य की अपनी अलग पहचान होती है। हर राज्य की अपनी अलग खासियत होती है। हर राज्य की विशेष छवि होती है। उत्तराखंड के लिए इन सारी बातों का एक ही जवाब है, देवभूमि।
उत्तराखंड को देवभूमि कहने के पीछे हजारों कारण हैं। जिसमें से एक कारण है केदारनाथ धाम। और चार धाम की यात्रा। कहते हैं कि ये वो धाम है, जिसकी लाखों मान्याताएं हैं। और यही कारण है कि जैसे ही केदारनाथ धाम के कपाट खुलते हैं। तो भक्तों की भीड़ वहां बढ़ जाती है। और जब भक्तों की भीड़ ज्यादा होती है तो राज्य की सरकार से लेकर प्रशासन तक पर एक दबाव होता है। लेकिन जब राज़्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी हों तो फिर चिंता जैसी कोई बात नहीं होती है।
सवाल ये है कि ये सब व्यवस्थित और संयोजित तरीके से कैसे होगा ।तो इसके लिए भी सीएम धामी ने पूरा प्लान बना रखा है। पहले उनके प्लान और आदेश दोनों जानिए। ये आदेश और प्लान उन्होंने प्रशासन से जुड़े लोगों को पहले ही बता दिए हैं।
ये भी सच है कि वीआईपी मूवमेंट से काफ़ी दिक़्क़तें होती है। ख़ासकर आम भक्तों को इस परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसीलिए इस बार उन्होंने वीआईपी मूवमेंट को लेकर पहले से ही अधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं। मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर समीक्षा भी की है। और कहा है कि चारधाम की यात्रा हमारे लिए चुनौती भी और परीक्षा की घड़ी भी है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के डीजीपी को निर्देश दिया है कि मंदिर परिसर में जितने भी सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे वो भक्तों के साथ में अच्छा व्यवहार करें। और भक्तों को जो भी जरूरत हो, उसकी मदद के लिए तुरंत आगे आएँ।
सीएम धामी चाहते हैं कि देश या विदेश से जो कोई भी श्रद्धालु चार धाम यात्रा पर पहुँचे, वो एक अच्छा संदेश लेकर जाए। ताकि देश विदेश में उत्तराखंड की एक अच्छी छवि बने। सीएम धामी ने अपने इस प्लान को अच्छे से अंजाम देने के लिए और भी कई तरह की तैयारियाँ की है।
सीएम धामी इस बात को जानते हैं कि सबसे ज़्यादा शिकायतें हेली सेवाओं को लेकर आती है। भक्तों की तरफ़ से इसकी जितनी डिमांड होती है, उसे लेकर भी पूरा प्लान तैयार किया गया है। तो इस बार हेलिकॉप्टर सेवाओं पर बहुत ज़्यादा सख़्ती करने की बात कही गई है।
मतलब जितनी चुनौतियाँ हैं, उन चुनौतियों से निपटने के लिए तैयारियां भी हैं। जितनी परेशानियाँ हैं, तो उन परेशानियों का तोड़ भी है। और ये सब ख़ुद सीएम पुष्कर सिंह धामी की अगुवाई में हो रहा है। चार धाम की यात्रा के दिनों में ट्रैफ़िक को लेकर भी खूब समस्याएँ आती है। तो उन समस्याओं से निपटने के तरीक़े भी प्रशासनिक अधिकारियों को बता दिया गया है।
चार धाम की यात्रा उत्तराखंड के लिए उत्सव का वातावरण तैयार करती है। चुनौतियाँ तो वाक़ई में हज़ार है, लेकिन हर साल श्रद्धालुओं की संख्या चार धाम यात्रा में बढ़ रही है। और इस बार तो यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह भी है। एक बात और मुख्यमंत्री जानते हैं कि चुकि उत्तराखंड मेजबान है, ऐसे में ये दायित्व सिर्फ़ हम सबका है कि पिछले साल के अनुभव से सीख लेकर इस यात्रा को और बेहतर बनाया जाए।