BCCI ने सिलेक्शन कमेटी में किया बड़ा बदलाव, पूर्व खिलाड़ी की हुई एंट्री
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने अजय रात्रा को सिलेक्शन कमेटी मे सलिल अंकोला की जगह शामिल किया है। नियम के अनुसार सभी पांच चयनकर्ता अलग-अलग क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं अगरकर को मुख्य चयनकर्ता नियुक्त करने के बाद से चयन पैनल में वेस्ट जोन से दो चयनकर्ता थे। जिसमे सलिल अंकोला पहले से ही समिति का हिस्सा थे।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने मंगलवार को पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज़ Ajay Ratra अजीत अगरकर की अध्यक्षता वाली मेंस सिलेक्शन कमेटी के नए सदस्य के रूप में नॉमिनेट किया। रात्रा समिति को सलिल अंकोला की जगह सिलेक्शन कमेटी मे शामिल किया गया है। नियम के अनुसार सभी पांच चयनकर्ता अलग-अलग क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं अजीत अगरकर की अध्यक्षता वाली समिति में रात्रा नॉर्थ जोन का प्रतिनिधित्व करेंगे। अगरकर को मुख्य चयनकर्ता नियुक्त करने के बाद से चयन पैनल में वेस्ट जोन से दो चयनकर्ता थे। जिसमे सलिल अंकोला पहले से ही समिति का हिस्सा थे।
आपको बता दें की पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज रात्रा को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट दोनों का काफी अनुभव है। भारतीय टीम मे बल्लेबाज़ी और विकेट कीपर की भूमिका के साथ साथ वह घरेलू क्रिकेट मे कोच की भी भूमिका निभा चुके है। रात्रा ने सिलेक्शन के बाद BCCI ने अपने अधिकारी बयान जारी करते हुए कहा ‘भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की क्रिकेट सलाहकार समिति ने मंगलवार को अजय रात्रा को अजीत अगरकर की अध्यक्षता वाली पुरुष चयन समिति का नया सदस्य नियुक्त किया। रात्रा समिति में सलिल अंकोला की जगह लेंगे।’ भारत को 19 सितंबर से बांग्लादेश के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है। हालांकि रात्रा गुरुवार से पद संभालेंगे जब दलीप ट्रॉफी शुरू होगी।
अपने सिलेक्शन के बाद अजय रात्रा ने कहा ‘यह बहुत बड़ा सम्मान और चुनौती है। मैं भारतीय क्रिकेट में योगदान देने के लिए उत्सुक हूं।’
अगर बात करें अजय रात्रा की तो उन्होंने अपने छोटे से क्रिकेट करियर मे टीम इंडिया 6 टेस्ट मैच और 12 वनडे मैच खेले हैं। साथ ही उन्होंने ने 10 टेस्ट पारियों में 18.11 की औसत और 30.58 की स्ट्राइक रेट से 163 रन बनाए हैं।जबकि 8 वनडे मे उन्होंने 12.85 की औसत और 70.86 की स्ट्राइक रेट से 90 रन बनाए हैं। इसके साथ साथ उनके पास असम, पंजाब और उत्तर प्रदेश के मुख्य कोच के रूप में काम करने का भी अनुभव है।