20 करोड़ की 'हेराफेरी' में फंसे Team India के पूर्व कप्तान Azharuddin, ईडी ने भेजा समन
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और कांग्रेस नेता अजहरुद्दीन को ईडी ने तलब कर लिया है। उन्हें सितंबर 2019 में एचसीए अध्यक्ष चुने गए थे। तो उस वक्त उन्होंने 20 करोड़ मिले फंड का दुरपयोग किया है।
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और कांग्रेस नेता Mohammad Azharuddin को ईडी ने तलब कर लिया है। और मामला उनके कार्यकाल में घोटाले का है। कहा जा रहा है कि अजहरुद्दीन सितंबर 2019 में एचसीए अध्यक्ष चुने गए थे। तो उस वक्त उन्होंने 20 करोड़ मिले फंड का दुरपयोग किया है।
भारत के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन इस वक्त एक मुसीबत में फंसते नजर आ रहे है। जिस तरह अजहरूद्दीन एक अच्छे खिलाड़ी रहे हैं। ठीक उसी तरह वह एक अच्छे नेता भी रहे हैं। 19 फ़रवरी 2009 में कांग्रेस में शामिल हुए। और उसी साल यूपी के मुरादाबाद से लोकसभा का चुनाव लड़ा। और जीत हासिल की। अजहरूद्दीन ने बीजेपी के कुंवर सर्वेश कुमार को हराया था। 2014 में उन्होंने टोंक-सवाई माधोपुर से चुनाव लड़ा लेकिन इसमें वो हार गए। इस वक्त वो तेलंगाना में लोकल राजनीति कांग्रेस से कर रहे है और अभी 2023 में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में तेलंगाना से चुनाव लड़ा। लेकिन पूर्व कप्तान मोहम्मद अज़हरुद्दीन को बीआरएस के उम्मीदवार मंगती गोपीनाथ से चुनाव हार गए। और हैदराबाद के जुबली हिल्स विधानसभा से चुनाव लड़ा था। लेकिन अब एक बार फिर कांग्रेस नेता मुसीबत में फंसते जा रहे है।
जी हां। ईडी ने गुरुवार को हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन से जुड़े एक मामले में कांग्रेस नेता मोहम्मद अजहरुद्दीन को नोटिस भेजा है। पहले एचसीए के अध्यक्ष रह चुके अज़हरुद्दीन पर अपने कार्यकाल के दौरान अनियमितता का आरोप है। इस मामले में ईडी की ओर से अजहरुद्दीन को जारी किया गया यह पहला समन है। मीडिया में छपी खबरों की माने तो यह मामला हैदराबाद के उप्पल में राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम का है। जहां पर डीजल जनरेटर, अग्निशमन प्रणाली और छतरियों की खरीद के लिए 20 करोड़ रुपये दिए गए थे। जिसमें कहा जा रहा है कि इसमें अजहरूद्दीन ने कथित तौर पर हेराफेरी की है। इसी वजह से उनकों नोटिस भेजा गया है।
जानकारी देते चले कि कुछ दिनों पहले इसी मामले में ईडी ने तेलंगाना में छापे मारी की थी। पूर्व क्रिकेटर पर आरोप है कि राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण के लिए डीजी सेट, अग्निशमन प्रणाली और छतरियों की खरीद में घोटाला हुआ है। इस केस की शुरुआत भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से होती है। ब्यूरो ने मामले में तीन एफआईआर दर्ज की थी। उसके बाद ईडी को जांच सौंपी गई। फिर 2023 में छापेमार की। मामला हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के 20 करोड़ रुपये के धन के आपराधिक दुरुपयोग से जुड़ा है। जानकारी देते चले कि ईडी ने जब छापेमारी की थी। तब गद्दाम विनोद, शिवलाल यादव और अरशद अयूब के ठिकानों पर छापे मारी की थी। यहां से कई डिजिटल उपकरण और दस्तावेज के साथ ही 10.39 लाख रुपये भी जब्त किए थे। यह पैसा कहां से आया, इसका कोई रिकॉर्ड नहीं था। तो आप समझ सकते है कि कैसे क्या हुआ और क्यों हुआ। अब देखना होगा कि आगे इस मामले में क्या होता है। और आगे ईडी क्या एक्शन लेती है। लेकिन घोटाले में इस वक्त पूर्व कप्तान अजहरूद्दीन मुश्किल में नजर आर हे है।