रोहित शर्मा के संन्यास की ओर इशारा? सेलेक्टर ने दिया बड़ा बयान
रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम को एक बड़ा झटका लगा है। न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने ही घर में पहली बार भारत को तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला में क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा है। इस हार ने रोहित को आलोचकों के निशाने पर लाकर खड़ा कर दिया है, उनकी कप्तानी और बल्लेबाजी दोनों में प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका है। अब टीम की नजरें न्यूजीलैंड श्रृंखला को पीछे छोड़कर ऑस्ट्रेलिया श्रृंखला पर हैं, लेकिन इससे पहले पूर्व चयनकर्ता ने रोहित को लेकर एक महत्वपूर्ण टिप्पणी की है।
न्यूजीलैंड से मिली हार के बाद ऑस्ट्रेलिया श्रृंखला भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण हो गई है, क्योंकि इसी पर आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने का सपना निर्भर करता है। रोहित चाहेंगे कि अपनी कप्तानी में वे ऑस्ट्रेलिया में टीम को जीत दिलाएं और खुद भी अच्छे रन बनाएं। लेकिन यदि ऐसा नहीं हुआ तो क्या होगा?
क्या रोहित लेंगे संन्यास?
टीम इंडिया के पूर्व चीफ सेलेक्टर कृष्णाचारी श्रीकांत का मानना है कि अगर रोहित ऑस्ट्रेलिया में अच्छा प्रदर्शन नहीं करते हैं, तो वे खुद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर सकते हैं। श्रीकांत उस चयन समिति के अध्यक्ष थे जिसने 2011 में वनडे वर्ल्ड कप के लिए टीम का चयन किया था, लेकिन रोहित को टीम में जगह नहीं मिली थी।
श्रीकांत ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, “अगर टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया में अच्छा प्रदर्शन नहीं करती है, तो आपको भविष्य के बारे में सोचना होगा। अगर रोहित अच्छा नहीं करते हैं, तो मुझे लगता है कि वे खुद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे और केवल वनडे खेलेंगे। उन्होंने पहले ही टी20 को छोड़ दिया है। हमें उनकी उम्र को भी ध्यान में रखना चाहिए; वे अब युवा नहीं रहे।“
उन्होंने आगे कहा कि रोहित में यह स्वीकार करने की हिम्मत है कि उनका प्रदर्शन खराब रहा। श्रीकांत ने कहा, “कम से कम रोहित में इतनी हिम्मत तो है कि वह यह मानते हैं कि उन्होंने अच्छा नहीं खेला और कप्तानी भी सही नहीं की। यह एक सकारात्मक बात है और इससे यह संकेत मिलता है कि वे सुधार के रास्ते पर हैं।" न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में रोहित ने केवल एक अर्धशतक बनाया और तीन मैचों की छह पारियों में कुल 91 रन ही बनाए।
रोहित शर्मा के अलावा विराट कोहली का प्रदर्शन भी न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में निराशाजनक रहा है। हालांकि, श्रीकांत का मानना है कि कोहली के बारे में ऐसे विचार रखना जल्दबाजी होगी।
उन्होंने कहा, “मेरे ख्याल से विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया में अपनी लय वापस पाने में सफल होंगे। ऑस्ट्रेलिया उनका मजबूत क्षेत्र है, और यही उनकी ताकत है। मुझे लगता है कि विराट कोहली के बारे में इस तरह की बातें करना उचित नहीं है। मैं इस बात को नहीं मानता। उनके पास बहुत समय है। एक या दो साल के खराब प्रदर्शन से टेस्ट क्रिकेट में उनकी गुणवत्ता कम नहीं होती हैं।"
दलीप ट्रॉफी में लेना था भाग
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय चयनकर्ता विराट कोहली, रोहित शर्मा, रविचंद्रन अश्विन, जसप्रीत बुमराह और रवींद्र जडेजा को सितंबर की दलीप ट्रॉफी में कम से कम एक मैच खेलने की सलाह देना चाहते थे। उनका मानना था कि इससे इन खिलाड़ियों को न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में अच्छा अभ्यास मिल जाएगा। लेकिन, रवींद्र जडेजा को छोड़कर अन्य सभी खिलाड़ियों ने इस सुझाव को नहीं माना। इसके परिणामस्वरूप, जडेजा को भी घरेलू रेड बॉल क्रिकेट से रिलीज कर दिया गया, हालाँकि वे दलीप ट्रॉफी खेलने के लिए तैयार थे। इस तैयारी की कमी के कारण भारतीय खिलाड़ियों का न्यूजीलैंड के खिलाफ हाल में हुआ टेस्ट प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा।
विराट कोहली और रोहित शर्मा ने लगभग एक दशक पहले अंतिम बार प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेला था। वहीं, ऋषभ पंत, सरफराज खान, वाशिंगटन सुंदर और केएल राहुल जैसे खिलाड़ियों ने घरेलू टूर्नामेंट में भाग लेकर टेस्ट इलेवन में अपनी जगह बनाने की कोशिश की है।
अब भारत की नजरें बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर हैं। न्यूजीलैंड टेस्ट श्रृंखला में रोहित शर्मा ने तीन मैचों में सिर्फ 91 रन बनाए, जबकि विराट कोहली का स्कोर 93 रन रहा। दोनों का प्रदर्शन बांग्लादेश के खिलाफ भी संतोषजनक नहीं रहा, जिसके चलते कुछ आलोचकों ने उन्हें घरेलू क्रिकेट में वापसी की सलाह दी।