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IAS ऑफिसर सुहास यतिराज ने पेरिस पैरालंपिक्स 2024 में जीता सिल्वर मेडल, रच दिया इतिहास

पेरिस पैरालंपिक्स 2024 में अब तक भारत का शानदार प्रदर्शन रहा है, जिसने सुहास यतिराज का नाम भी शामिल है। उन्होंने पेरिस पैरालंपिक्स 2024 में सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। सुहास यतिराज एक IAS ऑफिसर हैं लेकिन उनका ये सफर सुनकर आप भी उनके फैन हो जायेंगे।
IAS ऑफिसर सुहास यतिराज ने पेरिस पैरालंपिक्स 2024 में जीता सिल्वर मेडल, रच दिया इतिहास

ये पंक्तियाँ तो आपने सुनी ही होंगी "लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की हार नहीं होती"। ये सटीक बैठती हैं IAS ऑफिसर सुहास यतिराज पर। ज़िन्दगी में कई तूफ़ान आने के बाद भी सुहास यतिराज ने कभी हिम्मत नहीं हारी, पहले IAS ऑफिसर बनकर दुनिया के सामने खुद को साबित किया और अब पैरालंपिक्स 2024 में मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। जिसके बाद अब उन्हें हर कोई बधाई दे रहा है और उनकी इस जीत पर जश्न मना रहा है। 
 
इस तरह जीता सुहास यतिराज ने सिल्वर मेडल -

पेरिस पैरालंपिक्स 2024 में अब तक भारत का शानदार प्रदर्शन रहा है, भारतीय खिलाड़ी जमकर भारत की झोली में मेडल की बरसात कर रहे हैं, जिसने सुहास यतिराज का नाम  भी शामिल है। उन्होंने पेरिस पैरालंपिक्स 2024 में सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है।सुहास यतिराज ने बैडमिंटन मेंस सिंगल्स एसएल4 कैटेगरी में सिल्वर मेडल हांसिल  किया और करोड़ों लोगों का दिल जीत लिया। फाइनल मुकाबला भारत के सुहास यतिराज और फ्रांस के लुकास मजूर के बीच खेला गय था। पहले सेट में सुहास को 9-21 से हार का सामना करना पड़ा था, वहीं दूसरे मैच में भी उनकी कोशिश सफल नहीं हो पाई। 

उनकी ऐतिहासिक जीत पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने सुहास को सोशल मीडिया के ज़रिये बधाई दी और लिखा कि - "सिल्वर जीता है, लेकिन जुनून किसी गोल्ड मेडलिस्ट जैसा है, मेंस सिंगल्स एसएल4 बैडमिंटन कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीतने पर सुहास यतिराज को बहुत-बहुत बधाई, आपका समर्पण और उत्कृष्टता ने हम सभी को अपनी चुनौतियों को पार करने का प्रोत्साहन दिया है. हम सभी को आप पर गर्व है। "

2020 पैरालंपिक में भी जीत चुके हैं मेडल -

ये पहली बार नहीं है जब पैरालंपिक में सुहास यतिराज ने मेडल जीता है, इससे पहले भी वो साल 2020 पैरालंपिक में सिल्वर मेडल जीत चुके हैं और सुहास पैरालंपिक में लगातार दो बार मेडल जीतने वाले पहले भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बन गए हैं, इसके अलावा उन्होंने साल 2022 में एशियाई पैरा खेल के दौरान स्वर्ण पदक भी जीता था साथ ही साल 2018 के एशियाई पैरा खेलों में ब्रॉन्ज मेडल हांसिल किया था। साल 2016 एशियाई पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीते थे। सिर्फ इतना ही साल 2024 वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी सुहास गोल्ड मेडल जीत चुके हैं  है। 

सुहास यतिराज हैं IAS अधिकारी -

सुहास एलवाई एक IAS अधिकारी हैं, जन्म से ही सुहास के पैरों में दिक्कत थी, जिस वजह से उन्हें चलने में दिक्कत होती थी, लेकिन उनका जज्बा कभी कम नहीं हुआ, 
सुहास ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी से कम्प्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की है, लेकिन पिता की मौत के जिम्मेदारियों को अपने ऊपर लेते हुए सुहास ने सिविल सर्विस की तैयारी शुरू की और UPSC की परीक्षा पास की, वो साल 2007 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। 
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