IPL नीलामी में मोहम्मद शमी को होगा भारी नुकसान, संजय मांजरेकर ने बताई वजह
आईपीएल 2024 की नीलामी के दौरान मोहम्मद शमी को लेकर क्रिकेट जगत में कई चर्चाएँ हो रही हैं। भारत के अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी, जो पिछले कुछ वर्षों से आईपीएल में अपनी गेंदबाजी का दम दिखा चुके हैं, इस बार नीलामी में भारी नुकसान का सामना कर सकते हैं। पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने इसके पीछे कुछ महत्वपूर्ण कारण बताए हैं, जिनसे शमी की नीलामी की कीमत पर असर पड़ सकता है।
शमी की हालिया फॉर्म पर सवाल!
संजय मांजरेकर का मानना है कि मोहम्मद शमी के लिए आईपीएल नीलामी में एक बड़ी चुनौती हो सकती है, क्योंकि उनकी हालिया फॉर्म में उतार-चढ़ाव आया है। पिछले कुछ मैचों में उनकी गेंदबाजी उतनी प्रभावी नहीं रही, जितनी पहले थी। शमी आईपीएल में गुजरात टाइटन्स के लिए खेलते हैं और टीम के प्रमुख तेज गेंदबाज के तौर पर उनके नाम कई मैचों में सफलता रही है। लेकिन संजय मांजरेकर का मानना है कि शमी के प्रदर्शन में गिरावट और उनकी उम्र के साथ कुछ मुद्दे उनकी नीलामी कीमत को प्रभावित कर सकते हैं।
आयु और फिटनेस पर संदेह
शमी की उम्र 33 साल हो चुकी है, और जैसा कि आईपीएल नीलामी में देखा जाता है, उम्र एक अहम फैक्टर बन सकती है। तेज गेंदबाजों की उम्र बढ़ने के साथ उनके फिटनेस और स्टेमिना पर असर पड़ सकता है, जिससे उनकी नीलामी की कीमत में गिरावट आ सकती है। मांजरेकर का कहना है कि इस समय शमी के मुकाबले युवा और तेज गेंदबाजों की मौजूदगी ज्यादा अहमियत रखती है, जिनमें भविष्य की संभावना दिखती है। यह भी हो सकता है कि नीलामी में शमी की तुलना में युवा और नए तेज गेंदबाजों को ज्यादा प्राथमिकता मिले, जो उनकी कीमत को प्रभावित कर सकता है।
आईपीएल नीलामी में तेज गेंदबाजों की बड़ी प्रतिस्पर्धा
आईपीएल 2024 के लिए नीलामी में तेज गेंदबाजों की संख्या भी बहुत बड़ी हो सकती है। ऐसे में शमी के लिए प्रतिस्पर्धा बढ़ जाएगी। कई युवा और उभरते हुए तेज गेंदबाजों के पास शमी से बेहतर प्रदर्शन करने का मौका हो सकता है, और यही कारण है कि शमी की कीमत में कमी आने की संभावना है। संजय मांजरेकर का कहना है कि शमी का नाम एक मजबूत और अनुभवी गेंदबाज के तौर पर जरूर जाना जाता है, लेकिन वर्तमान आईपीएल सीजन की रफ्तार और प्रतिस्पर्धा को देखते हुए उनकी स्थिति में बदलाव आ सकता है।
टॉप टीमों की ओर से कम दिलचस्पी
हालांकि शमी की गेंदबाजी में अनुभव और कड़ी मेहनत का कोई मुकाबला नहीं है, लेकिन आईपीएल की टीमें ज्यादा सशक्त और युवा गेंदबाजों को प्राथमिकता दे सकती हैं। संजय मांजरेकर का कहना है कि इस बार प्रमुख फ्रेंचाइजी टीमों को शमी की तुलना में युवा गेंदबाजों पर ज्यादा ध्यान देने की संभावना है। यही कारण है कि शमी को शायद नीलामी में उतनी आकर्षक डील ना मिल सके जितनी पहले मिली थी।
आईपीएल नीलामी में मोहम्मद शमी को नुकसान होने की संभावना इस बात पर निर्भर करती है कि उनकी फॉर्म और फिटनेस पर कितनी ध्यान दिया जाता है। संजय मांजरेकर का कहना है कि आईपीएल में युवा और तेज गेंदबाजों की बढ़ती संख्या, शमी के लिए चुनौती पेश कर सकती है। हालांकि, शमी का अनुभव और उनका खेल कभी भी अनदेखा नहीं किया जा सकता, लेकिन इस बार नीलामी में उन्हें अपनी जगह बनाने के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है।