KBC पहुंचे पैरा ओलंपियन नवदीप सिंह ने सुनाई अपने संघर्ष की कहानी, अमिताभ ने भी किया सलाम, हर कोई रोने लगा
पैरा ओलंपियन नवदीप सिंह केबीसी शो में पहुंचे। नवदीप ने यहां अपने जीवन के संघर्षों का किस्सा सुनाया। इस चैंपियन की कहानी सुन लोग वहां खड़े होकर तालियां बजाने लगे। अमिताभ बच्चन भी अपनी सीट पर खड़े होकर नवदीप को नमन करने लगे।
पैरा ओलिंपिक में जेवलिन थ्रो में इतिहास लिखने वाले नवदीप सिंह चैंपियन लगातार चर्चाओं में है। नवदीप पहले गोल्ड मेडल और अब अपने इंटरव्यूज,पॉडकास्ट और शोज की वजह से चर्चाओं में है। वह लगातार देश के कई चर्चित शोज के साथ टीवी चैनलों को अपना इंटरव्यू दे रहे है। इनमें वह अपने संघर्षों की कहानी सुना रहे हैं। नवदीप का मेडल जीतने के वक्त का उनका सेलिब्रेशन और मोदी के साथ हुई बातें भी खूब वायरल हैं। इस बीच नवदीप देश के पॉपुलर टीवी शो केबीसी में पहुंचे। 23 साल के इस स्टार ने दुनिया भर में भारत का नाम रोशन किया। नवदीप भले ही बाहर से मुस्कुराते हुए नज़र आते हैं। लेकिन उनके अंदर आज भी कई दर्द हैं। जिन्हें जब भी वह सोचते है। तो उनकी आंखे नम हो जाती है। छोटी हाइट की वजह से बचपन से ताने सुनने वाले नवदीप की यहां तक पहुंचने की कहानी काफी दर्द भरी है।
नवदीप ने केबीसी में सुनाई अपने संघर्षों की कहानी हर कोई रो पड़ा
नवदीप सिंह अमिताभ के शो केबीसी में पहुंचे। जहां उन्होंने अपने संघर्ष की कहानी पर खुलकर बात की। नवदीप के इस दर्द की कहानी का प्रोमो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। इस वीडियो में उन्होंने बताया कि कैसे उन्हें छोटे कद की वजह से लोगों ने साइडलाइन कर दिया। नवदीप कहते हैं - "मेरे इस सफर में काफी उतार-चढ़ाव रहें। पैदा होते ही परिवार को लग गया था कि ड्वार्फिज्म रहेगा। इसकी हाइट ज्यादा नहीं रहेगी। तो परिवार वालों को इस बात के लिए काफी ज्यादा ताने सुनने को मिलते थे। कहते हैं कि ये जीवन में क्या कर पाएगा। इसको सर्कस में भेज दो। वहां से कुछ खा-कमा लेगा। वो लोग मेरे को भी टीज करते थे सर। कहीं ऊपर जगह बिठा दिया और फिर कहा उतर के दिखा, देखते हैं अब क्या करेगा। या फिर कुंडी लगा देना देखते हैं कि कैसे खोल सकेगा।
"सब बोलते थे कि इतनी उम्र हो गई है" लोग दूसरे से कंपेयर करते थे -
केबीसी में पहुंचे नवदीप ने कहा " सब बोलते थे कि उम्र हो गई है। अभी भी लाइन में खड़ा होता है। फिर मैं अपने स्टाइल में जवाब देता था कि " हम जहां खड़े होते हैं वहीं से लाइन शुरू होती है। लोग मुझे दूसरे से कंपेयर करके मुझे ऐसा फील कराते थे कि हां तू अलग है। इन सभी वजहों से फैमिली को काफी प्रॉब्लम झेलनी पड़ी। लेकिन परिवार वालों ने मेरा साथ कभी नहीं छोड़ा। उन्होंने कभी नहीं सोचा कि मैं अलग हूं। इतना सुनते ही अमिताभ अपनी सीट से नीचे उतरकर खड़े होकर तालियां बजाने लगते हैं। नवदीप की बातें सुनकर सभी दर्शक तालियां बजाने लगते हैं। हर तरफ उनके स्वागत में शोर मचने लगता है। नवदीप ने परिवार के सपोर्ट का भी किस्सा शेयर किया।
कौन हैं पैरा ओलंपियन चैंपियन नवदीप सिंह
नवदीप का जन्म हरियाणा में एक साधारण जाट तोमर मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ।नवदीप के पिता किसान हैं। वह हरियाणा के पानीपत में दूध और डेयरी चलाते हैं। नवदीप बौनेपन (F41) के साथ पैदा हुए थे और उनकी लंबाई केवल चार फुट चार इंच थी। इन सबके बावजूद उन्होंने कभी अपनी शारीरिक कमी को खुद पर हावी नहीं होने दिया। नवदीप का बचपन से ही एथलेटिक्स के प्रति गहरा लगाव था। इसी जुनून ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुँचाया। कमाल की बात यह हैं कि उनके पिता किसान के साथ एक पहलवान भी थे और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुके थे। ऐसे में खेल और मेहनत करने का जज्बा विरासत में मिला। नवदीप ने अपने करियर की शुरुआत 2017 एशियाई युवा पैरा खेलों में 2017 स्वर्ण पदक जीतकर की। उसके बाद उन्होंने नेशनल लेवल पर पाँच स्वर्ण पदक जीते और 2021 में वर्ल्ड पैरा ग्रैंड प्रिक्स में स्वर्ण और 2024 में विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक हासिल किया। लेकिन नवदीप को असली पहचान पैरा ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीतने का बाद मिली।