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रणजी मे फिर फ्लॉप साबित हुए रोहित और पंत , जडेजा ने झटके 12 विकेट

रोहित के आउट होते ही मुंबई का बल्लेबाज़ी क्रम एक बार फिर से ताश के पत्तों की तरह बिखरने लगा। यशस्वी जायसवाल, श्रेयस अय्यर, अजिंक्य रहाणे और शिवम दुबे जल्दी पवेलियन लौट गए। मुंबई एक समय पर 16 रनों की लीड के साथ सात विकेट गंवा चुका था, लेकिन शार्दुल ठाकुर के शानदार शतक ने एक बार फिर टीम को बचा लिया।
रणजी मे फिर फ्लॉप साबित हुए रोहित और पंत , जडेजा ने झटके 12 विकेट
मुंबई में रोहित शर्मा ने जम्मू कश्मीर के ख़िलाफ़ अपनी दूसरी पारी के दौरान अपने-अपने दफ़्तर जाने वाले लोगों को थोड़ी देर के लिए उत्साह से भर दिया। उन्होंने अपने चिर-परिचित आकर्षक अंदाज़ में शुरुआत की। रोहित और यशस्वी जायसवाल के बीच अर्धशतकीय साझेदारी के दौरान उन्होंने तीन छक्के और दो चौके लगाए। इस जोड़ी ने जम्मू कश्मीर की 86 रन की बढ़त को तेज़ी से कम करने का अच्छा प्रयास किया। लेकिन 28 रन के निजी स्कोर पर रोहित मिड विकेट पर कैच आउट हो गए। इस पारी में उनकी दो शॉट्स काफ़ी ख़ास थे- उमर नज़ीर की गेंद पर हुक करके सिक्सर और आक़िब नबी की गेंद पर सीधा फ्लैट बैट सिक्सर। हालांकि अंततः आक़िब ने ही रोहित को आउट किया। 

फिर फ्लॉप रहे कप्तान रोहित शर्मा 


रोहित के आउट होते ही मुंबई का बल्लेबाज़ी क्रम एक बार फिर से ताश के पत्तों की तरह बिखरने लगा। यशस्वी जायसवाल, श्रेयस अय्यर, अजिंक्य रहाणे और शिवम दुबे जल्दी पवेलियन लौट गए। मुंबई एक समय पर 16 रनों की लीड के साथ सात विकेट गंवा चुका था, लेकिन शार्दुल ठाकुर के शानदार शतक ने एक बार फिर टीम को बचा लिया। उनकी आठवें विकेट के लिए तनुष कोटियान के साथ 173 रन की अविजित साझेदारी ने मुंबई को तीसरे दिन में 188 रन की बढ़त के साथ पहुंचा दिया।

इस मैच में किसी भी टीम की जीत उन्हें प्लेऑफ़ के करीब ले जाएगी। हालांकि हार से भी उनकी राह खत्म नहीं होगी। लेकिन अगले मैच में जम्मू-कश्मीर का सामना बड़ौदा से है, जो तालिका में शीर्ष पर हैं, जबकि मुंबई को अपेक्षाकृत आसान प्रतिद्वंद्वी मेघालय से भिड़ना है।

जडेजा ने लिए 12 विकेट; पंत की रणजी वापसी रही फीकी


घरेलू क्रिकेट में काफ़ी कम टीमें ही सौराष्ट्र की तरह घरेलू परिस्थितियों का फ़ायदा उतनी मज़बूती से उठा पाती हैं। उन्होंने इस मैच से पहले दो आउटराइट जीत दर्ज करने की बात की थी, जिसके लिए उन्होंने 'स्पिन टू विन' की रणनीति अपनाई। रवींद्र जडेजा ने दिल्ली की कमज़ोर बल्लेबाजी को तहस-नहस करते हुए दोनों पारियों में पंजा खोलते हुए, टीम को बोनस प्वाइंट से जीत दिलाई। इस जीत ने सौराष्ट्र को तीसरे स्थान पर पहुंचा दिया।

पहली पारी में 5/66 के प्रदर्शन को जडेजा ने दूसरी पारी में 7/38 के आंकड़ों से बेहतर किया। सौराष्ट्र ने 83 रन की बढ़त हासिल करने के बाद दिल्ली को मात्र 94 रन पर समेट दिया। जडेजा के प्रमुख शिकारों में ऋषभ पंत का विकेट भी शामिल था, जिन्होंने दूसरी पारी में 17 रन बनाए, जबकि पहली पारी में वह 10 गेंदों में सिर्फ़ 1 रन बना सके थे। पंत ने अपनी पारी की शुरुआत जडेजा की गेंद पर रिवर्स स्वीप से चौका लगाकर की थी, लेकिन वे दिल्ली की बल्लेबाज़ी के ढहने के बावजूद दूसरे सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ रहे।

सौराष्ट्र ने 12 रन का आसान लक्ष्य तीन ओवर के भीतर हासिल कर दो दिन में ही जीत दर्ज कर ली।

आर. स्मरण का सुनहरा समय


पिछले हफ़्ते 21 वर्षीय आर. स्मरण ने विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी के फ़ाइनल में विदर्भ के ख़िलाफ़ मैच जिताने वाला शतक लगाया था। इस हफ़्ते उन्होंने अपने पहले प्रथम श्रेणी शतक को शानदार दोहरे शतक में बदलते हुए कर्नाटक को पंजाब के ख़िलाफ़ एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में 420 रनों की विशाल बढ़त दिला दी।

सीजन के पहले हिस्से में स्मरण ने सात पारियों में सिर्फ़ 145 रन बनाए थे और एक भी अर्धशतक नहीं लगाया था। तब ऐसा लग रहा था कि उन्हें रणजी ट्रॉफ़ी टीम में नियमित होने के लिए और इंतजार करना पड़ सकता है। लेकिन चयनकर्ताओं ने युवाओं पर भरोसा जताते हुए सफेद गेंद क्रिकेट से मनीष पांडे जैसे सीनियर खिलाड़ी को भी चयन प्रक्रिया से धीरे-धीरे बाहर कर दिया। स्मरण ने पांडे की जगह चौथे नंबर पर खेलते हुए ऐसी पारी खेली जो उनके उज्ज्वल भविष्य की नींव रखती है।

कर्नाटक की टीम में स्मरण का चयन अंडर-23 स्तर पर उनके शानदार प्रदर्शन के कारण हुआ। 2023-24 में उन्होंने 872 रन बनाए, जिसमें उत्तर प्रदेश के ख़िलाफ़ सीके नायडू ट्रॉफ़ी के फाइनल में मैच जिताने वाला शतक भी शामिल है। इसके अलावा उन्होंने महाराजा ट्रॉफ़ी में भी शानदार प्रदर्शन किया।

शनिवार को क्या होने की उम्मीद है:


पिछले साल इस समय रजत पाटीदार अपने टेस्ट डेब्यू की तैयारी कर रहे थे, लेकिन अब वे प्राथमिकता सूची में काफ़ी नीचे खिसक गए हैं। यहां तक कि वे भारत ए के ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भी चयनित नहीं हो सके। हालांकि रणजी सीजन के मज़बूत अंत और एक अच्छे आईपीएल प्रदर्शन के जरिए वे वापसी का मौक़ा बना सकते हैं। शुरुआत के लिए, वे त्रिवेंद्रम में केरल के ख़िलाफ़ पहली पारी में बढ़त गंवाने के बाद मध्य प्रदेश को एक बड़ी बढ़त दिलाने के लिए अपने नाबाद अर्धशतक को बड़ी पारी में बदलने की कोशिश करेंगे।

बेंगलुरु में शुभमन गिल का सामना कर्नाटक के युवा तेज़ गेंदबाज़ों की सख्त चुनौती से होगा। पंजाब को लगभग दो दिन तक मैदान में थकाने के बाद, उन्होंने अपनी दूसरी पारी 420 रन के घाटे से शुरू की है और वे 24/2 के स्कोर पर हैं। गिल पहली पारी में बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ अभिलाष शेट्टी की गेंद पर ड्राइव लगाने की कोशिश में विकेटकीपर को कैच देकर आउट हुए थे। इस समय वह 7 रन पर नाबाद हैं।



Input: IANS
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