फिर रद्द हुआ AFG vs NZ टेस्ट मैच तो BCCI पर बुरी तरह भड़के लोग !
ग्रेटर नोएडा स्टेडियम में अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट मैच की शुरुवात अभी तक नहीं हो पाई है, बारिश की वजह से लगातार मैच को रद्द करना पड़ रह है, जिस वजह से यहां के सिस्टम की पोल खुल गई है और अब BCCI फैंस के निशाने पर आ गया है।
AFG vs NZ Test Match : अफगानिस्तान vs न्यूजीलैंड के बीच ग्रेटर नोएडा के शहीद विजय सिंह पथिक स्टेडियम में टेस्ट मैच खेला जाना था लेकिन हालात इतने बुरे हैं कि मैच तो दूर की बात व्यवस्था भी ढंग से नहीं दिख रही है, 9 सितम्बर से इस टेस्ट मैच का आगाज़ होना था लेकिन बारिश की वजह से लगातार ये मैच रद्द किया जा रहा है, जिस वजह से एक बार फिर ग्रेटर नोएडा का ये स्टेडियम चर्चाओं में आ गया है। यहां की व्यवस्था से लेकर मैदान तक ये स्टेडियम खूब सुर्खियां बटौर रहा है। जिस पर काफी सवाल उठाये जा रहे हैं, सिर्फ इतना ही नहीं इस स्टेडियम की वजह से BCCI को फैंस खूब खरी - खोटी सुना रहे हैं। लेकिन सवाल ये है कि आखिर इन सब का ज़िम्मेदार कौन है ?
आपको बता दें अफगानिस्तान में रिसोर्सेस की कमी है जिस वजह से BCCI अफ़ग़निस्तान की मदद करता है और अफ़ग़निस्तान भारत में अपने क्रिकेट मैच की मेज़बानी करता है। अब अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट मैच की शुरुवात तो नहीं हुई लेकिन यहाँ के ड्रेनेज सिस्टम की बुरी तरह पोल खुल गई है। बारिश की वजह से फील्ड का ऐसा हाल हुआ कि ग्राउंड स्टाफ ने भी हाथ खड़े कर दिए। आउटफील्ड इतनी बुरी तरह गीला हुआ कि सुखी मिट्टी और घास भी काम नहीं आई। यहां तक कि गीला आउटफील्ड सुखाने के लिए पंखे का इस्तेमाल किया गया, फील्ड खोदा गया लेकिन कुछ भी काम नहीं आया। अभी तक हर कोशिश नाकाम होती दिखाई दे रही है, जिस वजह से BCCI, और मैनेजमेंट पर फैंस बुरी तरह भड़के हुए हैं।
सिर्फ इतना ही नहीं यहां तक कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो ऐसी भी वायरल हुई है जिसमें इस स्टेडियम में कैटरर वॉशरूम में बर्तन धोते दिखाई दिए थे जिसके काफी आलोचना की जा रही थी। लेकिन रिपोर्ट्स की माने तो अफगानिस्तान के सामने इस टेस्ट मैच के लिए ग्रेटर नॉएडा के अलावा और भी विकल्प थे जैसे देहरादून और लखनऊ ,लेकिन अफगानिस्तान ने इस ग्राउंड को चुना क्योंकि ये ग्राउंड अफगानिस्तान का होम ग्राउंड रह चुका है। और अन्य स्टेडियम में भारतीय घरेलु मैच खेले जा रहे हैं जिस वजह से अफ़ग़ानिस्तान के पास यही विकल्प बचा हुआ है। साथ ही रिपोर्ट्स के मुताबिक कहा ये जा रहा है कि इसकी मेज़बानी ACB के पास है और इसकी पूरी ज़िम्मेदारी उन्ही के ऊपर है इसमें BCCI या उत्तरप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन का कुछ लेना - देना नहीं है।
साल 2017 में इस स्टेडियम को करना पड़ा था बैन -
वैसे तो अफगानिस्तान इस स्टेडियम में अपने कई अंतराष्ट्रीय मैच खेल चुका है लेकिन साल 2017 में BCCI की एंटी करप्शन यूनिट ने इस स्टेडियम पर बैन लगाया था,और ये बैन किसी प्राइवेट लीग में हुए मैच फिक्सिंग की वजह से लगा था। तब से यहां BCCI ने कोई भी मैच का आयोजन नहीं करवाया। लेकिन यहाँ अफगानिस्तान के मैच होते रहे। कहा गया कि ये स्टेडियम ICC द्वारा स्वीकृत स्टेडियम है।
ऐसे में सवाल ये भी किये जा रहे हैं कि जब ये स्टेडिम बैन हुआ था तो यहां मैच क्यों कराये गए। और भले ही ख़बरों के मुताबिक कहा ये जा रहा हो इसकी मेज़बानी अफ़ग़ानिस्तान के पास है तो गलती भी अफगानिस्तान की है, लेकिन यह ग्राउंड भारत में है, इसे BCCI ने बनाया है जिस वजह से BCCI पर सवाल उठने लाज़मी है। खैर अब यहां की व्यवस्था को लेकर हर जगह BCCI की बदनामी हो रही है और लोगों का गुस्सा बुरी तरह फूट रहा है।