कौन हैं गोल्डन बॉय सुमित अंतिल, जिसने पेरिस पैरालंपिक्स 2024 में भाला फेंक इतिहास रच दिया
पेरिस पैरालंपिक्स 2024 में में सुमित अंतिल ने मेंस एफ64 कैटेगरी में भारत की झोली में तीसरा गोल्ड मेडल डाला, सुमित अंतिल 70.59 मीटर दूर भाला फेंक कर न केवल प्रथम स्थान पर रहे बल्कि पैरालंपिक रिकॉर्ड को भी ध्वस्त कर दिया।
Sumit Antil Paris Paralympics 2024: किसी ने क्या खूब कहा है - "जब टूटने लगे हौसले तो बस ये याद रखना, बिना मेहनत के हासिल तख्तो-ताज नहीं होते, ढूंढ लेते हैं अंधेरों में मंज़िल अपनी, जुगनू कभी रौशनी के मोहताज़ नहीं होते।" और ये पंक्तियाँ सटीक बैठती हैं सुमित गोल्डन बॉय अंतिल पर। पेरिस पैरालंपिक्स 2024 में अब तक भारत का शानदार प्रदर्शन रहा है, भारत ने अब तक तीन गोल्ड मेडल समेत कुल 14 मेडल अपने नाम कर लिए हैं, वहीँ अब भारत को तीसरा गोल्ड दिलाने वाले कोई और नहीं बल्कि सुमित अंतिल हैं। इस वक्त पुरे देश में सुमित अंतिल की इस शानदार जीत का जश्न हर जगह मनाया जा रहा है, उन्होंने भाला फेंककर सिर्फ गोल्ड मेडल ही नहीं बल्कि पैरालंपिक्स का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है। लेकिन उनका ये सफर बहुत कठिन रहा है, पल - पल परेशानियां आई लेकिन उन्होंने उन सभी परेशानियों को ऐसे पीछे छोड़ा कि आज भारत का झंडा विदेशों में भी शान से फहरा रहे हैं।
पेरिस पैरालंपिक्स 2024 में सुमित अंतिल ने जीता स्वर्ण पदक -
पेरिस पैरालंपिक्स 2024 में में सुमित अंतिल ने मेंस एफ64 कैटेगरी में भारत की झोली में तीसरा गोल्ड मेडल डाला, सुमित अंतिल 70.59 मीटर दूर भाला फेंक कर न केवल प्रथम स्थान पर रहे बल्कि पैरालंपिक रिकॉर्ड को भी ध्वस्त कर दिया। वहीँ इस मुकाबले में श्रीलंका के डुलन कोडिथुवाक्कू ने 67.03 मीटर के साथ सिल्वर मेडल और ऑस्ट्रेलिया के माइकल बुरियन ने 64.89 मीटर के साथ ब्रॉन्ज मेडल हांसिल किया ।
पेरिस पैरालंपिक्स 2024 का तोड़ा ये रिकॉर्ड -
सुमित अंतिल ने गोल्ड जीतने के साथ पेरिस पैरालंपिक्स का रिकॉर्ड भी तोड़ा, हालांकि ये रिकॉर्ड पहले भी सुमित अंतिल के नाम ही था, और उन्होंने खुद का ही रिकॉर्ड तोड़ इतिहास रच दिया। सुमित ने अपने पहले प्रयास में 69.11 मीटर दूर भाला फेंक कर नया रिकॉर्ड बनाया, लेकिन थोड़े ही समय बाद जब उन्होंने दूसरे प्रयास में 70.59 मीटर की दूरी पर भाला फेंका तो अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया। इससे पहले भी ये रिकॉर्ड उनके नाम था जब टोक्यो पैरालंपिक्स में उन्होंने 68.55 मीटर दूर भाला फेंका था।सुमित अंतिल का ये जलवा पैरालंपिक्स तक ही सिमित नहीं है बल्कि इसका वर्ल्ड रिकॉर्ड भी उनके ही नाम है।
टोक्यो पैरालंपिक्स में भी जीता था गोल्ड -
ये पहली बार नहीं है जब सुमित ने पैरालंपिक्स में स्वर्ण पदक हांसिल किया हो, इससे पहले भी वो पैरालंपिक्स में स्वर्ण पदक अपने नाम कर चुके हैं। टोक्यो पैरालंपिक्स 2020 में भी सुमित अंतिल ने 68.55 मीटर दूर भाला फेंककर स्वर्ण पदक अपने नाम तो किया ही साथ ही तब उनका ये थ्रो वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बन गया था। वहीँ सुमित ने इसी वर्ष पैरा वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी 69.50 मीटर भाला फेंक कर गोल्ड हांसिल था।
आसान नहीं रहा जीवन का संघर्ष, पैर तक काटना पड़ा -
सुमित अंतिल का जन्म हरियाणा के खेवड़ा में 6 जुलाई 1998 को हुआ था।और वो बचपन से ही कुश्ती खेलना चाहते थे और एक महान रेसलर बनना चाहते थे। उनके पिता का देहांत भी तब हुआ जब वो मात्र 6 साल के थे। इसलिए बचपन से ही उनके अंदर मेहनत को लेकर जूनून था। लेकिन साल 2015 में उनके साथ एक ऐसी घटना घटी जिससे उनकी ज़िन्दगी ही बदल है। ट्यूशन से लौटते वक्त सुमित अंतिल का एक्सीडेंट हो गया, जिस वजह से उनका एक पैर काटना पड़ा। इस हादसे ने उनके रेसलर बनने के सपने को तोड़ दिया। लेकिन उनके सपने हमेशा ज़िंदा रहे, सुमित ने जैवलिन थ्रो को चुना और आर्टिफिशियल पैर से खेलते हुए ही इस खेल में उन्होंने आज विश्व रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया है।