Century के बाद जश्न क्यों नहीं मनाता ये विस्फोटक बल्लेबाज, वजह हैरान कर देगी!
ट्रेविस हेड, नाम तो सुना ही होगा, 30 साल का ये वो खौफनाक बल्लेबाज है जो हाथ में बल्ला थाम कर जब क्रीज पर उतरता है तो खौफ में गेंदबाज भी भगवान से दुआ करते होंगे कि ट्रेविस हेड स्ट्राइक से दूर ही रहे | क्योंकि जब भी वो स्ट्राइक पर आते हैं तो गेंद ज्यादातर बाउंड्री के पार ही नजर आती है | जिसका सबूत है 156 मैचों में अब तक लगाए गये 764 चौके और 133 छक्के | ऐसे विस्फोटक बल्लेबाज के बारे में एक बात शायद ही कोई जानता होगा कि वो जब भी शतक जड़ते हैं उस शतकीय पारी का तगड़ा जश्न क्यों नहीं मनाते हैं | इसके पीछे की वजह भी ऐसी है जिसे जानकर क्रिकेट के इस महामानव को आप भी नमन करेंगे |
ऑस्ट्रेलिया के विस्फोटक बल्लेबाज ट्रेविस हेड ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू तो साल 2016 में ही कर दिया था, जब भारत के खिलाफ ओवल में खेले गये पहले टी ट्वेंटी मैच में उनके बल्ले से महज दो रन ही निकले | तो वहीं उसी साल रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु की ओर से खेलते हुए आईपीएल में भी डेब्यू किया और पहले ही मैच में 24 गेंदों पर 37 रनों की पारी खेली | उस वक्त तो ट्रेविस हेड को शायद ही कोई जानता था, लेकिन साल 2023 में ब्रिटेन के ओवल के मैदान पर हुए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारत के खिलाफ ट्रेविस हेड ने 163 रनों की जो तूफानी पारी खेली उसके बाद से ही भारत के तमाम क्रिकेट प्रेमियों की जुबान पर ट्रेविस हेड का नाम चढ़ गया, क्योंकि इसी तूफानी शतक की वजह से भारत फाइनल हार गया था | इसके बाद साल 2023 में ही भारत में हुए वर्ल्डकप के फाइनल में भी ट्रेविस हेड ने 137 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली | नतीजा, इस बार भी भारत फाइनल हार गया | नाजुक मौकों पर शतकीय पारी खेल कर अपनी टीम को जितान वाले ट्रेविस हेड अबतक 13 शतक जड़ चुके हैं और इससे भी बड़ी बात तो ये है कि आमतौर पर कोई भी खिलाड़ी शतक जड़ता है तो जबरदस्त तरीके से जश्न मनाता है, लेकिन बात जब ट्रेविस हेड की आती है तो ये एक ऐसा खिलाड़ी है जिसके बल्ले से जब भी कोई शतक निकला दर्शकों ने खूब जश्न मनाया लेकिन ट्रेविस हेड ने हर बार एक ही काम किया, वही पुराना अंदाज, बल्ला उठाना और उस बल्ले पर अपना हेलमेट रख देना
सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेल रहे ट्रेविस हेड ने कुछ इसी तरह से खास अंदाज में उस वक्त भी जश्न मनाया जब आईपीएल में अपनी पुरानी टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ 8 छक्के और 9 चौके के साथ महज 39 गेंदों पर ही 102 रनों की धुआंधार पारी खेली | उनके तूफानी शतक पर जहां पूरा स्टेडियम जश्न के शोर से गूंज उठा, तो वहीं ट्रेविस हेड ने सिर्फ बल्ला उठाया, उस पर हेलमेट रखा और उसे ऊपर उठा दिया | मैच के बाद जब उनसे इतने शांत स्वभाव में जश्न मनाने की वजह पूछी गई तो ट्रेविस हेड ने बताया, ‘कुछ साल पहले मेरे सबसे अच्छे मित्रों में से एक फिलिप ह्यूज की सिर पर गेंद लगने से मौत हो गई थी, इसलिये शतक के बाद एक शहीद की तरह फिलिप ह्यूज को सम्मान देता हूं |’
इससे पहले साल 2019 में जब ट्रेविस हेड ने श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट मैच में अपना पहला शतक लगाया था तो उस वक्त भी अपनी शतकीय पारी फिलिप ह्यूज को समर्पित कर दिया था | क्योंकि फिलिप ह्यूज एक ऐसे ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर थे जिनकी महज 25 साल की उम्र में सिर पर गेंद लगने की वजह से मौत हो गई थी | ये बात साल 2014 की है जब ऑस्ट्रेलिया के शेफील्ड डोमेस्टिक टूर्नामेंट में फिलिप ह्यूज साउथ ऑस्ट्रेलिया के लिए खेल रहे थे और न्यू साउथ वेल्स के खिलाफ 161 गेंदों पर 63 रन ही बनाए थे कि तभी शीन एबॉट की एक बाउंसर उनके हेलमेट पर लग गई, जिससे फिलिप ह्यूज वहीं मैदान में गिर गये | आनन फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां 25 साल के इस युवा खिलाड़ी की मौत हो गई | मैदान में खेलते हुए गेंद लगने से हुई मौत की वजह से ही ट्रेविस हेड फिलिप ह्यूज को शहीद मानते हैं और हर शतक के बाद उनके सम्मान में अपने बैट पर हेलमेट रख कर उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं |