बारामती में छलका अजित पवार का दर्द, शरद पवार को लेकर कहा कि 'मैंने उन्हें नहीं छोड़ा...'
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव अपने आखिरी चरण में कई मायनों में दिलचस्प हो चला है। एक तरफ सीएम शिंदे ने बयान देते हुए कहा है कि वो सीएम पद के रास में नहीं है। तो वहीं दूसरी तरफ चुनावों के लिए प्रचार खत्म होने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख और डिप्टी सीएम अजित पवार ने बड़ा बयान दिया है। इसमें उन्होंने शरद पवार से अलग होने के पीछे अपने मजबूरी बयां की है। अजित पवार ने कहा है कि MVA सरकार के गिर जाने के बाद विधायकों का विकास कार्यों को शुरू करवाने का दबाव था। और इसी वजह से अजित पवार को दोबारा सरकार में शामिल होना पड़ा।
अजीत पवार ने जनसभा को संबोधित करते वक्त कहा कि आप सोच सकते है कि मैंने इस उम्र में पवार साहब को छोड़ा। पर मैने उन्हें नहीं छोड़ा। बल्कि विदायकों का मानना था कि महाविकास अघाड़ी सरकार के दौरान पास की गई कई योजनाएं अधर में लटकी है, जिसका फिर सेशुरी होना जरूरी था। मैंने इस बात पर जोर दिया कि विधायकों ने औपचारिक रूप से इसका समर्थन किया था।बारामती में फैमिली फाइट में घिरे रहने के बीच अजित पवार का ये बयान सामने आया है। NCP शरद पवार की तरफ से यहां पर अजित पवार के भतीजे युगेंद्र पवार को चुनावी मैदान में उतारा है। अपने लिए प्रचार के दौरान अजित पवार ने क्षेत्र के विकास में खुद को गिनाते हुए जनता से समर्थन की अपील की है।
बता दें कि अजित पवार पिछले साल जुलाई में महायुति सरकार में शामिल हो गए थे। इसी वजह से NCP में दो फाड़ हुआ था। वहीं लोकसभा चुनाव के दौरान सुप्रीया सुले ने अजित पवारर की पत्नी सुनेत्रा पवार को बड़े अंतर से हरा दिया था। जानकारी देते चले कि महाराष्ट्र में एक ही फेज में 20 नवंबर को वोटिंग डाली जाएगी। और इसका नतीजा 23 नवंबर को आएगा। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि किसकी सरकार बनती है - महाविकास अगाड़ी की या महायुति की।