उद्धव ठाकरे द्वारा लगाए गए आरोपों पर EC ने दी सफाई, बोला- 'नड्डा-शाह के हेलीकॉप्टर की भी हुई थी तलाशी'
महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के हेलीपैड पर उद्धव ठाकरे के हेलीकॉप्टर और बैग की तलाशी मामले को लेकर इलेक्शन कमीशन सामने आ गया है। चुनाव आयोग ने उद्धव के द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए कहा है कि " नेताओं के हेलीकॉप्टर जांच के संदर्भ में आयोग के अधिकारियों द्वारा सख्त प्रक्रियाओं का पालन किया जाता है। चुनाव आयोग ने कहा कि जेपी नड्डा और अमित शाह के हेलीकॉप्टर की भी तलाशी हुई थी। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार चुनाव आयोग के अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले लेवल प्लेइंग फील्ड सुरक्षित करने के लिए SOP का पालन किया जा रहा है।
उद्धव ठाकरे द्वारा लगे आरोपों का इलेक्शन कमीशन ने दिया जवाब
उद्धव ठाकरे द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए इलेक्शन कमीशन ने कहा है कि " 2024 लोकसभा चुनावों के दौरान भी सत्ताधारी दल के प्रमुख नेताओं की तलाशी ली गई थी। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के हेलीकॉप्टर की तलाशी 24 अप्रैल को बिहार के भागलपुर जिले में और गृहमंत्री अमित शाह के हेलीकॉप्टर की तलाशी 21 अप्रैल 2024 को बिहार के कटिहार जिले में ली गई थी।
ठाकरे ने सिर्फ विपक्षी नेताओं की तलाशी लेने का लगाया था आरोप
दरअसल, हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। जो उद्धव ठाकरे द्वारा बनाया गया है। इस वीडियो में चुनाव आयोग के अधिकारी द्वारा हेलीकॉप्टर की तलाशी और बैग चेक करने को लेकर अधिकारी से बहस हो रही है। जिसमें उद्धव अधिकारी द्वारा सिर्फ विपक्षी दल के नेताओं के तलाशी को लेकर इलेक्शन कमीशन पर आरोप लगा रहे हैं। इस मामले के आने के बाद महाविकास अघाड़ी और सत्ता पक्ष महायुति के बीच मानों युद्ध से छिड़ गया हो। महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के हेलीपैड पर तलाशी के दौरान यह पूरा मामला सामने आया। वही एक और घटना में उद्धव ठाकरे के बैग चेक करने की बात कही गई है। यह घटना लातूर की बताई जा रही है। जिसको लेकर उद्धव के बेटे आदित्य ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया है।
आदित्य ठाकरे ने चुनाव आयोग को बेशर्म बताया
आदित्य ठाकरे ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए "इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया" को एंटायरली कॉम्प्रोमाइज्ड कमिशन कहकर संबोधित किया। उन्होंने एक्स पर लिखा "चुनाव आयोग बेशर्मी से उद्धव ठाकरे की तलाशी लेकर उनकी सभाओं में देरी करने की कोशिश कर रहा है। सवाल यह है कि भाजपा की लूट को बढ़ावा देने के लिए महाराष्ट्र का दौरा करने वाले पीएम और अन्य मंत्रियों की तलाशी क्यों नहीं ली जा रही ? उद्धव ठाकरे लातूर और सोलापुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करने पहुंचे थे। वहां भी उनके हेलीकॉप्टर और बैग की तलाशी ली गई। सोमवार को भी ऐसा हुआ। वह चुनाव आयोग पर भड़के हुए हैं। उन्होंने चुनाव आयोग के निष्पक्षता पर सवाल भी उठाया है।
मोदी भी सोलापुर में थे उनके हेलीकॉप्टर की तलाशी क्यों नहीं ली गई?
उद्धव ठाकरे ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हुए कहा है कि मोदी भी सोलापुर में थे। फिर उनके हेलीकॉप्टर की तलाशी क्यों नहीं ली गई ? पिछली बार ओडिशा में पीएम मोदी के हेलीकॉप्टर की तलाशी ली गई थी। तब एक अधिकारी को निलंबित कर दिया गया था। मुझे तलाशी लेने वाले अधिकारियों से शिकायत नहीं है। बल्कि जो लोग ऐसा जानबूझ कर करवा रहे हैं। उन लोगों से शिकायत है।
आखिर चुनाव आयोग क्यों करता है हेलीकॉप्टर की तलाशी?
जानकारी के लिए बता दें कि (Model Code Of Conduct) के लागू होने के बाद चुनाव आयोग किसी भी नेता के हेलीकॉप्टर की तलाशी ले सकता है। दरअसल, ऐसा इसलिए किया जाता है। ताकि नेता मतदाताओं को लुभाने के लिए उपहार व नकदी का वितरण न कर सके। इसे रोकने के लिए चुनाव आयोग द्वारा हेलीकॉप्टर और अन्य किसी भी तरह की गाड़ियों की तलाशी ली जाती है।
क्या है उद्धव ठाकरे के हेलीकॉप्टर की तलाशी लेने का मामला
दरअसल, बीते सोमवार को उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में अपने चुनावी दौरे पर होते हैं। जहां चुनाव आयोग के अधिकारी द्वारा उनके हेलीकॉप्टर और बैग की तलाशी ली जाती है। जिस पर उद्धव ठाकरे भड़क उठते हैं। वीडियो बनाते हुए वह अधिकारियों से कई सवाल करते नजर आते हैं। वह अधिकारियों से कहते हैं कि क्या आपने एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के बैग की जांच की है। वह अधिकारियों से यह भी पूछते हैं कि क्या जब पीएम मोदी और अमित शाह महाराष्ट्र में चुनावी रैलियों को संबोधित करने आते हैं। तो क्या उनके बैग की जांच होती है ?