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यूपी में दोस्ती दिल्ली में तकरार, ये रिश्ता क्या कहलाता है?

लोकसभा चुनाव में बीजेपी को पटखनी देने के लिए विपक्ष की समान विचारधारा वाले राजनीतिक दलों ने इंडिया गठबंधन बनाया और बीजेपी का सामना किया। इस गठबंधन को बनाने के बाद यह फैलसा लिया गया था कि राज्यों के विधानसभा चुनाव में भी इसे बरक़रार रखा जाएगा लेकिन जैसे-जैसे विधानसभा के चुनाव हुए तो इसके बिखराव की ख़बरें सामने आने लगी।
यूपी में दोस्ती दिल्ली में तकरार, ये रिश्ता क्या कहलाता है?
लोकसभा चुनाव में बीजेपी को पटखनी देने के लिए विपक्ष की समान विचारधारा वाले राजनीतिक दलों ने इंडिया गठबंधन बनाया और बीजेपी का सामना किया। इस गठबंधन को बनाने के बाद यह फैलसा लिया गया था कि राज्यों के विधानसभा चुनाव में भी इसे बरक़रार रखा जाएगा लेकिन जैसे-जैसे विधानसभा के चुनाव हुए तो इसके बिखराव की ख़बरें सामने आने लगी। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दरम्यान भी सपा ने सीटों को लेकर सवाल उठाए तो किसी तरह सबकुछ संभला इसके बाद यूपी के उपचुनाव में भी सपा-कांग्रेस ने अपनी दोस्ती को बनाए रखा और अखिलेश यादव ने कहा 2027 विधानसभा चुनाव में गठबंधन को मज़बूत बनाए रखना है।अब दिल्ली विधानसभा चुनाव के बीच इंडिया गठबंधन के बिखरना शुरू हो गया है। एक न्यूज़ चैनल से विशेष बातचीत के दौरान अखिलेश  यादव ने साफ़तौर पर कहा दिया हैं कि उनका और उनकी पार्टी का समर्थन आम आदमी पार्टी को होगा क्योंकि दिल्ली विधानसभा में बीजेपी को हराने की ताकत उसी में है। 


दरअसल, दिल्ली विधानसभा चुनाव में पुनः सत्ता की वापसी में जुटी आम आदमी पार्टी के संयोजक केजरीवाल समेत अन्य दिग्गज नेता सबसे पहले चुनावी मैदान में प्रचार अभियान को शुरू किए। इसके बाद इंडिया गठबंधन में साथ रही कांग्रेस पार्टी ने अपने पत्ते खोलते हुए चुनाव के लिए प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की थी। और बीजेपी से भी ज़्यादा आम आदमी पार्टी, केजरीवाल पर हमला कांग्रेस नेताओं ने किया। इसी दौरान पिछले महीने 16 तारीख को दिल्ली में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आम आदमी पार्टी के साथ मंच साझा किया था। तभी ये संकेत मिल गये थे कि दिल्ली में अखिलेश केजरीवाल को समर्थन देंगे। सपा प्रमुख ने कैमरे के पीछे इस बात को साफ़ कर दिया है कि उनका समर्थन आप को होगा।जो बीजेपी को हराने की परिस्तिथि में होगा हमारी पार्टी का समर्थन उसी को मिलेगा। 


वही दूसरी तरफ़ इस प्रकरण पर कांग्रेस नेता और नई दिल्ली से पार्टी के उम्मीदवार संदीप दीक्षित ने आप और समाजवादी पार्टी के गठबंधन पर कहा अगर सपा प्रमुख ने आप को समर्थन दिया तो भी पार्टी का कोर वोटर कांग्रेस को ही वोट करेगा। इसके साथ ही इन्होंने यह भी दावा किया है कि नई दिल्ली से केजरीवाल चुनाव हार रहे है। बताते चले कि इससे पहले भी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का रिश्ता कई बार संदेहास्पद रहा है। लोकसभा चुनाव में में कांग्रेस और आप पंजाब में अलग अलग चुनाव लड़ी वही दिल्ली, गुजरात और हरियाणा, असम में गठबंधन था। अब देखना दिलचस्प होगा कि जैसे-जैसे चुनाव नज़दीक आएगा तो इंडिया गठबंधन में मज़बूत साथी रहे दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान किस तरह से एक-दूसरे के साथ पेश आते है।
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