Maharashtra Chunav 2024: महाराष्ट्र के सबसे अमीर बीजेपी उम्मीदवार पराग शाह कौन है? जिनकी संपत्ति में हुआ 575% का इजाफा
Maharashtra Chunav 2024: पराग शाह, महाराष्ट्र के घाटकोपर पूर्व से बीजेपी उम्मीदवार, अपनी संपत्ति में 575% वृद्धि के कारण चर्चा में हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में 550.62 करोड़ रुपये की संपत्ति वाले शाह ने इस बार 3383.06 करोड़ रुपये की संपत्ति का हलफनामा दाखिल किया है।
Maharashtra Chunav 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में इस बार सबसे ज्यादा चर्चा में आने वाले उम्मीदवारों में एक नाम पराग शाह का है। मुंबई के घाटकोपर पूर्व सीट से बीजेपी के मौजूदा विधायक पराग शाह ने फिर से चुनावी मैदान में उतरने के साथ अपनी संपत्ति की जानकारी दी है, जो चौंकाने वाली है। पिछले पांच साल में पराग शाह की संपत्ति में 575% का इजाफा हुआ है, जो उन्हें महाराष्ट्र के सबसे अमीर उम्मीदवारों में शुमार करता है। उनके इस असामान्य आर्थिक विस्तार ने न केवल विरोधियों को चौंका दिया है, बल्कि जनता में भी इस पर गहरी दिलचस्पी पैदा कर दी है।
कौन हैं पराग शाह?
पराग शाह रियल एस्टेट क्षेत्र के जाना-माना नाम हैं। वो मुंबई में एक बड़े बिल्डर के रूप में प्रसिद्ध हैं और उनका कारोबार महाराष्ट्र से लेकर गुजरात और तमिलनाडु तक फैला हुआ है। उनके विभिन्न प्रोजेक्ट्स का दायरा ऐसा है कि उनकी संपत्ति में यह आश्चर्यजनक वृद्धि देखने को मिली। 2017 में मुंबई के बीएमसी चुनाव के दौरान पराग शाह ने अपनी संपत्ति 690 करोड़ रुपये घोषित की थी। उस समय उनकी राजनीति में एंट्री ने ही सुर्खियां बटोरी थीं, और अब उनकी संपत्ति में इतना बड़ा इजाफा उन्हें फिर से चर्चा में ले आया है।
पराग शाह ने 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अपनी संपत्ति 550.62 करोड़ रुपये बताई थी। हालांकि, 2024 के चुनावी हलफनामे के अनुसार, अब उनकी संपत्ति 3383.06 करोड़ रुपये हो चुकी है। यानी, पांच साल में उनकी संपत्ति में 575% की भारी वृद्धि हुई है। रियल एस्टेट में उनकी सटीक योजनाओं और निवेशों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनकी संपत्ति की वृद्धि दर लगभग असाधारण रही है। मुंबई जैसे महंगे शहर में व्यापार करना आसान नहीं है, लेकिन पराग शाह की अनुभव और कुशलता ने उन्हें इस क्षेत्र में सफल बनाया है।
राजनीति में पराग शाह का सफर
पराग शाह ने 2017 के निकाय चुनावों के साथ राजनीति में कदम रखा। उस समय वो मुंबई के बीएमसी चुनाव में एक बड़े बिजनेस टायकून के रूप में जाने जाते थे। उनकी जीत और प्रभावशाली उपस्थिति ने उन्हें बीजेपी के महत्वपूर्ण नेताओं में से एक बना दिया। घाटकोपर पूर्व से विधायक बनने के बाद उन्होंने अपने क्षेत्र के विकास कार्यों में भी योगदान दिया है। हालांकि, उनकी संपत्ति में इतनी तेज वृद्धि ने विपक्ष को आलोचना करने का मौका भी दिया है, लेकिन पराग शाह अपनी मेहनत और सफलता को इसका श्रेय देते हैं।
राजनीतिक मैदान में अमीरी की दौड़
महाराष्ट्र चुनाव में अमीर उम्मीदवारों की बात करें तो बीजेपी के पास कई संपन्न उम्मीदवार हैं। पराग शाह के बाद दूसरा स्थान महाराष्ट्र के मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा का है, जिनकी संपत्ति लगभग ₹447 करोड़ है। उनके बाद महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर 129.80 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ तीसरे स्थान पर आते हैं। पराग शाह की संपत्ति में जितनी तेजी से वृद्धि हुई है, उस हिसाब से वो अपने प्रतिद्वंद्वियों से काफी आगे निकल चुके हैं।
क्या है पराग शाह की संपत्ति का स्रोत?
पराग शाह का मुख्य व्यवसाय रियल एस्टेट है। मुंबई, गुजरात और तमिलनाडु में उनके प्रोजेक्ट्स तेजी से आगे बढ़े हैं। एक सफल रियल एस्टेट बिजनेसमैन के रूप में, उन्होंने आर्थिक रूप से सशक्त समुदाय बनाने में योगदान दिया है। उनका व्यापार मॉडल ऐसा है कि उन्होंने न केवल खुद को आर्थिक रूप से सुदृढ़ किया है, बल्कि दूसरों को भी रोजगार के अवसर दिए हैं। उनका ये कारोबार पारदर्शिता और नवाचार के सिद्धांतों पर आधारित है, और उनके इसी विजन ने उन्हें महाराष्ट्र के सबसे अमीर उम्मीदवारों में खड़ा कर दिया है।
हालांकि पराग शाह की संपत्ति में तेजी से हुई वृद्धि पर विपक्षी दलों ने भी सवाल उठाए हैं। उनके अनुसार, यह असामान्य वृद्धि जांच का विषय हो सकती है। लेकिन पराग शाह का दावा है कि उनकी संपत्ति में वृद्धि पूरी तरह से वैध और उनके कठिन परिश्रम का परिणाम है। उनका कहना है कि उन्होंने हमेशा नियमों के अनुसार कारोबार किया है और उनकी इस संपत्ति की बढ़ोत्तरी में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं है।
वैसे आपको बता दे कि घाटकोपर पूर्व क्षेत्र में पराग शाह ने अपनी लोकलुभावन योजनाओं के जरिए जन समर्थन बढ़ाया है। उन्होंने क्षेत्र के विकास कार्यों में भाग लिया, लोगों की समस्याओं को सुना और अपने वादों को पूरा किया। इस कारण उनके क्षेत्र में उनकी लोकप्रियता काफी बढ़ गई है। हालांकि, इतनी संपत्ति होने के बावजूद भी पराग शाह का जनसंपर्क का तरीका सरल और लोगों के बीच रहने वाला है।
अब महाराष्ट्र चुनाव में पराग शाह की अमीरी का मुद्दा भले ही चर्चा में हो, लेकिन उनके जीतने की संभावनाएं मजबूत मानी जा रही हैं। उनके समर्थकों का कहना है कि पराग शाह सिर्फ एक व्यवसायी नहीं, बल्कि एक जनसेवक भी हैं, जो जनता के लिए काम करना चाहते हैं। अब देखने वाली बात होगी कि आगामी चुनाव में उनकी संपत्ति का मुद्दा क्या उनके लिए लाभकारी साबित होगा या इसे लेकर कुछ और विवाद सामने आएंगे।