Maharashtra: सिख समाज ने BJP नीत महायुति के समर्थन का किया ऐलान
मुस्लिमों के सबसे बड़े संगठन ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कुछ ही दिनों पहले ढाई सौ से भी ज्यादा महाविकास अघाड़ी उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर मुसलमानों से उन्हें समर्थन देने की अपील की तो वहीं अब सिख समाज भी मैदान में उतर आया है और महाराष्ट्र चुनाव में मोदी वाले गठबंधन को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है !
महाराष्ट्र की सियासी जंग में अगर आपको लग रहा है कि मोदी। शिंदे।और अजित पवार वाले महायुति गठबंधन की असली लड़ाई उद्धव ठाकरे। शरद पवार। और राहुल गांधी वाले महाविकास अघाड़ी से ही है। तो आप गलत हैं।क्योंकि महाविकास अघाड़ी के साथ मुस्लिमों का सबसे बड़े संगठन ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड भी खड़ा है। जिसने कुछ ही दिनों पहले ढाई सौ से भी ज्यादा महाविकास अघाड़ी उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की। और महाराष्ट्र के मुसलमानों से उन्हें समर्थन देने की अपील की। तो वहीं अब सिख समाज भी मैदान में उतर आया है।और महाराष्ट्र चुनाव में मोदी वाले गठबंधन को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है।
दरअसल महाराष्ट्र चुनाव के दौरान ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता सज्जाद नोमानी ने खुलकर राहुल ठाकरे शरद पवार वाले गठबंधन महाविकास अघाड़ी को समर्थन देने का ऐलान किया था। और 260 से ज्यादा उम्मीदवारों की लिस्ट भी जारी करते हुए मुसलमानों से अपील कर दी कि। इस चुनाव में राहुल। ठाकरे और शरद पवार वाले महाविकास अघाड़ी गठबंधन को वोट डालो। मौलाना सज्जाद नोमानी की इसी अपील से महाराष्ट्र की राजनीति में जहां बवाल मचा हुआ है। तो वहीं इसी बीच अब सिख समुदाय ने भी महाराष्ट्र चुनाव में बीजेपी को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है।सोमवार को ही सिख समाज महाराष्ट्र की ओर से महायुति को समर्थन देने से जुड़ी प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि।"पिछले ढाई वर्षों में सरकार ने गुरु नानक नाम लेवा संगत, सिखों, हिंदू पंजाबियों, लुबाना, सिकलीगर, सिंधी और बंजारा के कल्याण और उत्थान के लिए नीतियां लागू की हैं, जिन्होंने उनकी सामाजिक और आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, बीजेपी सरकार ने ना केवल इन समुदायों के लिए लाभकारी घोषणाएं की हैं बल्कि उनके उत्थान के लिए ऐतिहासिक कदम भी उठाए हैं"
सिख समुदाय के लिए मोदी सरकार की ओर से किये गये काम गिनाते हुए दमदमी टकसाल के मुखी हरचरण सिंह खालसा ने बताया। "हाल ही में पहली बार गुरु नानक नाम लेवा संगत से नामित सदस्यों के साथ 11 सदस्यीय सिख प्रतिनिधि समिति, महाराष्ट्र राज्य के अल्पसंख्यक आयोग महाराष्ट्र सरकार में प्रतिनिधित्व दिया गया है जो एक मील का पत्थर कदम है और ये सिख समुदाय के इतिहास में एक महत्वपूर्ण विकास को दर्शाता है, इसके अलावा महाराष्ट्र सरकार के अल्पसंख्यक आयोग में एक सिख सदस्य की नियुक्ति की गई है और एक आधिकारिक अधिसूचना के जरिये 11 सदस्यीय महाराष्ट्र राज्य पंजाबी साहित्य अकादमी की स्थापना की गई है, ये पहल सिख समुदाय के कल्याण और प्रगति के प्रति सरकार की मंशा और प्रतिबद्धता को स्पष्ट रूप से दर्शाती है"
केंद्र की मोदी सरकार और महाराष्ट्र की शिंदे सरकार के काम गिनाते हुए सिख समाज ने इस बार महाराष्ट्र के चुनाव में बीजेपी को समर्थन देने का ऐलान किया है। और महाराष्ट्र के सभी सिखों से अपील की गई है कि बीस नवंबर को सभी लोग बीजेपी नीत महायुति गठबंधन को वोट दें। इतना ही नहीं संगठन ने सभी सिखों से ये भी अपील की है कि खुद तो वोट देने जाएं ही।अपने परिवार। सगे संबंधियों और दोस्तों से भी महायुति को वोट देने की अपील करने को कहा है। यानि एक तरफ जहां ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने महाराष्ट्र के मुसलमानों से महाविकास अघाड़ी को वोट देने की अपील की तो वहीं दूसरी तरफ सिख समाज ने भी ऐलान कर दिया कि महाराष्ट्र के सभी सिख बीजेपी को वोट दें ।अब इन धार्मिक अपीलों का चुनाव पर कितना असर पड़ता है ये तो फिलहाल 23 नवंबर को पता चलेगा जब चुनावी नतीजे आएंगे। वैसे आपको क्या लगता है। क्या इस बार महाराष्ट्र की सत्ता पर कौन विराजमान होगा। बीजेपी वाला गठबंधन महायुति या फिर उद्धव ठाकरे वाला गठबंधन महाविकास अघाड़ी।