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Uddhav Thackeray के बेटे को हराने के लिए NDA ने उतारा दमदार उम्मीदवार, अब होगा सियासी खेल

PM Modi, Eknath Shinde, Ajit Pawar की तिकड़ी ने चल दिया ऐसा दांव, जिससे मातो श्री में बैठे उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य ठाकरे की सांसे फूल रही होंगी
Uddhav Thackeray के बेटे को हराने के लिए NDA ने उतारा दमदार उम्मीदवार, अब होगा सियासी खेल

हाराष्ट्र की जंग जीतने के लिए जबरदस्त सियासी लड़ाई छिड़ी हुई है। एक तरफ जहां उद्धव ठाकरे, शरद पवार, राहुल गांधी जैसे नेताओं का महाविकास अघाड़ी गठबंधन है, वहीं दूसरी तरफ पीएम मोदी, एकनाथ शिंदे और अजीत पवार जैसे नेताओं का महायुति गठबंधन है। दोनों के बीच जारी जबरदस्त दांव-पेंच के बीच अब महायुति ने ऐसा दांव चला दिया है जिससे मातो श्री में बैठे उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य ठाकरे की सांसे फूल रही होंगी।दरअसल, बड़े नेताओं के बेटों को चुनाव लड़ाने के लिए अक्सर सेफ सीट ही चुनी जाती है। यही वजह है कि शिवसेना यूबीटी के नेता उद्धव ठाकरे ने साल 2019 के विधानसभा चुनाव में अपने बेटे को चुनाव लड़ाने के लिए मुंबई की वर्ली विधानसभा सीट चुनी, जहां से पांच बार शिवसेना उम्मीदवार ही जीतते आए हैं। आदित्य ठाकरे ने भी 2014 में जीत हासिल की थी। इसीलिए उद्धव ठाकरे ने इस बार भी अपने बेटे आदित्य को वर्ली सीट से टिकट देकर उतार दिया, और आदित्य ठाकरे ने 24 अक्टूबर को नामांकन भी कर दिया। लेकिन उनके नामांकन भरते ही एनडीए ने बड़ा खेल कर दिया।

इधर आदित्य ठाकरे ने वर्ली सीट से नामांकन किया, और उधर मोदी और शिंदे ने वर्ली सीट से उम्मीदवार का ऐलान कर उद्धव ठाकरे के साथ ही उनके बेटे आदित्य ठाकरे की भी सांसे फुला दी हैं। एनडीए के उम्मीदवार के तौर पर आदित्य ठाकरे के खिलाफ जिस नेता को उतारा गया है, वो कोई और नहीं बल्कि मिलिंद देवड़ा हैं। उन्होंने टिकट मिलते ही सीएम शिंदे को धन्यवाद देते हुए कहा कि, “मुख्यमंत्री शिंदे जी का मानना है कि वर्ली और वर्लीकर के लिए न्याय काफी समय से लंबित है, हम साथ मिलकर आगे का रास्ता तैयार कर रहे हैं और जल्द ही अपना दृष्टिकोण साझा करेंगे। It's Worli now।”

एनडीए के गठबंधन के तहत बीजेपी ने वर्ली सीट शिंदे को दे दी है, और शिंदे ने मिलिंद देवड़ा को वर्ली में उतारकर उद्धव ठाकरे और उनके बेटे के साथ बड़ा खेल कर दिया है। आदित्य ठाकरे ने वर्ली से नामांकन भी भर दिया है, यानी अब उनके पास पीछे हटने का रास्ता नहीं है। उनका सीधा मुकाबला मिलिंद देवड़ा जैसे धाकड़ नेता से होने वाला है, जो पुराने कांग्रेसी रह चुके हैं और मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। लेकिन अब वो एनडीए गठबंधन में शामिल शिंदे की शिवसेना के साथ हैं, और शिंदे ने उन्हें टिकट देकर आदित्य ठाकरे को चुनाव हराने की जिम्मेदारी सौंप दी है।

कौन हैं मिलिंद देवड़ा?

  • कांग्रेस के दिग्गज नेता मुरली देवड़ा के बेटे हैं मिलिंद देवड़ा।
  • 2004 में मुंबई साउथ लोकसभा सीट से जीतकर सांसद बने।
  • 2009 में भी इसी सीट से कांग्रेस के टिकट पर जीते चुनाव।
  • मनमोहन सरकार में मिलिंद देवड़ा केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं।
  • 2019 चुनाव में देवड़ा के लिए मुकेश अंबानी ने प्रचार किया।
  • इसी साल जनवरी में कांग्रेस छोड़कर शिवसेना में चले गए।
  • शिंदे की शिवसेना ने मिलिंद देवड़ा को राज्य सभा में भेजा।

राजनीति में इतना लंबा चौड़ा अनुभव रखने वाले शिवसेना नेता मिलिंद देवड़ा को अब सीएम शिंदे ने उद्धव ठाकरे के बेटे के खिलाफ वर्ली सीट से चुनाव मैदान में उतार दिया है। ऐसे में आदित्य ठाकरे के लिए इस बार चुनाव जीतना इतना आसान नहीं होने वाला है। 2019 में तो बीजेपी के साथ गठबंधन की वजह से बीजेपी ने इस सीट से उम्मीदवार नहीं उतारा था, लेकिन इस बार उद्धव ठाकरे कांग्रेस से हाथ मिलाकर चुनाव लड़ रहे हैं, जिसकी वजह से उनके बेटे आदित्य ठाकरे के खिलाफ एनडीए ने मिलिंद देवड़ा के रूप में एक दमदार उम्मीदवार उतार दिया है।


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