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Modi को घेरने चले Rahul Gandhi अपने ही ‘तिजोरी’ दांव में बुरे फंसे !

Maharashtra में Gautam Adani के बहाने PM Modi को घेरने चले राहुल गांधी खुद ही अपने दांव में फंस गये, देखिये कैसे उनके जीजा से लेकर कांग्रेस पार्टी तक अडानी पर मेहरबान रही है !
Modi को घेरने चले Rahul Gandhi अपने ही ‘तिजोरी’ दांव में बुरे फंसे !
गुजरात के बिजनेसमैन गौतम अडानी के बहाने राहुल गांधी का मोदी सरकार पर निशाना साधना कोई नई बात नहीं है। महाराष्ट्र चुनाव के दौरान भी राहुल गांधी ने पीएम मोदी के खिलाफ यही हथकंडा अपनाया। जब पीएम मोदी के एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे बयान पर पलटवार करने के लिए एक तिजोरी उठा लाए। जिस पर लिखा था एक हैं तो सेफ हैं। और जब तिजोरी खोली तो उसमें से दो पोस्टर निकले। एक पर पीएम मोदी और गौतम अडानी थे। जबकि दूसरे पोस्टर में धारावी योजना की फोटो थी।


तिजोरी से निकले इस पोस्टर के बहाने राहुल गांधी उद्योगपति गौतम अडानी और पीएम मोदी को एक बताने की कोशिश कर रहे थे लेकिन अब यही दांव उन पर भारी पड़ रहा है। क्योंकि गौतम अडानी को देश का सबसे बड़ा उद्योगपति बनाने के पीछे कांग्रेस का हाथ ही सामने आ रहा है।

दरअसल संसद से लेकर सड़क तक। राहुल गांधी देश के दिग्गज उद्योगपति गौतम अडानी के बहाने मोदी सरकार पर निशाना साधते रहे हैं। महाराष्ट्र चुनाव में भी उन्होंने कुछ ऐसा ही किया। लेकिन सबसे बड़ी बात तो ये है कि गौतम अडानी के पीछे कांग्रेस भी मजबूती के साथ खड़ी रही है। यहां तक कि  "1993 में गौतम अडानी को मुंद्रा पोर्ट के लिए गुजरात की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने ही दस पैसे पर स्क्वॉयर मीटर जमीन दी।15 हजार 946 एकड़ जमीन में सिर्फ 5315 एकड़ जमीन नरेंद्र मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री रहते गौतम अडानी को दी गई"

बात यहीं खत्म नहीं होती राहुल गांधी भले ही गौतम अडानी को कोसते रहे हों लेकिन उनके अपने सगे जीजा रॉबर्ट वाड्रा खुद साल 2009 में गौतम अडानी के प्राइवेट जेट पर सवार होकर उनका प्रोजेक्ट देखने के लिए गुजरात के कच्छ गये थे।

कांग्रेस सरकार के दुलारे अडानी !


अक्टूबर 2021 में राजस्थान की गहलोत सरकार के राज में ही गौतम अडानी ने जयपुर एयरपोर्ट को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया से 50 साल की लीज पर लिया 
अक्टूबर 2022 में राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार और अडानी के बीच 10 हजार मेगावॉट कैपेसिटी का सोलर पार्क शुरू करने के लिए 50 हजार करोड़ रुपये के इन्वेस्टमेंट की डील हुई।

कर्नाटक में कांग्रेस ने सरकार बनाते ही अडानी का दिल खोलकर स्वागत किया, उद्योग मंत्री एमबी पाटिल ने अडानी ग्रुप के निवेश के लिए प्रदेश के दरवाजे खुले हैं और अडानी समूह ने कर्नाटक में 1 लाख करोड़ रुपये का निवेश का वादा किया।

फरवरी 2023 में हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार के राज में ही दाड़लाघाट और बरमाणा में बंद पड़े अडानी के दोनों सीमेंट प्लांट फिर से चालू हुए।

2024 में ही तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी से मुलाकात के बाद राज्य में 12 हजार 4 सौ करोड़ के निवेश करने का ऐलान किया जिसके तहत ड्रोन, मिसाइल बनाए जाएंगे

अक्टूबर 2024 में अडानी ग्रुप ने तेलंगाना कांग्रेस सरकार को कौशल विश्वविद्यालय बनाने के लिए 100 करोड़ रुपये का दान दिया।

जिस अडानी को दिन रात राहुल गांधी कोसते रहते हैं।और पीएम मोदी का दोस्त बताते रहे हैं। उसी अडानी पर कांग्रेस शासित राज्यों में कितनी मेहरबानी दिखाई जाती है। ये तो सिर्फ एक ट्रेलर है।गौतम अडानी तो खुद एक बयान में कह चुके हैं कि "कई लोगों को ये जानकर आश्चर्य होगा कि मेरा सफर तब शुरू हुआ था, जब राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री थे, जब उन्होंने एग्जिम पॉलिसी को बढ़ावा दिया और पहली बार कई चीजें OGL यानि ओपन जनरल लाइसेंस लिस्ट में आईं, इससे मुझे एक्सपोर्ट हाउस शुरू करने में मदद मिली, अगर वो न होते तो मेरी शुरुआत ऐसी न होती"

संसद से लेकर सड़क तक अडानी को कोसने वाले राहुल गांधी को अडानी से अगर इतनी ही दिक्कत है तो फिर इसका जवाब भी देना चाहिए कि कांग्रेस उन पर इतनी मेहरबानी क्यों दिखाती रही है। 
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