महाराष्ट्र में "लाडली बहना योजना" का चला जादू तो केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने भी कह दी बड़ी बात !
महाराष्ट्र में महायुती की जीत पर केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा कि प्यारी बहन की नारी शक्ति और आंबेडकरी जनता की भीम शक्ति से महायुती ने ऐतिहासिक महाविजय हासिल किया है।
महाराष्ट्र में महायुती ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। राज्य की जनता ने प्यारी बहन की नारी शक्ति और सभी सामाजिक वर्गों का समर्थन महायुती को दिया। दलित, बौद्ध और आंबेडकरी जनता ने भी महायुती को बड़े पैमाने पर वोट दिए, जिससे यह ऐतिहासिक जीत संभव हुई। जिसे लेकर केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने खुलकर बात की है और तमाम मुद्दों पर चर्चा करते हुए बताया है कि किस वजह से महाराष्ट्र में महायुती ने शानदार जीत दर्ज की।
रामदास आठवले ने कहा, - “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश का विकास किया है। उनके प्रयासों से महायुती की यह बड़ी जीत दिख रही है। आज महाराष्ट्र का आकाश नील-नील नजर आ रहा है, और महाविकास आघाड़ी पूरी तरह विफल हो चुकी है।” आठवले ने कहा कि महायुती की इस जीत के पीछे सभी घटक दलों और रिपब्लिकन कार्यकर्ताओं की मेहनत है। उन्होंने इस शानदार जीत के लिए सभी कार्यकर्ताओं और जनता का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने महाविकास आघाड़ी पर निशाना साधते हुए कहा, “लोकसभा चुनावों में महाविकास आघाड़ी ने संविधान बदलने जैसी झूठी बातें फैलाईं। लेकिन जनता ने इन झूठे प्रचारों को खारिज कर दिया। महिलाओं ने ‘लाडकी बहन’ योजना का विरोध करने वाले महाविकास आघाड़ी को सबक सिखाया और महायुती को ऐतिहासिक जीत का तोहफा दिया।”
महायुती की जीत पर मनाया गया जश्न -
बांद्रा स्थित जनसंपर्क कार्यालय के बाहर ढोल-नगाड़ों और पटाखों के साथ महायुती की जीत का जश्न मनाया गया। रामदास आठवले ने खुद भी ढोल बजाकर इस जीत का जश्न मनाया। उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजित पवार से मुलाकात कर उन्हें फूलों का गुलदस्ता भेंट कर बधाई दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर क्या बोले आठवले -
रामदास आठवले ने देश के प्रधानमंत्री के कार्यों की भी तारीफ की और कहा पिछले 10 सालों में महाराष्ट्र को केंद्र सरकार से 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक का विकास फंड मिला है। मोदीजी ने गरीब, युवा, महिलाएं, दलित, आदिवासी और ओबीसी के लिए बड़े पैमाने पर काम किया है। यही कारण है कि महाराष्ट्र की जनता ने महायुती को इतना समर्थन दिया।
महाविकास आघाड़ी पर हमला - आठवले ने महाविकास आघाड़ी पर हमला करते हुए कहा कि महाविकास आघाड़ी के नेताओं ने नरेंद्र मोदी को बदनाम करने की कोशिश की, और एकनाथ शिंदे को ‘गद्दार’ कहा। उनके इस गलत प्रचार का जनता ने जवाब दिया और उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा। महायुती को जनता का प्रचंड बहुमत मिला, और हमारे 170 सीटों की उम्मीद से भी 60 सीट ज्यादा मिलीं।
साथ ही रामदास आठवले ने महाविकास आघाड़ी के नेता संजय राऊत पर भी निशाना साधते हुए कहा, - “संजय राऊत का काम केवल आरोप लगाना है। उनकी इस राजनीति को जनता ने नकार दिया। राऊत कहते हैं कि चुनाव परिणाम उन्हें स्वीकार नहीं हैं। लेकिन लोकतंत्र में हार स्वीकार करना ही असली लोकतंत्र है। अगर राऊत को डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान स्वीकार नहीं है, तो उन्हें इस देश में रहने का अधिकार नहीं है।”
इसके अलावा आठवले ने कहा, “संजय राऊत मेरे अच्छे मित्र हैं, वे अच्छे लेखक हैं। लेकिन उनकी गलत टिप्पणियों की वजह से महाविकास आघाड़ी को नुकसान हुआ है।”