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नोएडा में बैंक्वेट हॉल में लगी भीषण आग, 15 दमकल गाड़ियों ने पाया काबू, एक टेक्नीशियन की मौत

नोएडा के सेक्टर-74 में एक निर्माणाधीन बैंक्वेट हॉल में भीषण आग लग गई, जिसमें एक टेक्नीशियन की मौत हो गई। आग बुझाने के लिए फायर विभाग की 15 गाड़ियाँ भेजी गईं, जिन्होंने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। शुरुआती जांच में आग का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है।
नोएडा में बैंक्वेट हॉल में लगी भीषण आग, 15 दमकल गाड़ियों ने पाया काबू, एक टेक्नीशियन की मौत
नोएडा में बीती रात एक भयानक हादसा सामने आया जिसमें एक बैंक्वेट हॉल में आग लग गई। यह आग इतनी भीषण थी कि कुछ ही समय में पूरे बैंक्वेट हॉल को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में एक टेक्नीशियन की मौत हो गई, जबकि दमकल विभाग की 15 गाड़ियाँ मौके पर पहुंचकर आग बुझाने में जुट गईं। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी इस समय भी स्थल पर मौजूद हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
कैसे लगी आग?
यह हादसा नोएडा के सेक्टर-74 में निर्माणाधीन लोटस ग्रेनेडियर बैंक्वेट हॉल में हुआ। सूचना के अनुसार, देर रात करीब 3:30 बजे पुलिस को आग लगने की सूचना मिली। पुलिस ने तुरंत फायर ब्रिगेड को बुलाया और कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग लगने के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। प्रारंभिक जांच में यह अंदेशा जताया जा रहा है कि आग शॉर्ट सर्किट या किसी तकनीकी खराबी की वजह से लगी होगी। नोएडा फायर ब्रिगेड के चीफ फायर ऑफिसर (सीएफओ) गौतमबुद्ध नगर के अनुसार, आग को बुझाने के लिए विभाग ने 15 दमकल गाड़ियाँ मौके पर भेजीं। बैंक्वेट हॉल का क्षेत्रफल बड़ा होने के कारण आग बुझाने में काफी मुश्किलें आईं। धुएँ के कारण दमकल कर्मियों को अंदर प्रवेश करना मुश्किल हो रहा था, लेकिन उनकी लगातार कोशिशों से आग को फैलने से रोका जा सका।

डीसीपी रामबदन सिंह ने मीडिया को बताया कि फायर ब्रिगेड टीम को काफी संघर्ष करना पड़ा क्योंकि आग बुझाने के दौरान बार-बार छोटे-छोटे हिस्सों में फिर से आग पकड़ रही थी। हालांकि, उन्होंने आश्वासन दिया कि अब स्थिति पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है और हर हिस्से को बारीकी से चेक किया जा रहा है ताकि कोई चिंगारी फिर से न भड़क सके।
हादसे का शिकार टेक्नीशियन
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एक दुखद घटना घटी, जब आग से झुलसे हुए एक टेक्नीशियन को बाहर निकाला गया। उस टेक्नीशियन को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन अस्पताल पहुँचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया। उसके साथियों के अनुसार, वह बैंक्वेट हॉल में चल रहे इलेक्ट्रिकल कामों की देखरेख कर रहा था। प्रशासन ने टेक्नीशियन की मृत्यु पर संवेदना व्यक्त की है और साथ ही उसके परिवार को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है। 

इस हादसे के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या निर्माणाधीन बैंक्वेट हॉल में फायर सुरक्षा उपाय पूरी तरह से उपलब्ध थे? शुरुआती जांच में यह बात सामने आ रही है कि मौके पर फायर अलार्म सिस्टम ठीक से काम नहीं कर रहे थे और न ही वहाँ फायर सेफ्टी उपकरण पूरी तरह से लगाए गए थे। बैंक्वेट हॉल के निर्माणाधीन होने के कारण आग बुझाने के उपाय और आपातकालीन निकासी प्रणाली की कमी भी एक बड़ा कारण माना जा रहा है।  नोएडा प्रशासन ने घटना के बाद जांच का आदेश दे दिया है। डीसीपी रामबदन सिंह ने कहा कि फायर सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करने वाले जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए प्रशासन ने सभी निर्माण स्थलों पर फायर सेफ्टी के मानकों की सख्ती से पालन करने की चेतावनी दी है।

इस हादसे ने ना सिर्फ एक व्यक्ति की जान ली बल्कि सुरक्षा मानकों के प्रति हमारी जिम्मेदारी को भी उजागर किया है। नोएडा के हर निवासी और कामकाजी लोगों के लिए यह जरूरी है कि वे अपने कार्यस्थल और आवासीय स्थानों पर फायर सेफ्टी के नियमों का सख्ती से पालन करें।
Source- IANS
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