महाविकास अघाड़ी में आए भूचाल के बाद प्रियंका चतुर्वेदी ने अखिलेश यादव पर दिया बड़ा बयान
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव ख़त्म होने के बाद नई सरकार का गठन भी हो चुका है लेकिन राजनेताओं के बयानों ने सूबे की सियासी माहौल को गर्म बनाए रखा है। विधानसभा चुनाव के बाद महायुति का सामना कर रही महाविकास अघाड़ी में दरार पड़ चुकी है। दरअसल, समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबू आज़मी ने इस बात का एलान कर दिया था कि सपा ने महाविकास अघाड़ी से ख़ुद को अलग कर लिया है।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव ख़त्म होने के बाद नई सरकार का गठन भी हो चुका है लेकिन राजनेताओं के बयानों ने सूबे की सियासी माहौल को गर्म बनाए रखा है। विधानसभा चुनाव के बाद महायुति का सामना कर रही महाविकास अघाड़ी में दरार पड़ चुकी है। दरअसल, समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबू आज़मी ने इस बात का एलान कर दिया था कि सपा ने महाविकास अघाड़ी से ख़ुद को अलग कर लिया है। अबू आज़मी के इस एलान के बाद महाविकास अघाड़ी में शामिल शिवसेना यूबीटी और महाराष्ट्र सपा नेताओं के बीच जमकर बयानबाज़ी हो रही है इसी कड़ी में शिवसेना से राज्यसभा की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी की प्रतिक्रिया सामने आई है। हमने समाजवादी पार्टी के ख़िलाफ़ कभी नहीं बोला, आदित्य ठाकरे ने सिर्फ़ महाराष्ट्र में सपा के नेताओं को लेकर अपने विचार रखे है।
दरअसल, विधानसभा चुनाव के दौरान भी सीट शेयरिंग को लेकर कई बार सपा प्रदेश अध्यक्ष अबू आज़मी के कई ऐसे बयान सामने आए थे। जिसे सुनकर यह साफ़ समझ आ रहा था की समाजवादी पार्टी महाविकास अघाड़ी में ज़्यादा दिन तक शामिल नहीं रहने वाली है। अब प्रियंका चतुर्वेदी ने सपा पर बीजेपी का साथ देने का भी आरोप लगा दिया है। उन्होंने कहा कि "राज्यसभा चुनाव में सपा ने पार्टी हित का ध्यान न रखते हुए बीजेपी का समर्थन किया था। इस समय भी महाविकास अघाड़ी में पहले समाजवादी पार्टी की तरफ़ से बयानबाज़ी शुरू हुई है।" इस साथ ही प्रियंका चतुर्वेदी ने यह भी कहा कि हमें उम्मीद है सपा प्रमुख अखिलेश यादव पूरी तरह से इंडिया ब्लॉक के साथ है और वो अपने नेताओं के बयानबाज़ी पर ध्यान देंगे। इस गठबंधन के विरोध में सिर्फ़ वो लोग है जो वशिंग मशीन में धूलकर क्लीन चीट दे देते है। वही संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर भी उन्होंने बताया आज विपक्ष जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा चाहता है, वो नहीं हो रहा, सरकार को किसाओं की चिंता नहीं है, इनकी सरकार के लोगों ने किसानों को आतंकवादी तक कह दिया।
बताते चले कि इससे पहले शिवसेना के नेता आदित्य ठाकरे ने भी समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र इकाई को बीजेपी की 'बी' टीम बताया था। सबसे बड़ी बात यह है कि आदित्य ठाकरे का यह बयान ऐसे समय में सामने आया था जब जब 1992 में बाबरी मस्जिद ढहाने की प्रशंसा करने वाली उद्धव ठाकरे के एक सहयोगी की एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने एमवीए छोड़ने की बात कही थी। आदित्य ठाकरे ने समाजवादी पार्टी पर तंज कसते हुए यह कहा था कि ‘‘कभी-कभी सपा की प्रदेश इकाई बीजेपी की बी टीम की तरह काम करती है। सपा के राष्ट्रीय प्रमुख अखिलेश यादव बीजेपी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन मुझसे यह मत कहलवाइये कि हालिया विधानसभा चुनाव में प्रदेश सपा ने किसकी मदद की।’’
ग़ौरतलब है कि शनिवार को सपा के प्रदेश अध्यश अबू आजमी ने बाबरी मस्जिद ढहाने को लेकर एक अखबार के विज्ञापन और विधान परिषद सदस्य मिलिंद नार्वेकर के ‘एक्स’ पर उससे जुड़े एक पोस्ट को लेकर शिवसेना (यूबीटी) पर निशाना साधा था। आजमी ने सवाल उठाया था कि ‘‘अगर महा विकास अघाड़ी में कोई भी ऐसी भाषा बोलता है, तो बीजेपी और उनके बीच क्या अंतर है? हमें उनके साथ क्यों रहना चाहिए?’’