Arvind Kejriwal ने Mohan Bhagwat से पूछे 3 सवाल, टेंशन में BJP !
ये सवाल दरअसल इसलिये उठ रहे हैं, क्योंकि राजधानी दिल्ली में सत्ता संभाल रही आम आदमी पार्टी के संयोजक और पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत को एक खत लिखा है, जिसके बाद तो ये अटकलें और तेज हो गई हैं कि इस बार दिल्ली चुनाव से संघ दूरी बना सकता है। क्योंकि मोहन भागवत को भेजे गए खत में अरविंद केजरीवाल ने लिखा है...
RSS को अरविंद केजरीवाल का खत
मीडिया में खबरें चल रही हैं कि RSS दिल्ली चुनावों में बीजेपी के लिए वोट मांगेगा, क्या ये सही है? इसके पहले लोग आपसे जानना चाहते हैं कि पिछले दिनों बीजेपी ने जो गलत हरकतें की, क्या RSS उनका समर्थन करता है?
इसके बाद पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने संघ प्रमुख मोहन भागवत से तीन सवाल भी पूछे कि...
RSS से केजरीवाल के 3 सवाल
- बीजेपी के नेता खुलकर पैसे बांट कर वोट खरीद रहे हैं, क्या RSS वोट खरीदने का समर्थन करता है?
- बड़े स्तर पर गरीब, दलित, पूर्वांचली और झुग्गी में रहने वालों के वोट कटवाने का प्रयास किया जा रहा है जबकि ये लोग कई सालों से यहां रह रहे हैं, क्या RSS को लगता है कि ऐसा करना भारतीय जनतंत्र के लिए सही है?
- क्या आपको नहीं लगता है कि बीजेपी इस तरह भारतीय जनतंत्र को कमजोर कर रही है?
जिन तीन मुद्दों को लेकर पूर्व सीएम केजरीवाल ने संघ प्रमुख मोहन भागवत से सवाल किया है, उन मुद्दों पर बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच जबरदस्त वार-पलटवार चल रहा है। एक तरफ जहां केजरीवाल ने महिला सम्मान योजना के तहत महिलाओं को 2100 रुपये महीना देने का वादा किया, तो वहीं बदले में बीजेपी नेता प्रवेश वर्मा लाडली योजना के लिफाफे में महिलाओं को 1100 रुपये बांटने, जिस पर बुरी तरह घिरी बीजेपी पर आम आदमी पार्टी ने नोट के बदले वोट खरीदने का आरोप लगा दिया। जबकि वोटर लिस्ट से लोगों का नाम काटा जाना भी एक बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है, जिस पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और आप सांसद संजय सिंह के बीच संसद में जबरदस्त बहस भी हुई थी।
इन तमाम मुद्दों को लेकर संघ प्रमुख मोहन भागवत को खत लिखने वाले केजरीवाल ने करीब तीन महीने पहले भी उन्हें एक खत लिखा था। उस वक्त उन्होंने पीएम मोदी के रिटायरमेंट समेत पांच मुद्दों पर सवाल पूछा था, तो वहीं बीजेपी पर दूसरी पार्टियों के नेताओं को तोड़ने, भ्रष्ट नेताओं को बीजेपी में शामिल कराए जाने के आरोप लगाते हुए बीजेपी और आरएसएस के संबंधों पर भी सवाल उठाए थे। हालांकि आरएसएस ने इसका कोई जवाब नहीं दिया था। वैसे आपको बता दें जिस तरह से बीजेपी और संघ के बीच कथित रूप से विवाद चल रहा है, क्या संघ दिल्ली चुनाव से दूरी बना सकता है?