Ayodhya Deepotsav: 17 सड़के बंद, 200 कमांडो और कई सुरक्षा एजेंसियां तैनात, अभेद्य किले में तब्दील हुई अयोध्या
प्रभु राम की नगरी अयोध्या को अभेद्य किले में तब्दील कर दिया गया है। दीपोत्सव कार्यक्रम को लेकर चप्पे-चप्पे पर यूपी पुलिस के जवान और कई सुरक्षा एजेंसियां तैनात हैं। 200 स्पेशल कमांडो को सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है। वही किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधियों पर नजर बनाए रखने के लिए सादी वर्दी में भी कई तरह के जवान तैनात हैं। पूरी अयोध्या में सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था है। जल थल और नभ से राम नगरी की सुरक्षा की जा रही है। कार्यक्रम को लेकर ऐसी व्यवस्था की गई हैं कि कोई परिंदा भी पर नहीं मार सकता। दीपोत्सव वाली जगह पर बिना पास के किसी का भी जाना मना है। अधिकतर जगहों पर आईडी प्रूफ देखकर एंट्री दी जा रही है। सुरक्षा के नजरिए से करीब 17 सड़के बंद कर दी गई है।
अयोध्या में सुरक्षा के लिहाज से 17 सड़के बंद
बता दें कि सुरक्षा की दृष्टि से 17 सड़के बंद कर दी गई हैं। सिर्फ पास धारकों को ही इन रास्तों पर गुजरने की अनुमति है। इन 17 संपर्क मार्गों पर 1-1 दरोगा और 4-4 सिपाही तैनात किए गए हैं। वहीं दूसरे जिलों से सटे हुए बॉर्डर भी पूरी तरीके से ब्लॉक कर दिए गए हैं। यूपी पुलिस के जवान के साथ 200 स्पेशल कमांडो और कई सुरक्षा कंपनियों के जवान तैनात किए गए हैं। इनमें एटीएस,आरएएफ,एसटीएफ और सीआरपीएफ के कमांडो शामिल है। राम मंदिर के आसपास और दीपोत्सव वाली जगह पर सबसे ज्यादा सुरक्षा के बंदोबस्त किए गए हैं। राम की पैड़ी और राम पथ से जोड़ने वाले सभी मोहल्लों की पूरी लिस्ट भी पुलिस प्रशासन ने बनाई है। ताकि किसी भी तरह की कोई समस्या उत्पन्न ना हो। सभी को छतों पर न जाने की हिदायत दी गई है। सभी ऊंची इमारतों पर सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। इससे पहले उत्तर-प्रदेश पुलिस महानिदेशक डीजीपी प्रशांत कुमार ने त्यौहारों के संबंध में प्रदेश के सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों के साथ प्रेस कांफ्रेंस के जरिए बैठक की। सभी धर्मशालाओं ढाबों,होटलों और अन्य जगहों पर कड़ी नजर बनाए रखने के दिशा निर्देश दिए।
29 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक कई रूट डायवर्ट
अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम और लाखों की भीड़ को देखते हुए। अयोध्या से सटे कई जिलों और लखनऊ से गोरखपुर की तरफ जाने वाले सभी वाहनों को 29 अक्टूबर से लेकर 31 अक्टूबर तक के लिए डायवर्ट कर दिया गया है। अयोध्या जिले से सटी सभी सीमाएं सील कर दी गई है। कार्यक्रम को देखते हुए सभी गाड़ियों के आने जाने के अलग से रूट निर्धारित किए गए हैं। लखनऊ से अयोध्या जाने वाली सभी गाड़ियों को बाराबंकी की तरफ मोड़ा जाएगा। गोंडा और बलरामपुर से अयोध्या आने वाली सभी गाड़ियों को मनकापुर के रास्ते लखनऊ जाने के लिए मोड़ा गया है।