ठंड के मौसम में उत्तराखंड के होटलों में मिलेगी बड़ी छूट, इस वजह से धामी सरकार ने लिया बड़ा फैसला
धामी सरकार के इस फैसले से ना सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि श्रद्धालुओं की यात्रा भी सुखद हो पाएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में शीतकालीन यात्रा की समीक्षा बैठक में इसके निर्देश दिए। इसके साथ ही शीतकालीन यात्रा प्रवास स्थलों के आसपास के प्रमुख स्थलों के विकास पर भी जोर दिया गया, जिसमें पंच बंदरी और पंच केदार के स्थानों का समावेश है।
बता दें कि हर साल अक्टूबर-नवंबर में चारधाम के कपाट बंद कर दिए जाते हैं और देवी-देवताओं को उनके शीतकालीन प्रवास स्थलों पर ले जाया जाता है। गंगोत्री मंदिर से माँ की डोली को मुखबा, यमुनोत्री मंदिर से माँ यमुना को खरसाली, भगवान केदारनाथ को उखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर और भगवान बद्रीनाथ को जोशीमठ के नरसिंह मंदिर में स्थापित किया जाता है। ऐसे में श्रद्धालु यहाँ पहुंचते हैं, जिसको लेकर सरकार ने बड़ा कदम उठाया है।
धामी ने ओंकारेश्वर मंदिर से चारधाम की शीतकालीन यात्रा की शुरुआत की थी। इस साल भी शीतकालीन यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएँ मुहैया कराने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने यह कदम उठाया है, ताकि श्रद्धालु यात्रा के दौरान सारी सुविधाएँ किफायती तरीके से ले सकें और यात्रा पूरी कर सकें।
इसके साथ ही सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि चारधाम यात्रा में जो भी चुनौतियाँ आएंगी, या फिर उनके जो भी समाधान होंगे, उसकी रिपोर्ट पेश करनी होगी। सीएम धामी के इस कदम से अब सर्दी के मौसम में भी दर्शन कर पाएंगे, और सबसे बड़ी बात यह है कि प्रदेश में पर्यटन से रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा।
सीएम धामी के इस पहल की चारों तरफ़ तारीफ़ हो रही है। वे लोग सबसे ज़्यादा खुश नजर आ रहे हैं, जो लोग चारधाम के कपाट बंद होने पर आर्थिक स्थिति से जूझते थे। अब सीएम धामी की पहल ने उनके बड़े संकट को दूर करने का काम किया है।"