भाजपा प्रवक्ता ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के लिए आम आदमी पार्टी सरकार को ठहराया जिम्मेदार
भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी के मुताबिक दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के लिए आम आदमी पार्टी सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने ये भी कहा कि ये लोग खाली आरोप प्रत्यारोप के खेल में उलझे हुए हैं।
भंडारी ने शुक्रवार को आईएएनएस से बातचीत में प्रदूषण को लेकर अपनी राय रखी।
“दिल्ली के अंदर प्रदूषण के पीछे कोई जिम्मेदार है तो वह 'आप' पार्टी की सरकार है”: प्रदीप भंडारी
दीपावली के बाद दिल्ली की हवा खराब श्रेणी में बनी हुई है। इस पर भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “दिल्ली के अंदर प्रदूषण के पीछे कोई जिम्मेदार है तो वह 'आप' पार्टी की सरकार है। आम आदमी पार्टी अगर पूरे साल प्रदूषण का हल निकालने का प्रयास करती तो आज यह स्थिति देखने को नहीं मिलती। हम सभी अच्छी तरीके से जानते हैं कि सप्ताह भर पहले भी दिल्ली के अंदर प्रदूषण का जो एक्यूआई था वह खराब श्रेणी में था।”
भंडारी ने पार्टी पर आरोप-प्रत्यारोप के गेम में उलझे रहने का आरोप लगाया। उन्होंने आगे कहा, "लेकिन, आम आदमी पार्टी की सरकार ने कोई काम नहीं किया। उन्हें प्रदूषण पर बस आरोप-प्रत्यारोप का गेम खेलना है। सरकार ने दिल्ली वालों को ग्रीन क्रैकर्स का ऑप्शन नहीं दिया। यह साबित करता है कि आम आदमी पार्टी की सरकार फेल हो गई है। दिल्ली के लोग इंतजार कर रहे हैं आगामी विधानसभा चुनाव का जब दिल्ली से इनकी विदाई की जाएगी।"
एक्यूआई खराब श्रेणी में है। प्रदूषण से दिल्ली को बचाने के लिए क्या पटाखों को अगले साल भी बैन करना होगा। इस पर भाजपा प्रवक्ता ने कहा, "प्रदूषण को अगर कम करना है तो पूरे साल काम करना होगा, सिर्फ पटाखे बैन करने से प्रदूषण कम नहीं होगा। दिल्ली के अंदर प्रदूषण के पीछे सबसे ज्यादा जिम्मेदार पीएम 2.5 है और यह सबसे ज्यादा निर्माण कार्य और डस्ट से फैलता है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि पूरे साल हम किस तरीके से काम कर रहे हैं।"
भाजपा प्रवक्ता ने शीर्ष अदालत का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, "सुप्रीम कोर्ट ने जो कहा है उसे पालन करना होगा। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है वहां आज भी पराली जलाने की घटनाएं हो रही है। दिल्ली सरकार को पराली जलाने की घटनाओं पर ब्रेक लगाना होगा। तभी हम दिल्ली में प्रदूषण की समस्या पर लगाम लगा सकते हैं। मैं बस यह कहना चाहता हूं कि दिल्ली सरकार हिंदू विरोधी रणनीति को छोड़े प्रदूषण से बचाव के लिए कदम उठाए। सिर्फ एक दिन पटाखे बैन करने से क्या होगा। अगर बैन करना है तो 365 दिन कीजिए।"
Input: IANS