सीएम योगी ने झुकाया श्रीरामलला के चरणों में शीश, जानिए इस यात्रा की खास बातें
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या की यात्रा के दौरान हनुमानगढ़ी और श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में दर्शन-पूजन किया। उन्होंने सबसे पहले हनुमानगढ़ी में संकटमोचन हनुमान के चरणों में हाजिरी लगाई और प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। इसके बाद वह रामलला के दर्शन के लिए पहुंचे, जहां उन्होंने पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया।

रामनगरी अयोध्या में शुक्रवार को एक ऐतिहासिक दृश्य देखने को मिला, जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हनुमानगढ़ी में पूजा-अर्चना की और फिर श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला के श्रीचरणों में अपना शीश झुकाया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने अयोध्या दौरे की शुरुआत हनुमानगढ़ी मंदिर में संकटमोचन हनुमान जी के दर्शन से की। मंदिर में प्रवेश करते ही उन्होंने विधिवत पूजा-अर्चना की और प्रदेश की समृद्धि, शांति और कल्याण की कामना की। इसके बाद उन्होंने मंदिर के प्रमुख संतों से मुलाकात की और उनका कुशलक्षेम जाना। सबसे पहले वे गद्दीनशीन महंत प्रेमदास महाराज से मिले और फिर अन्य संतों से चर्चा की।
रामलला के दर्शन और मंदिर निर्माण का निरीक्षण
हनुमानगढ़ी में पूजा के बाद मुख्यमंत्री सीधे श्रीराम जन्मभूमि मंदिर पहुंचे। वहां उन्होंने श्रीरामलला के चरणों में नतमस्तक होकर आशीर्वाद लिया और विधिपूर्वक पूजन किया। इसके बाद उन्होंने मंदिर निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया और निर्माण की प्रगति की जानकारी ली। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्र ने मुख्यमंत्री को विस्तार से निर्माण कार्यों के बारे में बताया। मुख्यमंत्री ने कार्य की गति और गुणवत्ता को लेकर आवश्यक निर्देश भी दिए।
अयोध्या में भव्य स्वागत
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अयोध्या आगमन पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों और भाजपा नेताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। रामकथा पार्क स्थित हेलीपैड पर उनका आगमन हुआ, जहां महापौर गिरीश पति त्रिपाठी, विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, रामचंद्र यादव, अभय सिंह, चंद्रभानु पासवान सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खाँ को श्रद्धांजलि
इस ऐतिहासिक यात्रा से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खाँ की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "सुप्रसिद्ध शहनाई वादक, 'भारत रत्न' उस्ताद बिस्मिल्लाह खाँ ने अपने शहनाई वादन से भारत की सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक पहचान दिलाई। उनकी संगीत साधना वंदनीय है। आज उनकी जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि!"
अयोध्या का बढ़ता धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है, और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस यात्रा ने मंदिर निर्माण को लेकर जनता के उत्साह को और बढ़ा दिया है। रामलला के दर्शन और संतों से मुलाकात से यह स्पष्ट हो गया है कि राज्य सरकार अयोध्या को एक भव्य धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यह यात्रा केवल धार्मिक नहीं बल्कि प्रशासनिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। उन्होंने राम मंदिर निर्माण के अलावा अयोध्या के समग्र विकास पर भी ध्यान केंद्रित किया है। सरकार की मंशा अयोध्या को विश्वस्तरीय धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की है, जिससे न केवल आध्यात्मिक बल्कि आर्थिक और सामाजिक स्तर पर भी इसे नई ऊंचाइयां मिलें।
योगी आदित्यनाथ की इस यात्रा ने अयोध्या और राम मंदिर को लेकर जनता के बीच एक नया जोश और उमंग भर दिया है। रामलला के दर्शन, हनुमानगढ़ी में पूजा, संतों से संवाद और मंदिर निर्माण की समीक्षा से यह संदेश साफ है कि अयोध्या का भव्य स्वरूप जल्द ही साकार होने वाला है।
Source- IANS