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प्रदूषण कि वजह से अस्पतालों में बढ़ी सांस और आंख के मरीजों की संख्या, AQI लेवल खतरे के पार

Delhi Pollution: तकरीबन 30 प्रतिशत मरीज रोजाना अस्पताल पहुंच रहे हैं जिनको सांस लेने और आंखों में जलन की शिकायत है। डॉक्टर का कहना है कि बिना डॉक्टरी सलाह के कोई भी दवा आंखों में ना डालें और ना ही कोई दवा खाएं।
प्रदूषण कि वजह से अस्पतालों में बढ़ी सांस और आंख के मरीजों की संख्या, AQI लेवल खतरे के पार
Photo by:  Google

Delhi Pollution: एनसीआर में लगातार बढ़ते जा रहे प्रदूषण को देखते हुए गौतमबुद्ध नगर में भी स्कूलों को बंद करने और ऑनलाइन कक्षाएं चलाने का फैसला जिला प्रशासन ने लिया है। लेकिन इस संबंध में लिया गया फैसला देर रात जिलाधिकारी की तरफ से भेजा गया। जिसकी वजह से कई स्कूल ऑनलाइन कक्षाएं चला रहे हैं और कई स्कूल मंगलवार को खुले हुए हैं। वहां बच्चे और टीचर पहुंचे हुए हैं। इसके साथ-साथ अब सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में सांस और आंखों के मरीज की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।आइए जानते है इस खबर को विस्तार से ......

सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में सांस और आंखों के मरीज की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है

जानकारी के मुताबिक तकरीबन 30 प्रतिशत मरीज रोजाना अस्पताल पहुंच रहे हैं जिनको सांस लेने और आंखों में जलन की शिकायत है। डॉक्टर का कहना है कि बिना डॉक्टरी सलाह के कोई भी दवा आंखों में ना डालें और ना ही कोई दवा खाएं। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक दिल्ली और एनसीआर की स्थिति काफी खराब है। दिल्ली में औसत एक्यूआई 484 दर्ज किया गया है। जबकि दिल्ली के अलीपुर इलाके में 500 एक्यूआई दर्ज किया गया है। दिल्ली के तमाम ऐसे इलाके हैं जहां पर एक्यूआई 500 के बिल्कुल करीब पहुंच गया है।

एक्यूआई 420 दर्ज किया गया

वहीं अगर बात नोएडा की की जाए तो नोएडा में औसत एक्यूआई 420 दर्ज किया गया है और सबसे ज्यादा खराब स्थिति सेक्टर 62 में दर्ज की गई है जो 487 दर्ज की गई है। ग्रेटर नोएडा में भी एक्यूआई 400 के पार पहुंच गया है। गाजियाबाद की बात करें तो यहां भी सभी इलाकों में एक्यूआई 400 के पार पहुंच गया है। लोनी में एक्यूआई 499 दर्ज किया गया है। इंदिरापुरम में एक्यूआई 430, वसुंधरा में एक्यूआई 473 और संजय नगर में एक्यूआई 475 पहुंच गया है। 

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