यूपी उपचुनाव में EC का बड़ा एक्शन, वोट डालने आए लोगों की वोटर आईडी चेक करने पर 7 पुलिसकर्मी सस्पेंड
यूपी की 9 विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव को लेकर मतदान जारी है। यह सभी सीटें विधायकों के सांसद बनने के बाद खाली हो गई थी। जहां चुनाव आयोग द्वारा उपचुनाव हो रहे हैं। इस बीच यूपी में हो रहे उपचुनाव के बीच कई जगहों पर मारपीट की घटना सामने आई है। वहीं वोटरों की वोटर आईडी चेक करने के मामले में 7 पुलिस कर्मियों पर चुनाव आयोग द्वारा बड़ा एक्शन हुआ है। समाजवादी पार्टी की शिकायत पर इन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है। बता दें कि वोटिंग से पहले ही चुनाव आयोग ने चेतावनी दी थी कि किसी भी वोटर्स की वोटर आईडी चेक करने की इजाजत नहीं है। लेकिन इसके बावजूद कई जगहों पर पुलिसकर्मियों द्वारा वोटर आईडी चेक करने का मामला सामने आया। जिसके बाद इन सभी पर बड़ा एक्शन हुआ है।
सपा की शिकायत पर चुनाव आयोग का बड़ा एक्शन 7 पुलिसकर्मी सस्पेंड
बता दें कि कानपुर के सीसामऊ विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव के दौरान दोपहर में वोटिंग के दौरान कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा वोटर्स के वोटर आईडी चेक करने का वीडियो सामने आया। वीडियो में पुलिसकर्मी वोटर्स को वोट डालने से रोक रहे और उन्हें वापस जाने को कह रहे हैं। समाजवादी पार्टी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर इस वीडियो के माध्यम से कुछ समुदायों को मतदान से रोके जाने की शिकायतों को संज्ञान में लेने की बात कही थी। जिसके बाद चुनाव आयोग ने मामले को संज्ञान में लेते हुए 2 सब इंस्पेक्टर अरुण कुमार सिंह और राकेश कुमार नादर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। दोनों से पूछताछ भी की जा रही है। मुजफ्फरनगर में भी 2 पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है। इनमें सब इंस्पेक्टर ओमपाल सिंह और नीरज कुमार हैं। मुरादाबाद की कुंदरकी में भी 1 सब इंस्पेक्टर और 2 सिपाहियों को निलंबित किया गया है। तीनों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही के भी दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
चुनाव आयोग ने जारी की थी सख्त गाइडलाइंस
बता दें कि वोटिंग से पहले चुनाव आयोग ने ड्यूटी पर तैनात किसी भी पुलिसकर्मियों को सख्त हिदायत दी थी कि किसी वोटर्स की कोई भी जांच नहीं कर सकते। यह अधिकार सिर्फ चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त चुनाव टीम, मतदान पार्टी और उम्मीदवारों को है। पुलिस का काम सिर्फ सुरक्षा और कानून व्यवस्था को बनाए रखने की है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने सीईओ यूपी,जिला चुनाव अधिकारी और रिटर्निंग अधिकारी को सख्त निर्देश दिया है कि मतदान प्रक्रिया पूरी तरीके से निष्पक्ष और सुचारू रूप से होने चाहिए।
किसी भी तरह की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
शिकायत मिलने पर तुरंत एक्शन होना चाहिए - चुनाव आयोग
चुनाव आयोग ने आम नागरिकों को कहा है कि कोई भी शिकायतकर्ता किसी भी तरह की शिकायत पर चुनाव आयोग को टैग कर सकता है। किसी भी योग्य मतदाता को मतदान देने से नहीं रोका जाना चाहिए। किसी भी तरह का पक्षपाती रवैया बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हर एक शिकायत पर फौरन एक्शन होना चाहिए। किसी भी दोषी पर दोष सिद्ध साबित होने पर कड़ी कार्रवाई होगी।