क्या केजरीवाल ने लिख दी अपने ही नेताओं की बर्बादी की स्क्रिप्ट?
दिल्ली के मुख्यमंत्री पचास दिन की तिहाड़ यात्रा के बाद वापस लौट आए है | सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को 23 दिन की जमानत दी है और कहा है कि दो जून को वापस उन्हें जेल में सरेंडर करना होगा | इन 23 दिनों में केजरीवाल को चुनाव प्रचार करना है, जो उन्होने शुरु भी कर दिया | प्रचार की शुरुआत एक press conference की गई…इस press conference में प्रधानमंत्री को तानाशाह बताया गया, भविष्यवाणी की गई, बताया गया कैसे चार जून के बाद विपक्ष के सारे बड़े नेता जेल में जाने वाले है और ये भी बताया कि चार जून के बाद मोदी का मिशन क्या है |
मतलब केजरीवाल ने ना चाहते हुए भी मान लिया कि चार जून को बीजेपी वापस सत्ता में आ रही है | बीजेपी जीत की हैट्रीक लगा रही है और मोदी फिर से भ्रष्टाचारियों की कमर तोड़ने के लिए तैयार है | इंडिया गठबंधन में जितने भी नेता है, कोई ऐसा नहीं है जिस पर, या उसकी पार्टी पर भ्रष्टाचार के आरोप ना हो | जितने भी भ्रष्टाचारी नेता है वो लगातार सलाखों के पीछे जा रहे है और इसी से इन नेताओं के पसीने छूटने लगे है |
केजरीवाल का कहना है कि बीजेपी अपने नेताओं को खत्म कर रही है लेकिन ये नहीं बता रहे की बीजेपी किसी परिवार की पार्टी नहीं है | जैसे केजरीवाल कुर्सी से चिपके है वैसे बीजेपी के नेता कुर्सी से नहीं चिपके है | तो केजरीवाल ने जो कहा है उससे बौखलाहट तो साफ झलकती है लेकिन यहां एक बात और समझने की जरुरत है और वो ये है कि राजनीति नैरेटिव के आधार पर चलती है और केजरीवाल नैरेटिव बनाने में नंबर वन है | यहीं केजरीवाल ने अब किया है | केजरीवाल अपने बयान से बीजेपी के भीतर आग लगाना चाहते है | केजरीवाल सोच रहे है बीजेपी के भीतर टकराव हो जाए, योगी जाकर सीधे मोदी से भिड़ जाए | पार्टी के नेताओं का ध्यान चुनाव से हटकर आपस की लड़ाई में बंट जाएं | केजरीवाल ने जनता के सामने एक नैरेटिव गढने का काम किया है जो कारगर साबित नहीं होने वाला है | केजरीवाल ने ये भी कहा है कि मोदी अगले साल तक ही प्रधानमंत्री रहेंगे, उसके बाद वो अमित शाह को प्रधानमंत्री बना देंगे |
शाह ने केजरीवाल की भविष्यवाणी की धज्जिंया उड़ा कर रख दी और बता दिया कि असल सच्चाई क्या है | तो केजरीवाल जो नैरटिव बनाने की कोशिश कर रहे थे, उसकी तो शाह ने हवा निकाल दी अब केजरीवाल क्या करेंगे वो देखने वाली बात होगी | लेकिन केजरीवाल खौफ के साए में तो है और वो साफ झलक भी रहा है|