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चौकी में इफ़्तार पार्टी कर रहे थे दारोगा, योगी ने ‘नाप’ दिया !

मेरठ की ज़ाकिर कॉलोनी चौकी में अभी हाल ही में एक नई चौकी का निर्माण हुआ है। इस चौकी के उद्धाटन समारोह में पहले तो पूजा अर्चना हुई, हवन पूजन हुआ और इसी के साथ चौकी की कमान दारोग़ा शैलेंद्र प्रताप सिंह को सौंप दी गई। जिस नई नवेली चौकी में सुबह सुबह पूजा हो रही थी, लड्डू बंट रहे थे, उसी चौकी के इंचार्ज शाम तक लाइन हाज़िर हो गये।
चौकी में इफ़्तार पार्टी कर रहे थे दारोगा, योगी ने ‘नाप’ दिया !

रमज़ान का पाक महीना चल रहा है, ऐसे में नेता राजनेता चाहे पक्ष के हो या विपक्ष के….ज़ोर शोर से इफ़्तार पार्टी का आयोजन कर रहे हैं। इसलिए नहीं कि वो मुस्लिमों के सबसे बड़े हितैषी हैं, इसलिए की अपने आप को मुस्लिमों का सबसे बड़ा हितैषी साबित करना चाहते हैं, और फिर वोट बैंक भी तो है अच्छा ख़ासा…इसीलिए चाहे यूपी में अखिलेश हों या बिहार में नीतीश लालू, दिल्ली में रेखा गुप्ता हो या फिर पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी। मुस्लिम वोट बैंक को लुभाने के लिए जमकर इफ़्तार पार्टी का आयोजन किया जा रहा है।

हां, वो अलग बात है कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस तरह की तुष्टिकरण वाली राजनीति से दूरी बना रखी है। सीएम योगी की विचारधारा साफ़ है कि वो एक हिंदू हैं इसलिए वो ईद नहीं मनाते, मस्जिद नहीं जाते, टोपी नहीं लगाते, फिर चाहे उन्हें मुस्लिमों का वोट मिले या ना मिले, हां, बात जब योजनाओं की आएगी तो वो सबके लिए बराबर है, फिर वो चाहे किसी भी धर्म का क्यों ना हो ? खैर, नेताओं राजनेताओं का इफ़्तार पार्टी देना , ना देना, इसमें शामिल होना, ना होना ये सब वोट बैंक की ख़ातिर होता है ये पब्लिक को समझ आता है, लेकिन जब चौकी इंचार्ज इफ़्तार पार्टी रखकर मुस्लिमों की दावत करे तो बात थोड़ी सी समझ नहीं आती।

यही बात शायद आला अधिकारियों को भी समझ नहीं आई और इसीलिए दारोग़ा साहब का इफ़्तार पार्टी करना उन्हें ले डूबा।दरअसल मामला उत्तरप्रदेश के मेरठ का है। हुआ ये कि मेरठ की ज़ाकिर कॉलोनी चौकी में अभी हाल ही में एक नई चौकी का निर्माण हुआ है। इस चौकी के उद्धाटन समारोह में पहले तो पूजा अर्चना हुई, हवन पूजन हुआ और इसी के साथ चौकी की कमान दारोग़ा शैलेंद्र प्रताप सिंह को सौंप दी गई। जिस नई नवेली चौकी में सुबह सुबह पूजा हो रही थी, लड्डू बंट रहे थे, उसी चौकी के इंचार्ज शाम तक लाइन हाज़िर हो गये।

वो इसलिए क्योंकि दारोग़ा साहब सेकुलर बनने के चक्कर में चौकी में इफ़्तार पार्टी आयोजित करा बैठे। जिस चौकी में सुबह पूजा हो रही थी उसी में शाम को मुस्लिम समुदाय के लोग जुटे थे इफ़्तारी के लिए। यही इफ़्तारी करना दारोगा के लिए मुसीबत बन गया, ऐसा वीडियो वायरल हुआ कि शाम होते होते बेचारे लाइन हाज़िर कर दिये गये। मतलब चौकी तो रह गई लेकिन चौकी इंचार्ज आउट हो गये। बिना सीनियर को बताये चौकी में इफ़्तार पार्टी करना एसएसपी विपिन ताड़ा को पसंद नहीं आया और उन्होंने सख़्त एक्शन ले लिया। विपिन ताडा ने शैलेंद्र प्रताप सिंह को लाइन हाजिर होने के निर्देश जारी कर दिये।

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