पत्रकार Ashutosh ने Kejriwal के भौकाल पर उठाया सवाल, कहा- कैसे मान लें मोदी आपसे डरता है ?
यहां तो AAP के पुराने नेता ने ही फजीहत कर दी
लेकिन फिर भी आम आदमी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता दंभ भरते हैं कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) से डरते हैं।एक तरफ जहां आम आदमी पार्टी के नेता कार्यकर्ता मोदी को केजरीवाल का डर दिखा रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के पुराने नेता रहे पत्रकार आशुतोष ने ही आम आदमी पार्टी के इस गुब्बारे की हवा निकाल दी। जिन्हें साल 2014 के लोकसभा चुनाव में खुद अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सीट से चुनाव लड़ाया था। लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले न्यूज तक से बात करते हुए पत्रकार आशुतोष ने कहा-
अगर आप ध्यान से देखें तो अरविंद केजरीवाल के पास दो राज्य हैं पंजाब और दिल्ली, जिस दिल्ली में वो 70 में से 67 सीटें जीते, जिस दिल्ली में 70 में से 62 सीटें जीतते हैं वहां लोकसभा का चुनाव क्यों नहीं जीत पाते हैं। 2014 में जब मैंने भी चुनाव लड़ा था चांदनी चौक से, तब भी आम आदमी पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई, 32 परसेंट वोट मिला था। 2019 में आम आदमी पार्टी 18 परसेंट वोट के साथ तीसरे नंबर की पार्टी हो जाती है और कांग्रेस नंबर दो की पार्टी हो जाती है, तो आप का जो किला है जहां आप 67 सीटें जीतते हैं जहां ऐतिहासिक जनादेश आपको मिलता है वहां आप एक भी सीट नहीं जीत पाते हैं तो कैसे मान लूं मोदी आपसे डरता है ?
खुद को दिल्ली का मालिक बताने वाले अरविंद केजरीवाल को तथ्यों के साथ उधेड़ने वाले पूर्व आप नेता और पत्रकार आशुतोष ने इसके बाद पंजाब राज्य का जिक्र किया।जहां आम आदमी पार्टी सत्ता में है और भगवंत मान मुख्यमंत्री हैं, इसी पंजाब का जिक्र करते हुए पत्रकार आशुतोष ने कहा- पंजाब में आप (केजरीवाल) 92 सीटें जीत कर लाए लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि 2019 के चुनाव में आम आदमी पार्टी को 7 परसेंट वोट मिला था और सिर्फ एक सीट जीती थी संगरूर की, जो भगवंत मान की थी और जब विधानसभा का चुनाव हो गया उसके दो महीने बाद जब संगरूर में उपचुनाव हुआ तो आम आदमी पार्टी हार गई, सिमरनजीत सिंह मान जीते। तो नेशनल पॉलिटिक्स में आम आदमी पार्टी को यहां का मतदाता प्लेयर नहीं मानता।
दिल्ली से लेकर पंजाब तक, आम आदमी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता घूम घूम कर भौकाल टाइट कर रहे हैं।कि अरविंद केजरीवाल से पीएम मोदी डरते हैं, लेकिन यहां तो आम आदमी पार्टी के पुराने नेता आशुतोष ही केजरीवाल के डर की हवा निकालने में जुट गये और डंके की चोट पर कह दिया कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली और पंजाब में भले ही सरकार बना ली हो।लेकिन राष्ट्रीय राजनीति में वोटर्स उसे प्लेयर नहीं मानता है यानि लोकसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल को कोई अहमियत नहीं देता और इधर आप नेता कहते हैं कि मोदी केजरीवाल से डरते हैं।