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केदारनाथ धाम के कपाट बंद, बेहतर यात्रा प्रबंधन को लेकर सीएम धामी का किया गया धन्यवाद

धामों के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो रहे हैं। इस वर्ष की चारधाम यात्रा समापन की ओर है। गंगोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद स्थानियों और पुरोहितों में खासा उत्साह देखा गया। देखिए सीएम धामी को धन्यवाद करती ये खास वीडियो
केदारनाथ धाम के कपाट बंद, बेहतर यात्रा प्रबंधन को लेकर सीएम धामी का किया गया धन्यवाद

जब से पीएम मोदी ने उत्तराखंड की कमान पुष्कर सिंह धामी के हाथों में सौंपी है, तब से देवभूमि का कायापलट हो गया है। चारों तरफ शुद्धता है। लोग मठ-मंदिरों में आराम से पूजा-अर्चना कर पा रहे हैं। जिस तरीके से सीएम धामी ने देवभूमि की कमान संभालने के बाद कार्य किया है—धामों का सौंदर्यीकरण करना, श्रद्धालुओं के लिए यात्रा आसान बनाना, तमाम तरह की व्यवस्था करना—ये सब सिर्फ धामी सरकार के रहते ही संभव हो पाया है। श्रद्धालुओं से लेकर स्थानीय लोगों तक, सीएम धामी की नेतृत्व वाली सरकार की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं।

'केदारनाथ धाम' में बज रहा 'धामी' का डंका

दरअसल, रुद्रप्रयाग में बाबा केदारनाथ के कपाट बंद हो गए हैं। वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ, धूमधाम से फूलों की बारिश के बीच बाबा केदारनाथ के कपाट बंद हुए। बाबा की डोली शीतकालीन प्रवास पर चली गई। कपाट बंद होने के बाद बाबा केदारनाथ की डोली यात्रा आर्मी बैंड के साथ अपने शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए रवाना हो गई।

श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के पदाधिकारियों सहित 15 हजार से अधिक श्रद्धालु कपाट बंद होने के साक्षी बने। कपाट बंद होने के अवसर पर मंदिर को दीपावली के दिन से ही भव्य रूप से 10 क्विंटल फूलों से सजाया गया था।

बीकेटीसी के आचार्य, वेदपाठियों, पुजारियों ने भगवान केदारनाथ के स्वयंभू शिवलिंग की समाधि पूजा की। स्वयंभू शिवलिंग को भस्म, पुष्पों, बेल पत्र आदि से समाधि रूप दिया गया। सुबह 08:30 बजे बाबा केदार की पंचमुखी उत्सव डोली को मंदिर से बाहर लाया गया, जिसके बाद श्री केदारनाथ मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए।

जिस तरीके से विपदा के बाद इस साल केदारनाथ यात्रा संपन्न हुई है, उससे केदारनाथवासियों और पुरोहितों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। केदारनाथ धाम में सीएम पुष्कर सिंह धामी का डंका बज रहा है। सभी मिलकर सीएम धामी की जयजयकार कर रहे हैं।


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