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लालू के नेता ने भाजपा पर साधा निशाना, कहा- हिंदू और हिंदुत्व की राजनीति को मसाला बना रही पार्टी

राज्य के विपक्षी नेता इस वक़्त सिर्फ़ बिहार ही नहीं बल्कि देशभर के बात उठकर अलग-अलग मुद्दों पर बीजेपी को घेर रही है। इसी क्रम में लालू यादव की राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता ने आईएएनएस से बात करते हुए कई मुद्दों पर प्रतिक्रिया दी।
लालू के नेता ने भाजपा पर साधा निशाना, कहा- हिंदू और हिंदुत्व की राजनीति को मसाला बना रही पार्टी
देश में इन दिनों हिंदू, सनातन और मस्जिद को लेकर राजनेताओं के तमाम बयान सामने आ रहे है। जिन राज्यों में विधानसभा की आहट होती है उन जगहों पर सत्ताधारी दल एक तरफ़ जहां हिंदुत्व का मुद्दा उठती है तो वही विपक्ष की पार्टीयां भी बीजेपी के ऊपर धर्म कार्ड खेलने का आरोप लगाकर बयानबाज़ी करती है। इसी कड़ी में बात अगर यूपी से सटे बिहार की करें तो यहाँ अगले साल विधानसभा का चुनाव होना है। इसको लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियों को भी अमली जामा पहनाना शुरू कर दिया है। राज्य के विपक्षी नेता इस वक़्त सिर्फ़ बिहार ही नहीं बल्कि देशभर के बात उठकर अलग-अलग मुद्दों पर बीजेपी को घेर रही है। इसी क्रम में लालू यादव की राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता ने आईएएनएस से बात करते हुए कई मुद्दों पर प्रतिक्रिया दी।  उन्होंने हिंदुत्व पर इल्तिजा मुफ़्ती के बयान, सपा के एमवीए छोड़ने की खबर, यूपी में मस्जिदों और मुस्लिमों के घर तोड़ने को लेकर फारूक अब्दुल्ला के दावे और संभल के बाद जौनपुर के अटाला मस्जिद को लेकर उठे विवाद पर राय वयक्त की। 


महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा द्वारा हिंदुत्व को 'बीमारी' बताने पर राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि इल्तिजा मुफ्ती ने जो कहा है, उसे हमने सीधे तौर पर नहीं सुना है। लेकिन, जो लोग हिंदू और हिंदुत्व की बात कर रहे हैं, उनके लिए यह सिर्फ राजनीति और विवाद का मसाला बन गया है। भारत की जो असली पहचान है, वह यह है कि यहां न हिंदू बनेगा, न मुसलमान बनेगा, बल्कि इंसान की औलाद इंसान बनेगा। यही कारण है कि हमें दुनियाभर में यह कहा जाता है कि 'सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा।' उन्होंने आगे कहा कि हिंदू और हिंदुत्व के बारे में सियासी चश्मे से भाजपा चाहती है कि विवाद खड़ा हो और उसकी राजनीतिक रोटियां सेंकी जा सकें। हमें यह देखना होगा कि उन्होंने यह बयान किस संदर्भ में दिया है, लेकिन, मैं यही कहूंगा कि भारत में सभी धर्मों का सम्मान किया जाता है और यही हमारी संस्कृति है।


महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के एमवीए छोड़ने की खबरों पर शिवसेना यूबीटी नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र सपा कभी-कभी भाजपा की बी-टीम की तरह व्ययवहार करती है। इस पर मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी अलग हुई है, लेकिन इससे इंडिया गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इंडिया गठबंधन का उद्देश्य पूरे देश में संविधान और लोकतंत्र को बचाना है। सभी पार्टियां मजबूती से इस लड़ाई में शामिल हैं, हर राज्य की परिस्थितियां अलग होती है। महाराष्ट्र के लोग इस पर अपनी प्रतिक्रिया देंगे, लेकिन हमें यह याद रखना चाहिए कि हमारे गठबंधन का मकसद लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करना है। महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के एमवीए छोड़ने की खबरों पर शिवसेना यूबीटी नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र सपा कभी-कभी भाजपा की बी टीम की तरह व्ययवहार करती है। इस पर मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी अलग हुई है, लेकिन इससे इंडिया गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इंडिया गठबंधन का उद्देश्य पूरे देश में संविधान और लोकतंत्र को बचाना है। सभी पार्टियां मजबूती से इस लड़ाई में शामिल हैं, हर राज्य की परिस्थितियां अलग होती है। महाराष्ट्र के लोग इस पर अपनी प्रतिक्रिया देंगे, लेकिन हमें यह याद रखना चाहिए कि हमारे गठबंधन का मकसद लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करना है।


बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमलों को लेकर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि यूपी में भी मस्जिदें और मुस्लिमों के घर तोड़े जा रहे हैं। इस पर मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि धर्म के नाम पर नफरत और घृणा की राजनीति भाजपा का चरित्र बन गया है। भाजपा चाहती है कि विवाद पैदा हो, ताकि वह उस पर राजनीतिक लाभ उठा सके। हम इस देश की खूबसूरती को मानते हैं, जो यह है कि यहां सभी धर्मों का सम्मान किया जाता है और हम आपसी भाईचारे के साथ रहते हैं। यही कारण है कि हिंदुस्तान का नाम पूरी दुनिया में जाना जाता है। अगर कोई व्यक्ति कट्टरता और नफरत की बात कर रहा है, तो यह केवल समाज में और तनाव बढ़ाएगा। हमें भारत की विविधता और एकता का सम्मान करना चाहिए और यही हमारी ताकत है।यूपी के संभल के बाद जौनपुर के अटाला मस्जिद पर उठे विवाद पर भी मृत्युंजय तिवारी ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यूपी में हालात बहुत खराब हो गए हैं। योगी आदित्यनाथ की सरकार जनहित के काम नहीं कर रही है। उनका पूरा ध्यान सिर्फ मंदिर-मस्जिद और हिंदू-मुसलमान के मुद्दों पर है। इस तरह के विवादों से किसी का भला नहीं होने वाला है। यह उनकी राजनीति का हिस्सा बन गया है, जो संविधान की शपथ का खुल्लम-खुल्ला उल्लंघन है।
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