Mahakumbh 2025: महाकुंभ को लेकर IRCTC की भव्य तैयारी, 45 करोड़ लोगों के लिए खास इंतजाम
Mahakumbh 2025: महाकुंभ 2025 के आयोजन को और भव्य और आकर्षक बनाने के लिए IRCTC ने प्रयागराज में एक आधुनिक स्मार्ट टेंट सिटी बनाने का निर्णय लिया है। इसे महाकुंभ ग्राम का नाम दिया गया है, जो आध्यात्मिकता और आधुनिकता का संगम होगा।
Mahakumbh 2025: भारत के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक, महाकुंभ 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बार का महाकुंभ केवल आध्यात्मिकता का केंद्र नहीं होगा, बल्कि प्रौद्योगिकी और आधुनिकता का मेल भी दिखाएगा। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) ने इस आयोजन को और भव्य बनाने के लिए प्रयागराज में एक स्मार्ट टेंट सिटी बनाने की योजना बनाई है। इस टेंट सिटी को नाम दिया गया है "महाकुंभ ग्राम", जहां पर श्रद्धालु आधुनिक सुविधाओं के साथ आध्यात्मिक अनुभव का आनंद ले सकेंगे।
IRCTC का महाकुंभ ग्राम क्या है?
IRCTC के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, संजय कुमार जैन, ने इस परियोजना को "परिवर्तनकारी कदम" बताते हुए कहा, "महाकुंभ ग्राम भारत की आध्यात्मिक विविधता और सांस्कृतिक धरोहर का जश्न मनाने का एक प्रयास है। हमारा उद्देश्य तीर्थयात्रियों को आरामदायक, सुरक्षित और समृद्ध अनुभव प्रदान करना है।" महाकुंभ ग्राम में श्रद्धालुओं के लिए डीलक्स और प्रीमियम टेंट उपलब्ध होंगे। इन टेंट्स में आधुनिक सुविधाएं जैसे एयर कंडीशनिंग, आरामदायक बिस्तर, प्राइवेट बाथरूम और 24x7 सुरक्षा मौजूद होंगी। इसके अलावा, यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम, भजन संध्या, और धार्मिक प्रवचन भी आयोजित किए जाएंगे, जो इस अनुभव को और खास बनाएंगे।
आपको बता दें कि महाकुंभ 2025, 14 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगा, जो पूरे 45 दिनों तक आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक धरोहर का उत्सव बनेगा। उत्तर प्रदेश सरकार के अनुसार, इस आयोजन में लगभग 40-45 करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। यह 2012 में हुए महाकुंभ से तीन गुना बड़ा होगा। आयोजन के लिए 4,000 हेक्टेयर भूमि को तैयार किया जा रहा है। सरकार ने इस आयोजन के लिए 6,382 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है, जिसमें से 5,600 करोड़ रुपये पहले ही परियोजनाओं के लिए आवंटित किए जा चुके हैं। तैयारियों के लिए 15 से अधिक विभागों को जिम्मेदारी दी गई है, और 500 से अधिक परियोजनाओं को समय पर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
टेंट सिटी बुकिंग और शुल्क
IRCTC ने बताया कि महाकुंभ ग्राम में प्रति व्यक्ति प्रति रात 6,000 रुपये से टेंट बुकिंग शुरू होगी, जिसमें नाश्ता भी शामिल होगा। बुकिंग प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाने के लिए एक टोल-फ्री नंबर (1800110139) और वेबसाइट (irctctourism.com) उपलब्ध है। IRCTC के पास बड़े पैमाने पर पर्यटन सेवाओं का प्रबंधन करने का अनुभव है। अभी तक आस्था ट्रेनों और भारत गौरव ट्रेनों के माध्यम से 6.5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों को सेवा प्रदान की गई है। महाकुंभ ग्राम के जरिए IRCTC ने अपनी सेवा को अगले स्तर पर ले जाने का प्रयास किया है।
कुंभ मेले की ऐतिहासिक परंपरा
महाकुंभ मेले का आयोजन हर 12 साल में प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में होता है। यह आयोजन भारतीय संस्कृति, अध्यात्म और आस्था का प्रतीक है। महाकुंभ को दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन माना जाता है, जहां देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में डुबकी लगाने आते हैं। और इसलिए महाकुंभ 2025 के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम भी किए जा रहे हैं। हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं, और पुलिस तथा अन्य सुरक्षा बलों की तैनाती की जाएगी। साथ ही, मेडिकल इमरजेंसी के लिए विशेष सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी।
महाकुंभ 2025 सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और आधुनिकता का संगम है। IRCTC का महाकुंभ ग्राम इस आयोजन को और भव्य बनाने का प्रयास है। यह मेले को एक नए स्तर पर ले जाएगा, जहां आध्यात्मिकता और आधुनिकता का अद्भुत मेल देखने को मिलेगा। महाकुंभ 2025 का यह अनुभव न केवल यादगार होगा, बल्कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर को विश्व स्तर पर स्थापित करने का एक बड़ा कदम भी साबित होगा।