मुस्लिमों इलाके से गुजरा Modi और Yogi का काफिला फिर देखिये मुसलमानों ने क्या किया ?
महादेव की काशी से लगातार तीसरी बार चुनावी मैदान में उतरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को जब नामांकन करने पहुंचे तो इस दौरान उन्होंने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से काशी विश्वनाथ धाम तक भव्य रोड शो भी किया और इस रोड शो के दौरान काशी में जिस तरह का नजारा देखने को मिला | वो नजारा देख कर मोदी विरोधियों को भी शायद बुखार आ गया होगा | क्योंकि मोदी के इस रोड शो में जाति धर्म की तमाम दीवारें टूटती नजर आईं और सबसे बड़ी बात तो ये रही कि जिन मुसलमानों को मोदी का डर दिखा कर विपक्ष अपना वोट बैंक मजबूत करता रहा है उन मुसलमानों ने भी मोदी पर खूब प्यार लुटाया | कहीं उन पर फूल बरसाए गये तो कहीं मोदी की एक झलक पाने के लिए मुस्लिम बेताब नजर आए |
साल 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी दो सीटों से चुनावी मैदान में उतरे थे | उत्तर प्रदेश की वाराणसी और गुजरात की वडोदरा लोकसभा सीट से और जब चुनावी नतीजे आए तो मोदी ने दोनों ही सीटों पर जीत हासिल की | लेकिन बात जब एक सीट छोड़ने की आई तो नरेंद्र मोदी ने एक झटके में वडोदरा सीट छोड़ कर वाराणसी सीट से अपनी सांसदी बरकरार रखी | मोदी के इसी फैसले ने साबित कर दिया था कि वो काशीवासियों से कितना प्यार करते हैं और उनके इसी फैसले के बाद जहां काशी वासियों का मोदी पर प्यार और भरोसा बढ़ता गया तो वहीं मोदी ने भी इसी प्यार और भरोसे को देखते हुए लगातार तीसरी बार वाराणसी से चुनाव लड़ने का फैसला किया और सोमवार को ही वाराणसी भी पहुंच गये | इस दौरान उन्होंने नामांकन से पहले एक भव्य रोड शो भी निकाला, जिसमें इस कदर जनसैलाब उमड़ पड़ा जैसे मानो पूरी काशी अपने सांसद के लिए सड़कों पर उतर आई हो | यहां तक कि मोदी और योगी का काफिला जब मुस्लिम बहुल इलाके मदनपुरा से गुजरा तो भारी संख्या में मुसलमान मोदी के स्वागत के लिए उमड़ पड़े | कहीं मुस्लिम महिलाएं गुलाब के फूल के साथ पीएम मोदी के स्वागत के लिए बेताब नजर आईं, तो कहीं भगवा गमछा लेकर मोदी के समर्थन में उतर आईं |
काशी में मोदी के लिए मुसलमानों में दिखी ये दीवानगी यहीं खत्म नहीं होती, भारी संख्या में मुस्लिम युवक भी सड़क पर मोदी के रोड शो के लिए इंतजार करते हुए नजर आए | काशी से आई इस तस्वीर को ओवैसी जैसे नेताओं को आंख खोल कर देख लेना चाहिए, जो दिन रात अपनी ऊर्जा इसी बात में खपाते रहते हैं कि मोदी को किसी ना किसी तरह से मुस्लिम विरोधी बताया जाए और उनका डर दिखा कर मुसलमानों का वोट हासिल कर सकें | लेकिन काशी में ओवैसी जैसे नेताओं का ये एजेंडा भी धराशायी होता नजर आया | क्योंकि जैसे ही पीएम मोदी और सीएम योगी काशी की सड़कों पर उतरे तो भारी संख्या में मुसलमानों ने जहां मोदी का स्वागत किया तो वहीं बालकनी में खड़े होकर बड़ी संख्या में मुसलमान अपने प्रधानमंत्री को निहारते हुए भी नजर आए |
साल 2002 में गुजरात दंगा होने के बाद से ही विपक्ष ने मोदी को मुस्लिम विरोधी बताने का एजेंडा शुरू किया था उसने धीरे धीरे मोदी के खिलाफ मुसलमानों में इतना जहर भर दिया कि आज भी कुछ लोग किसी दुश्मन की तरह मोदी का विरोध करते नजर आते हैं और ये ऐसी मानसिकता वाले लोग हैं जिनके लिए मोदी आसमान से चांद सितारा भी तोड़ लाएं तो भी वो खुश नहीं हो सकते | क्योंकि उनकी नसों में मोदी विरोध का खून दौड़ रहा है | तो वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं, जो ये बात समझते हैं कि मोदी सरकार सत्ता में आने के बाद किसी तरह का कोई धार्मिक भेदभाव नहीं किया | चाहे कोई मुस्लिम हो या हिंदू या किसी और धर्म का, अगर वो योग्य हैं तो उसे योजनाओं का लाभ जरूर दिया गया है | बिना किसी भेदभाव के जो असली हकदार हैं उनके पास तक सरकारी योजनाएं पहुंच रही हैं | यही वजह है कि ज्यादातर मुसलमान भी अब मोदी के साथ खड़े होने लगे हैं, जिसकी एक झलक काशी में मोदी के रोड शो के दौरान भी देखने को मिली |